मेरठ : 6 बड़े चौराहों को कबाड़ से सजाया जाएगा, नगर निगम की परियोजना का गांधी आश्रम चौराहे पर सफल रहा प्रयोग, लोहे के स्क्रैप से बना फव्वारा
कबाड़ से मेरठ के 6 बड़े चौराहों को बनाया जाएगा। खूबसूरत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मेरठ नगर निगम ने पहले चरण में गांधी आश्रम चौक को बहुत ही खूबसूरती से सजाया है।
Aug 28, 2022, 14:40 IST
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कबाड़ से मेरठ के 6 बड़े चौराहों को बनाया जाएगा खूबसूरत। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मेरठ नगर निगम ने पहले चरण में गांधी आश्रम चौक को इस तरह बहुत ही खूबसूरती से सजाया है। गांधी आश्रम चौराहे पर शनिवार देर रात सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो गया। काम पूरा होते ही चौराहे पर कबाड़ से बना फव्वारा चलाकर बत्ती जला दी गई। गांधी आश्रम चौराहे के बाद अब निगम इसी तरह के कबाड़ से शहर के 5 और चौराहों का सौंदर्यीकरण करेगा।
कबाड़ का उपयोग, पर्यावरण (Environmental) संरक्षण की और स्टेप
कबाड़ के समुचित उपयोग, कबाड़ के निस्तारण के लिए मेरठ नगर निगम ने यह रणनीति बनाई है। इसके तहत शहर के चौराहों पर पुरानी चीजों से सौंदर्यीकरण करना है। गांधी आश्रम चौराहे पर पुराने साइकिल के टायरों, साइकिल की चेन और कबाड़ से फव्वारा बनाया गया है। इसी तरह चौराहे का सौंदर्यीकरण भी हुआ है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में स्टेप उठाते हुए निगम ने यह काम किया है।
कबाड़ के समुचित उपयोग, कबाड़ के निस्तारण के लिए मेरठ नगर निगम ने यह रणनीति बनाई है। इसके तहत शहर के चौराहों पर पुरानी चीजों से सौंदर्यीकरण करना है। गांधी आश्रम चौराहे पर पुराने साइकिल के टायरों, साइकिल की चेन और कबाड़ से फव्वारा बनाया गया है। इसी तरह चौराहे का सौंदर्यीकरण भी हुआ है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में स्टेप उठाते हुए निगम ने यह काम किया है।
टायर, चैन और स्क्रैप से सजाया
अकेले गांधी आश्रम चौराहे पर कबाड़ से सौंदर्यीकरण कर फव्वारा बनाने में एक लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसे पूरा करने में 1 सप्ताह का समय लगा। अब निगम अन्य चौराहों पर भी इसी तरह का सौंदर्यीकरण करेगा। इसमें साइकिल की चेन, पुराने साइकिल के टायर और लोहे के स्क्रैप का इस्तेमाल किया गया है। चौराहे को कबाड़ से सजाया गया है।
अकेले गांधी आश्रम चौराहे पर कबाड़ से सौंदर्यीकरण कर फव्वारा बनाने में एक लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसे पूरा करने में 1 सप्ताह का समय लगा। अब निगम अन्य चौराहों पर भी इसी तरह का सौंदर्यीकरण करेगा। इसमें साइकिल की चेन, पुराने साइकिल के टायर और लोहे के स्क्रैप का इस्तेमाल किया गया है। चौराहे को कबाड़ से सजाया गया है।
इन चौराहों को कबाड़ से सजाया जाएगा
गांधी आश्रम के बाद बच्चा पार्क चौराहा, ईव्ज चौराहा, कुटी चौराहा समेत 2 और स्थान तय किए जाएंगे और वहां भी कबाड़ से फव्वारा बनाकर उनका सौन्दर्यीकरण किया जाएगा।
गांधी आश्रम के बाद बच्चा पार्क चौराहा, ईव्ज चौराहा, कुटी चौराहा समेत 2 और स्थान तय किए जाएंगे और वहां भी कबाड़ से फव्वारा बनाकर उनका सौन्दर्यीकरण किया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट था गांधी आश्रम चौराहा
मेरठ नगर निगम में एसबीएम टीम लीडर मयंक मोहन का कहना है कि इस पहले चौराहे को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कबाड़ से इस का सौंदर्यकरण किया गया है। यह प्रोजेक्ट सफल रहा है। अब दूसरे चौराहों पर काम शुरू होगा। इसी तरह शहर के 5 अन्य बड़े चौराहों का सौंदर्यीकरण भी करना है।
मेरठ नगर निगम में एसबीएम टीम लीडर मयंक मोहन का कहना है कि इस पहले चौराहे को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कबाड़ से इस का सौंदर्यकरण किया गया है। यह प्रोजेक्ट सफल रहा है। अब दूसरे चौराहों पर काम शुरू होगा। इसी तरह शहर के 5 अन्य बड़े चौराहों का सौंदर्यीकरण भी करना है।