UP : योगी सरकार ने बदली सरकारी अस्पतालों की हालत, निजी अस्पतालों को मात दे रहा मेरठ का जिला महिला अस्पताल, मरीजों के लिए योग और ध्यान की भी व्यवस्था
कभी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने वाला जिला महिला अस्पताल अब अपनी खूबियों को लेकर चर्चा में है। जो आज निजी अस्पतालों को पछाड़ रहा है। जब से योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री का पद संभाला है, राज्य का चेहरा बदल गया है। चिकित्सा के क्षेत्र में भी योगी सरकार ने कई काम किये हैं।
Updated: Sep 16, 2022, 21:26 IST
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16 सितंबर, मेरठ। कभी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने वाला जिला महिला अस्पताल अब अपनी खूबियों को लेकर आज चर्चा में है। जो की आज निजी अस्पतालों को पछाड़ रहा है। जब से योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री का पद संभाला है, राज्य का चेहरा बदल गया है। चिकित्सा के क्षेत्र में भी योगी सरकार ने बहुत कुछ किया। इसके कई उदाहरण कोरोना काल में भी देखने को मिले। मेरठ जिला महिला अस्पताल में दवा के साथ योग, इंडोर गेम्स और मेडिटेशन के जरिए मरीजों को ठीक करने की पहल की जा रही है। Read Also:-भारतीय रेल: रेल मंत्री का बड़ा ऐलान, ट्रेन में महिलाओं को मिलेगी कंफर्म सीट; ये है पूरी योजना
निजी अस्पतालों को मात दे रहा महिला जिला अस्पताल
2017 से पहले अस्पताल के नाम पर सिर्फ बिल्डिंग और स्टाफ था, लेकिन अब सुविधाएं योगी सरकार की तरफ से मिलने लगीं हैं। पहले ज्यादातर मरीजों को देखकर ही मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जाता था, लेकिन योगी राज में यह सरकारी अस्पताल सुविधाओं के लिए अब सबकी जुबान पर चढ़ गया। सबसे पहले मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा गया। डॉक्टरों के साथ-साथ एसी, पर्दे, फर्नीचर, टाइल्स, चादर आदि की व्यवस्था को मजबूत किया गया। मरीजों और परिवार के सदस्यों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए लिफ्ट की भी सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
2017 से पहले अस्पताल के नाम पर सिर्फ बिल्डिंग और स्टाफ था, लेकिन अब सुविधाएं योगी सरकार की तरफ से मिलने लगीं हैं। पहले ज्यादातर मरीजों को देखकर ही मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जाता था, लेकिन योगी राज में यह सरकारी अस्पताल सुविधाओं के लिए अब सबकी जुबान पर चढ़ गया। सबसे पहले मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा गया। डॉक्टरों के साथ-साथ एसी, पर्दे, फर्नीचर, टाइल्स, चादर आदि की व्यवस्था को मजबूत किया गया। मरीजों और परिवार के सदस्यों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए लिफ्ट की भी सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
हाईटेक डिलीवरी रूम से एसएनसीयू तक की मिली सुविधा
2017 के बाद से, हाई-टेक डिलीवरी रूम के बच्चों के लिए एसएनसीयू (Special Neonatal Special Unit) की व्यवस्था की गई। गर्भवती महिलाओं को पूरी सुविधा मुहैया कराई जा रही है। एसआईसी सुमन सिरोही ने कहा कि गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पहले गंभीर बच्चों को मेडिकल कॉलेज के लिए दौड़ना पड़ता था, लेकिन अब यहां गंभीर बीमारियों का भी इलाज हो रहा है। सभी मशीनों और कुशल तकनीशियनों की तैनाती से यहां भी काफी सुधार हुआ है।
2017 के बाद से, हाई-टेक डिलीवरी रूम के बच्चों के लिए एसएनसीयू (Special Neonatal Special Unit) की व्यवस्था की गई। गर्भवती महिलाओं को पूरी सुविधा मुहैया कराई जा रही है। एसआईसी सुमन सिरोही ने कहा कि गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पहले गंभीर बच्चों को मेडिकल कॉलेज के लिए दौड़ना पड़ता था, लेकिन अब यहां गंभीर बीमारियों का भी इलाज हो रहा है। सभी मशीनों और कुशल तकनीशियनों की तैनाती से यहां भी काफी सुधार हुआ है।
संगीत, योग और इनडोर खेलों की भी व्यवस्था
अस्पताल में योग और ध्यान कक्ष भी बनाया गया है। यहां मरीज योग और मेडिटेशन कर सकते हैं। साथ ही अगर मरीज की हालत थोड़ी बेहतर होती है तो उसके लिए इंडोर गेम्स की भी व्यवस्था की गई है। लूडो और कैरम बोर्ड भी उपलब्ध है। संगीत प्रणाली के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी किया जा रहा है।
अस्पताल में योग और ध्यान कक्ष भी बनाया गया है। यहां मरीज योग और मेडिटेशन कर सकते हैं। साथ ही अगर मरीज की हालत थोड़ी बेहतर होती है तो उसके लिए इंडोर गेम्स की भी व्यवस्था की गई है। लूडो और कैरम बोर्ड भी उपलब्ध है। संगीत प्रणाली के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी किया जा रहा है।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि योगी सरकार ने मिशन कायाकल्प के तहत बेहतर सुविधाओं, सेवाओं और बुनियादी ढांचे के लिए अस्पताल को सम्मानित भी किया। मेरठ के जिला महिला अस्पताल को प्रदेश में तीसरा पुरस्कार मिला है। हम कोशिश कर रहे हैं कि इस बार हमारा अस्पताल टॉप पर हो।