ट्रेन पुल पर रुकी, जान जोखिम में डालकर नीचे उतरा लोको पायलट, वीडियो देख लोग कर रहे जमकर तारीफ....
असम में एक ट्रेन पुल पर रुक गई। इसे ठीक करने के लिए असिस्टेंट लोको पायलट ने अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पर उतर गया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इसकी खूब तारीफ कर रहे हैं।
Oct 1, 2024, 08:40 IST
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शायद हर कोई नहीं जानता कि भारतीय रेलवे के कर्मचारी यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए कितनी मेहनत करते हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक ट्रेन पुल पर रुकी हुई है। इस ट्रेन को चलाने के लिए लोको पायलट अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पर उतर गया और ट्रेन को चलाने की कोशिश करने लगा। READ ALSO:-मेरठ: नेताजी निकले कार चोर गिरोह का सदस्य, दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार, आजाद समाज पार्टी से लड़ा था विधानसभा का चुनाव
बताया जा रहा है कि वीडियो असम का है और घटना 26 सितंबर की है। लोको पायलट आर.के. रंजन और सहायक लोको पायलट रामजी कुमार एनएफआर जोन में 15657 अप ब्रह्मपुत्र मेल चला रहे थे। अचानक ट्रेन बिजनी और पटिलाडा के बीच पुल संख्या 456 पर रुक गई। एएलपी आर. कुमार ने अपनी जान जोखिम में डालकर हवा के रिसाव को ठीक किया। इसके बाद ट्रेन आगे चल सकी।
26 सितंबर को लोको पायलट आर.के. रंजन और असिटेंट लोको पायलट रामजी कुमार, NFR जोन में 15657 अप ब्रह्मपुत्र मेल पर कार्यरत थे। अचानक ट्रेन असम के बिजनी और पतीलादाह के बीच ब्रिज नंबर 456 पर रुक गई। ALP आर. कुमार ने मुस्तैदी दिखाते हुए, इंजन से 21वीं बोगी तक पहुंचकर एयर लीकेज को… pic.twitter.com/NF4Vxsr4dN
— Priyanka kandpal/प्रियंका काण्डपाल (@pri_kandpal) September 30, 2024
एएलपी का वीडियो हो रहा वायरल
एएलपी की हिम्मत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर लोको पायलट की जमकर तारीफ कर रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि ऐसे लोगों की वजह से ही रेलवे चल रही है, वरना लोको पायलट को समस्या को ठीक करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने की क्या जरूरत थी। एक ने लिखा कि भाई को सलाम, इस वीडियो को देखकर रेलवे कर्मचारियों पर गर्व महसूस हो रहा है।
पुल पर ट्रेन रुकने के बाद लीक के बिना ट्रेन को आगे बढ़ाना मुश्किल था। ऐसे में सहायक लोको पायलट रामजी कुमार आगे आए और पुल पर ट्रेन से उतर गए। लोहे की रॉड की मदद से वे उस जगह पहुंचे जहां दिक्कत थी। उसे ठीक करने के बाद वे आराम से ट्रेन में सवार हुए और ट्रेन अपने गंतव्य की ओर बढ़ गई।
इससे पहले बिहार में भी ऐसी ही घटना हुई थी, गोरखपुर से नरकटियागंज जा रही ट्रेन संख्या 05497 वाल्मीकिनगर और पनियहवा के बीच पुल पर रुक गई थी। बताया गया कि यूएल वाल्व से लीकेज था, जिसे ठीक करने के लिए लोको पायलट अजय यादव और रंजीत कुमार ने अपनी जान जोखिम में डाल दी थी।