मेरठ: 14 साल पुरानी रंजिश में बसपा नेता की हत्या, पिता की मौत का बदला लेने के लिए एलानिया मर्डर
हत्या से पहले अतुल ने मनोज को अपने पिता की हत्या का जिम्मेदार ठहराते हुए उसका बदला लेने की बात कही और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
उत्तरप्रदेश के मेरठ में पार्षद की हत्या को 10 घंटे भी नहीं हुए थे कि देर शाम बदमाशों ने इंचौली क्षेत्र में बसपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि 14 साल पहले हुई हत्या के बदले में बसपा नेता की एलानिया हत्या की गई है। जिस वक्त वारदात हुई उस वक्त बसपा नेता अपने दोस्त के घर गया हुआ था। यहां पहुंचे तीन हमलावरों ने उसपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। 6 गोलियां बसपा नेता को लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।
मामला मेरठ के इंचौली थाना क्षेत्र के चिंदौड़ी गांव का है। बताया जा रहा है कि यहां रहने वाला मनोज चौधरी बसपा कार्यकर्ता था। शनिवार शाम को मनोज पड़ोस में रहने वाले अपने मित्र हरेंद्र के घर गया हुआ था। इसी दौरान गांव का ही रहने वाला अतुल ने अपने दो साथियों के साथ वहां पहुंचा और मनोज पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। तीनो मनोज की मौत होने तक फायरिंग करते रहे। उसे 6 गोलियां लगीं। इसके बाद आरोपियों ने दूसरी ओर बैठे हरेंद्र ने पर भी फायरिंग की, लेकिन उसने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बेखौफ फरार हो गए। सूचना पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी, एसपी देहात केशव कुमार और सीओ सदर देहात पूनम सिरोही मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
हरेंद्र ने पुलिस को बताया कि हत्यारोपी अतुल के पिता अमित चौधरी की वर्ष 2008 में लावड़ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह मूलरूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला था, लेकिन उसकी हत्या के बाद उसकी पत्नी और बेटा अतुल अपने नाना के घर चिंदौड़ी में ही रहने लगे। जिस वक्त अमित की हत्या हुई थी तब अतुल महज 7 साल का था। इस हत्या में मनोज का नाम भी सामने आया था, लेकिन, यह मुकदमा खारिज हो चुका है, लेकिन अतुल तभी से रंजिश रखता था। वह उसकी हत्या करने की बात कई बार कह चुका था।
हरेंद्र ने बताया कि हत्या से पहले अतुल ने मनोज को अपने पिता की हत्या का जिम्मेदार ठहराते हुए उसका बदला लेने की बात कही और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। वहीं मनोज के परिजनों ने बताया कि अतुल पहले भी 2 बार मनोज को मारने की नीयत से फायरिंग कर चुका था।
मनोज का बड़ा बेटा यूपी पुलिस में है और फिलहाल उसकी तैनाती कानपुर में है। मनोज के दिवंगत पिता मास्टर रतन सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के कार्यकाल में लोकलदल से जुड़े हुए थे और वरिष्ठ लोकदल नेता थे। मनोज बसपा में शामिल था, उसने चिंदौड़ी गांव में प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ा था, लेकिन वह जीत नहीं पाया था।