मेरठ : आउटर रिंग रोड निर्माण का रास्ता साफ, कैंट में 74 करोड़ से बनेंगी सड़कें, माल रोड से मिलेगा जाम की समस्या से छुटकारा

शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए माल रोड की चौड़ाई 25 मीटर करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। वहीं आउटर रिंग रोड के लिए दस गांवों की 19 हेक्टेयर जमीन लेने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। लिंक रोड की बाधाओं को दूर कर रक्षा मंत्रालय की मुहर के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
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maal road
एनसीआरटीसी (NCRTC) रैपिड रेल के लिए जमीन के एवज में सेना और कैंट बोर्ड को 74 करोड़ रुपये देगी। इस पैसे से भगत चौक से दीनयाल उपाध्याय संस्थान तक माल रोड को 14 मीटर से 25 मीटर चौड़ा किया जाएगा। जल्द ही इन प्रस्तावों को बोर्ड की बैठक में मंजूरी मिलने वाली है।Read Also:-महिला कर रही थी रेलवे लाइन पार, तभी दनदनाते हुए आ गई राजधानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन, खतरे में डाली अपनी जान; देखें दिल दहला देने वाला वीडियो.....

 

माल रोड पर वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए डिवाइडर बनाने और सौंदर्यीकरण पर भी विचार किया जा रहा है। टेलीफोन एक्सचेंज के पास मिलिट्री डेयरी फार्म रोड, मवाना रोड और बुचरी रोड को भी चौड़ा किया जाएगा।

 

बाबा औघड़नाथ मंदिर से राजबन जाने वाली सड़क पर बने नाले की पुलिया को सीधा किया जाएगा। Mr. Talk के सामने हनुमान चौक के पास नाले की पुलिया को चौड़ा करने का भी प्रस्ताव है। केले वाली कोठी से सेंट जॉन्स और सोफिया स्कूल जाने वाली पुलिया को भी सीधा किया जाएगा। छावनी में 16 आधुनिक शौचालय परिसर का निर्माण होगा। तीन ओवरहेड टैंक भी बनाए जाएंगे।

 

टोल टैक्स खत्म होने के बाद कैंट बोर्ड की आमदनी सीमित हो गई है। अब आमदनी बढ़ाने के लिए 30 दुकानें और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी बनाने का प्रस्ताव है। 

 

एक साथ जुड़ेंगे चार हाईवे, नहीं आएंगे भारी वाहन
दस गांवों की जमीन मिलने के बाद आउटर रिंग रोड बनते ही गढ़ रोड, हापुड़ रोड, मवाना रोड, रुड़की रोड को जोड़ दिया जाएगा। इससे शहर के अंदर भारी वाहनों का दबाव कम होगा। दस गांवों में 19 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों से 21 दिन में आपत्ति मांगी गई है।

 
आउटर रिंग रोड के इस हिस्से को बनाने के लिए पिछले डेढ़ साल से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। यह मेरठ-गढ़मुक्तेश्वर 709 (ए) हाईवे के लिंक रूट के अंतर्गत आता है।

 

जल्द ही मवाना रोड से रुड़की रोड के बीच पड़ने वाले गांवों की जमीन की 3डी मैपिंग ड्रोन से की जाएगी। लगभग 13.4 किमी बाहरी रिंग के लिए 133.32 हेक्टेयर भूमि की पहचान की जा चुकी है। अब एनएचएआई (NHAI) को 19 हेक्टेयर अतिरिक्त जमीन की जरूरत है। इसके साथ ही बहछोला, सलारपुर, जलालपुर, भराला, दौराला, धंजू, इकलता, खानौदा, मैथना इंदर सिंह, मुख्तारपुर नंगला, पंवारी गांव की जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

 

लिंक रूट: एक हफ्ते में फाइल रक्षा मंत्रालय तक पहुंच जाएगी। 
बागपत रोड को रेलवे रोड से जोड़ने वाली 800 मीटर लंबी लिंक रोड बनाने के लिए कॉमन सर्वे पूरा कर लिया गया है। फाइल अगले एक हफ्ते में रक्षा मंत्रालय के पास पहुंच जाएगी। वहां से एमडीए को जमीन पट्टे पर देने का फैसला अधिकतम दस दिनों में होने की उम्मीद है। लिंक रोड बनने से 52 कॉलोनियों को जाम से निजात मिलेगी।

 

जल्द मिलेगी हरी झंडी
फाइल हरी झंडी के लिए पूरी तरह तैयार है। एक हफ्ते में पहुंचेंगे रक्षा मंत्रालय वहां से लिंक रूट के लिए एनओसी जल्द ही मिल जाएगी। डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, राज्यसभा सांसद

 

राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी 27 जून 2022 को एमडीए कार्यालय पहुंचे और केंद्र सरकार की वेबसाइट पर सेना की जमीन की एनओसी के लिए आवेदन किया। इसके बाद सेना और एमडीए ने संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की।  एमडीए के कार्यकारी अभियंता अरुण शर्मा ने बताया कि एनओसी मिलते ही रोड बजट तैयार कर लिया जाएगा। जनांदोलन समिति के प्रचार प्रमुख गौरव सिंह ने कहा कि अब उम्मीदों पर खरा उतरने का समय आ गया है। 
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