BJP सांसद उपेन्द्र रावत का कथित एमएमएस (MMS) वायरल, केस दर्ज; एक दिन पहले ही टिकट मिला
बाराबंकी सांसद का एक कथित एमएमएस (MMS) वायरल हो रहा है। सांसद ने इस वीडियो को फर्जी बताया है।
Updated: Mar 4, 2024, 15:41 IST
|
वायरल वीडियो के मामले में सांसद उपेन्द्र सिंह रावत की पहली प्रतिक्रिया आई है। बाराबंकी से भाजपा सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने ट्विटर पर लिखा कि यह वीडियो डीपफेक एआई (Deepfake AI) तकनीक से तैयार किया गया है। कहा कि जब तक मैं निर्दोष साबित नहीं हो जाता, सार्वजनिक जीवन में कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष से वायरल वीडियो की जांच कराने का अनुरोध किया गया है. कल सोशल मीडिया पर सांसद उपेन्द्र सिंह रावत के कई आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए।READ ALSO:-UP : शव क्षत-विक्षत, कहीं हाथ तो कहीं पैर, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर महिला के शव को रौंदते रहे वाहन; खून बहता रहा
बाराबंकी से बीजेपी (BJP) के उपेन्द्र सिंह रावत सांसद हैं। एक दिन पहले ही बीजेपी ने उन्हें फिर से टिकट दिया है। इसी बीच आज सोशल मीडिया पर उपेन्द्र सिंह रावत का कथित अश्लील वीडियो वायरल हो गया। इसे लेकर सांसद की ओर से कोतवाली थाने में अज्ञात आरोपित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।
मेरा एक एडिटेड वीडियो वायरल किया जा रहा है जो DeepFake AI तकनीक द्वारा जेनरेटेड है, जिसकी FIR मैंने दर्ज करा दी है,इसके संदर्भ में मैंने मा॰ राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से निवेदन किया है कि इसकी जाँच करवायी जाये। जबतक मैं निर्दोष साबित नहीं होता सार्वजनिक जीवन में कोई चुनाव नहीं लड़ूँगा
मेरा एक एडिटेड वीडियो वायरल किया जा रहा है जो DeepFake AI तकनीक द्वारा जेनरेटेड है, जिसकी FIR मैंने दर्ज करा दी है,इसके संदर्भ में मैंने मा॰ राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से निवेदन किया है कि इसकी जाँच करवायी जाये। जबतक मैं निर्दोष साबित नहीं होता सार्वजनिक जीवन में कोई चुनाव नहीं लड़ूँगा
— Upendra Singh Rawat (@upendrasinghMP) March 4, 2024
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक (SHO) आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित रावत के कथित आपत्तिजनक वीडियो के संबंध में उनके निजी सचिव दिनेश चंद्र रावत की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीन मिनट से लेकर पांच मिनट तक के कई वीडियो सार्वजनिक किए गए हैं जिनमें एक पुरुष एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रहे हैं। जिले में तेजी से प्रसारित हुए इस वीडियो में दिख रहे शख्स को उपेन्द्र सिंह रावत के नाम से प्रचारित किया गया है।
शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए दोबारा बाराबंकी से उम्मीदवार घोषित होने के 24 घंटे के भीतर ही रावत का यह कथित आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हो गया है। सांसद के निजी सचिव दिनेश चंद्र रावत ने स्थानीय थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद कुछ लोगों ने सांसद की छवि खराब करने के लिए उनका संपादित आपत्तिजनक वीडियो सार्वजनिक कर दिया है।
सांसद रावत ने बताया कि मेरा टिकट मिलने से पहले कोई वीडियो सामने नहीं आया था, लेकिन जैसे ही मुझे टिकट मिला, मेरे विरोधियों ने मेरे खिलाफ ऐसी कार्रवाई की। उन्होंने दावा किया कि यह वीडियो पूरी तरह एडिटेड है, इसलिए पुलिस में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई गई है, जल्द ही आरोपियों का खुलासा किया जाएगा। 2019 में उपेन्द्र सिंह रावत बाराबंकी संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे। तब बीजेपी (BJP) ने अपनी तत्कालीन सांसद प्रियंका सिंह रावत का टिकट काट दिया और उपेन्द्र सिंह रावत को अपना उम्मीदवार बनाया।