मेरठ : 'अग्निवीर भर्ती ' के नाम पर फ्रॉड, भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से किया सौदा, सेना भर्ती के नाम पर लाखों हड़प लिए

मेरठ में अग्निवीर भर्ती के नाम पर अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए एसटीएफ मेरठ ने सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है। गिरोह के पास से कई दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। इस मामले में कई खुलासे हो चुके हैं।
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एसटीएफ मेरठ ने अग्निवीर भर्ती के नाम पर अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है। गिरोह के पास से कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। गिरफ्तार आरोपित जवान नरेश कुमार निवासी ग्राम मसूरी गाजियाबाद मसूरी अपने भाई व एक अन्य के साथ 2018 से गिरोह चला रहा था। Read Also:-PFI Banned: 5 साल के लिए लगा प्रतिबंध, NIA ने छापेमारी में PFI के 230 लोगो को हिरासत में लिया था; इसके बाद केंद्र का एक्शन
गौतमबुद्धनगर के दादरी थाना क्षेत्र के लुहारली गांव निवासी एक युवक ने एटीएस को सूचना दी। उनका भाई मुजफ्फरनगर अग्निवीर भर्ती में शामिल हो गया है। वहां संदीप नाम के युवक ने पांच लाख में भर्ती होने की बात कही। संदीप ने उसकी मुलाकात तनुज से कराई, जिसका भाई नरेश आर्मी में है। ढाई लाख रुपए एडवांस दिए गए। मंगलवार को एसटीएफ ने नरेश को दबोच लिया, जबकि अन्य फरार हो गए। नरेश हेड क्वार्टर-3 ईडब्ल्यू-ब्रिगेड पुणे में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है।
ठगी कर सेना भर्ती में के नाम पर लाखों हड़प लिए 
एसटीएफ मेरठ ने सेना अस्पताल के पास अग्निवीर भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से भर्ती संबंधित दस्तावेज, फोन, आर्मी आईडी कार्ड आदि से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अन्य आरोपी मौके से फरार होने में सफल रहे। आरोपी पहले भी इसी तरह कुछ लोगों के साथ ठगी कर चुका है। एसटीएफ अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
मिलिट्री इंटेलीजेंस से मिली सूचना के बाद एसटीएफ ने जाल बिछाया और ठगों के चक्कर में फंसे गौतमबुद्धनगर के ठगी के शिकार हुए तक पहुंचने में सफलता मिली।  पीड़ित ने बताया कि उसके साथ पांच लाख रुपये में अग्निवीर भर्ती का सौदा किया गया है। इसे आर्मी अस्पताल मेरठ में मेडिकल होना बताया गया। ढाई लाख रुपए एडवांस के तौर पर दिए गए हैं। मंगलवार को मेडिकल के बाद बाकी पैसे देने थे।
एसटीएफ ने घेराबंदी करते हुए आरोपी को दबोच लिया, जबकि उसके साथी फरार हो गए। आरोपी की पहचान सेना के जवान नरेश कुमार निवासी ग्राम मसूता, थाना मसूरी गाजियाबाद के रूप में हुई है। एसटीएफ ने आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन, सेना का आई-कार्ड, अग्निवीर भर्ती से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपी के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी जवान नरेश कुमार वर्तमान में हेड क्वार्टर-3 ईडब्ल्यू-ब्रिगेड पुणे में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। वर्ष 2009 में सेना में शामिल हुए और वर्तमान में सिग्नल कोर में हैं। आरोपी ने बताया कि वह अपने भाई सौरभ, तनुज और एक अन्य युवक संदीप के साथ मिलकर इस गैंग को चला रहा है।
पांच लोगों से किया हुआ था भर्ती का सौदा
आरोपी के फोन से मिली जानकारी के अनुसार यह काम वह पिछले चार साल से कर रहा है। इस दौरान उसने पांच लोगों के साथ भर्ती के सौदे किए थे। पांचवें अभ्यर्थी  के साथ उनका ढाई लाख रुपये में सौदा हुआ था। पुलिस के मुताबिक नरेश अब तक भर्ती के नाम पर करीब 35 लाख रुपये की ठगी कर चुका है।
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