मेरठ: प्रॉपर्टी डीलर ने ऑफिस में की आत्महत्या, सपा नेता के यहां डकैती के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था
इंचोली थाना क्षेत्र के बेटा गांव निवासी फेरम सिंह राणा पुत्र करण सिंह अपने परिवार के साथ गंगानगर एफ ब्लॉक में रह रहा था। वह मेरठ कॉलेज का कर्मचारी था और प्रापर्टी डीलिंग का भी काम करता था।
Nov 21, 2022, 00:31 IST
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गंगानगर एफ ब्लॉक निवासी प्रापर्टी डीलर ने अपने कार्यालय में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि छह दिन पहले अमन विहार में हुई लूट के मामले में पुलिस ने उन्हें सरधना से हिरासत में लिया और तीन दिन तक थाने में रखा। तभी से वह डिप्रेशन में चल रहे थे। रविवार की शाम उसने फांसी लगा ली। परिजनों ने सीओ सदर देहात, एसओ को घेराव किया। वही पुलिस ने तमाम आरोपों का खंडन किया और बताया की उसने दूसरे कारणों से आत्महत्या की है। Read Also:-UP : शौचालय में फोन छिपाकर महिला प्रोफेसर्स और छात्राओं का बनाता था अश्लील वीडियो, मोबाइल फ़ोन ने खोला कॉलेज के चपरासी का राज
इंचोली थाना क्षेत्र के बेटा गांव निवासी फेरम सिंह राणा पुत्र करण सिंह अपने परिवार के साथ गंगानगर एफ ब्लॉक में रह रहा था। वह मेरठ कॉलेज का कर्मचारी था और प्रापर्टी डीलिंग का भी काम करता था।
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— MEERUT POLICE (@meerutpolice) November 20, 2022
थाना गंगानगर क्षेत्र में आत्महत्या की घटना के सम्बन्ध में। #UPPolice pic.twitter.com/0hS5UFbmSp
बीते सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे अमन विहार स्थित सपा कार्यकर्ता व व्यवसायी श्रवण कुमार के यहां लूट की घटना हुई थी। इस मामले में पुलिस ने 16 नवंबर को फेरम सिंह राणा व दो अन्य लोगों को जबरन हिरासत में ले लिया और पूछताछ के नाम पर तीन दिन तक थाने में बैठा कर रखा। उन्हें 18 नवंबर को रिहा किया गया था। परिवार का आरोप है कि तभी से वह डिप्रेशन में था और खाना भी नहीं खा रहा था। उन्हें डर था कि पुलिस उन्हें फिर से उठा लेगी, इससे समाज में बदनामी होगी।
रविवार शाम वह अमहेड़ा रोड स्थित अपने प्रापर्टी डीलिंग कार्यालय पहुंचे। वहां उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कई बार फोन करने के बाद जब फोन रिसीव नहीं हुआ तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। वह उन्हें ढूंढते हुए सबसे पहले थाने पहुंचे। इसके बाद वह उनके कार्यालय पहुंचे तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद था। परिजन दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो वह फंदे पर लटका मिला।
घटना के बाद उन्हें गंगानगर के एक अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना ने हंगामा खड़ा कर दिया। मौके पर सीओ सदर देहात देवेश सिंह, गंगानगर थाना प्रभारी दिनेश प्रताप सिंह को परिजनों ने घेराव किया और जमकर खरी-खोटी सुनाई। पुलिस पर आरोप लगाया कि उसकी मौत का कारण थाना है। मौके पर चार थानों की पुलिस बुलाई गई है।