UP : विश्व हिंदू सेवा दल के नेता की गोली मारकर हत्या, कार रोककर माथे पर मारी गोली, दो गुटों में समझौते को लेकर हुआ था विवाद
बदायूं में शुक्रवार रात विश्व हिंदू सेवा दल के जिलाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका शव आज सुबह खेतिहार क्षेत्र के गांव से डेढ़ किमी दूर चकरोड किनारे पड़ा मिला।
Updated: Nov 19, 2022, 15:40 IST
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बदायूं में शुक्रवार रात विश्व हिंदू सेवा दल के जिलाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका शव आज सुबह खेतिहार क्षेत्र के गांव से डेढ़ किमी दूर चकरोड किनारे पड़ा मिला और पास में उनकी कार भी खड़ी थी और शव से कुछ दूरी पर एक पिस्टल भी पड़ी थी। हत्या का आरोप गांव के कोटेदार से शिकायत करने वाले लोगों पर है। हिंदू नेता कोटेदार और फरियादी के बीच समझौता कराने की कोशिश कर रहे थे। जबकि फरियादी समझौता करने को तैयार नहीं थे। ये घटना मूझग थाना क्षेत्र के ग्राम गिधोल की है।Read Also:-Bank Holidays: दिसंबर के महीने में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक, ये है RBI की पूरी लिस्ट
गांव निवासी प्रदीप कश्यप (30) विश्व हिंदू सेवा दल के जिलाध्यक्ष थे। ग्रामीणों के मुताबिक शुक्रवार की रात प्रदीप की कार को रोका गया और गोलियां चलाई गईं। घटना उस समय हुई जब वह घर लौट रहे थे।
Badaun, UP | Body of 30-year-old Pradeep Kumar Kashyap was found on the outskirts of a village in Badaun next to his car & his country-made pistol. He has a bullet injury in his head. Statements from the family being recorded. Action to be taken soon: SSP OP Singh pic.twitter.com/rSuZ7XmEcg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 19, 2022
विवाद की वजह
ग्रामीणों के अनुसार गांव के राशन डीलर मान सिंह का एक साल पहले कोटा वितरण के दौरान धीरेंद्र और उसके भाई फुलवारी से विवाद हो गया था। इसी विवाद के बाद दोनों के बीच दुश्मनी हो गई थी। चार दिन पहले दोनों पक्षों में फिर से कहासुनी हो गई थी तो कोटेदार मान सिंह ने इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से की थी। इस पर इंस्पेक्टर राजेश यादव ने हिंदू नेता प्रदीप को दोनों पक्षों में समझौता कराने की बात कही।
समझौते के दौरान प्रदीप के साथ मारपीट की गई थी
हिंदू नेता प्रदीप ने गत 16 नवंबर को दोनों पक्षों को प्रेमपाल के घर बुलाया। वहां पहले से ही कई लोग मौजूद थे। समझौता सभी की उपस्थिति में लिखा गया था। इसी बीच अचानक धीरेंद्र और फुलवारी ने समझौते को फाड़ कर फेंक दिया। साथ ही प्रदीप को नेतृत्व करने की बात कहकर उससे निपटने की धमकी भी दी। प्रदीप ने विरोध किया तो धीरेंद्र व फुलवारी सहित उसके साथियों ने मौके पर ही उसकी पिटाई कर दी। कोटेदार पक्ष के लोगों ने बमुश्किल उन्हें बचाया तो दोनों भाई जान से मारने की धमकी देकर चले गए। प्रदीप ने इसकी शिकायत पुलिस के साथ ही मुख्यमंत्री से भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हिंदू नेता प्रदीप ने गत 16 नवंबर को दोनों पक्षों को प्रेमपाल के घर बुलाया। वहां पहले से ही कई लोग मौजूद थे। समझौता सभी की उपस्थिति में लिखा गया था। इसी बीच अचानक धीरेंद्र और फुलवारी ने समझौते को फाड़ कर फेंक दिया। साथ ही प्रदीप को नेतृत्व करने की बात कहकर उससे निपटने की धमकी भी दी। प्रदीप ने विरोध किया तो धीरेंद्र व फुलवारी सहित उसके साथियों ने मौके पर ही उसकी पिटाई कर दी। कोटेदार पक्ष के लोगों ने बमुश्किल उन्हें बचाया तो दोनों भाई जान से मारने की धमकी देकर चले गए। प्रदीप ने इसकी शिकायत पुलिस के साथ ही मुख्यमंत्री से भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रदीप के बड़े भाई उमेश ने रोते हुए कहा, ''दो दिन पहले भाई ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस को भी मामले की सूचना दोबारा दी गई। आरोप है कि थाने ने कोई कार्रवाई नहीं की। हमें सुबह गांव के लोगों ने बताया कि आपके भाई की लाश चकरोड के किनारे पड़ी है। कार भी पास में खड़ी थी, हम खेत की तरफ दौड़कर मौके पर पहुंचे तो कार के बगल में मेरे भाई की लाश पड़ी थी। पुलिस पास खड़ी थी। एक दिन पहले गांव में मारपीट हुई थी। उन लोगों ने धौंस दी और धमकी भी दी। उन्होंने मेरे भाई को मार डाला, पुलिस कुछ नहीं कर सकी।"
गाड़ी पर बीजेपी का झंडा
बताया जाता है कि हिंदूवादी नेता होने के साथ-साथ प्रदीप बीजेपी नेताओं के करीबी भी थे। उन्होंने अपने वाहन पर भाजपा का झंडा लगा रखा था। आगे विश्व हिंदू सेवा दल के जिलाध्यक्ष के नाम का स्टीकर भी चिपकाया गया। प्रदीप खुद को बीजेपी का नेता भी बताता था।
बताया जाता है कि हिंदूवादी नेता होने के साथ-साथ प्रदीप बीजेपी नेताओं के करीबी भी थे। उन्होंने अपने वाहन पर भाजपा का झंडा लगा रखा था। आगे विश्व हिंदू सेवा दल के जिलाध्यक्ष के नाम का स्टीकर भी चिपकाया गया। प्रदीप खुद को बीजेपी का नेता भी बताता था।
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने कहा, '' बरामद पिस्टल की जांच की जा रही है। परिजनों की ओर से तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। अभी तक कोटे की रंजिश में हत्या की बात सामने आई है। गांव धीरेंद्र को आरोपी बनाया गया है, आरोपियों की तलाश की जा रही है।"