मेरठ : 'सीसीएस यूनिवर्सिटी में नहीं हुआ धर्मांतरण' घूमने आई कोरियाई लड़कियों पर लगे आरोपों पर पुलिस का जवाब
कोरियाई लड़कियों ने बताया कि वह अपने भारतीय दोस्तों से मिलने आई थी, लेकिन यहां छात्रों ने उन्हें फंसाने की कोशिश की। इन लड़कियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने कैंपस में कुछ छात्रों से उनके धर्म के बारे में जानकारी मांगी थी।
Jan 23, 2023, 00:00 IST
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मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में घूमने आई कोरियन छात्राओं के साथ बदसलूकी की घटना ने सोशल मीडिया पर जमकर तूल पकड़ा है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बॉलीवुड डायरेक्टर से लेकर इंडो-ईसाई संस्कृति पर काम करने वाली संस्था तक ने इस घटना की निंदा की है। कई लोग यूनिवर्सिटी में जो हुआ उसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं और इसे गलत बता रहे हैं।Read Also:- उत्तर प्रदेश : चलती ट्रेन में हैवानियत, टीटीई ने अपने साथी के साथ एसी कोच के केबिन को लॉक कर किया सामूहिक दुष्कर्म; टीटीई हुआ गिरफ्तार
इस घटना का वीडियो बॉलीवुड डायरेक्टर विनोद कापड़ी ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। जिन युवको ने विदेशी युवतियों को पेरशान किया । उनके सामने लगे धार्मिक नारों के मुद्दे पर विनोद कापड़ी ने लिखा कि ये गुंडे देश को पूरी तरह बर्बाद करके ही मानेंगे।
#खण्डनः कतिपय सोशल मीडिया पर वायरल धर्मान्तरण के आरोपों के संबंध में #UPPolice pic.twitter.com/Pz6d3jVZ82
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) January 22, 2023
भारत की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है-विदेशी संगठन इंडो-क्रिश्चियन कल्चर
इंडो-क्रिश्चियन कल्चर पर काम करने वाली संस्था इंडो-क्रिश्चियन कल्चर ने भी इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। संस्था ने अपने पोस्ट में लिखा है कि ये विदेशी लड़कियां भारतीय भाषा पढ़ने के लिए भारत आई थीं। उनके साथ बहुत ही गलत व्यवहार किया गया। विदेशियों को नफरत और अपराध का शिकार बनते देखना बहुत दुखदायी है। इन घटनाओं से विदेशों में भारत की साख को ठेस पहुंचेगी।
पुलिस ने किया खंडन
मेरठ पुलिस ने खुद विदेशी लड़कियों पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने की घटना से इनकार किया है। पुलिस की ओर से जारी पोस्ट में लिखा था कि ये विदेशी लड़कियां सिर्फ मेरठ यूनिवर्सिटी घूमने आई थीं। कुछ युवकों ने जानबूझकर लड़कियों से उनके और उनके धर्म के बारे में पूछा। उसका वीडियो बनाकर गलत तरीके से पेश किया गया है। मानो ये लड़कियां अपने धर्म का प्रचार कर रही हों। जो कि बिलकुल गलत है।
मेरठ पुलिस ने खुद विदेशी लड़कियों पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने की घटना से इनकार किया है। पुलिस की ओर से जारी पोस्ट में लिखा था कि ये विदेशी लड़कियां सिर्फ मेरठ यूनिवर्सिटी घूमने आई थीं। कुछ युवकों ने जानबूझकर लड़कियों से उनके और उनके धर्म के बारे में पूछा। उसका वीडियो बनाकर गलत तरीके से पेश किया गया है। मानो ये लड़कियां अपने धर्म का प्रचार कर रही हों। जो कि बिलकुल गलत है।
पढ़ें घटना के बारे में...
मेरठ घूमने आई कोरियाई लड़कियों को छात्रों ने परेशान किया। छात्रों ने इन विदेशी लड़कियों के सामने नारेबाजी की और उन पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में विदेशी छात्राएं घूमने आई थीं। सूचना पर पहुंची मेडिकल थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मेरठ घूमने आई कोरियाई लड़कियों को छात्रों ने परेशान किया। छात्रों ने इन विदेशी लड़कियों के सामने नारेबाजी की और उन पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में विदेशी छात्राएं घूमने आई थीं। सूचना पर पहुंची मेडिकल थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पहले लड़कियों से खुद भगवान ईसा मसीह के बारे में पूछा, बाद में उन पर धर्म परिवर्तन के लिए बरगलाने का आरोप लगाया।
वेस्ट यूपी के सबसे बड़े चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शनिवार को दक्षिण कोरियाई लड़कियां घूमने आई थीं। कैंपस में विदेशी युवतियों को देखकर कुछ युवकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। युवकों ने जय श्री राम के नारे लगाकर युवतियों को भगा दिया। युवकों की इस तरह की हरकत से विदेशी लड़कियां परेशान हो गईं थी।
