हरियाणवी गाने पर सोनिया गांधी ने किया डांस, प्रियंका गांधी ने सोनीपत की महिलाओं को लगाया गले; राहुल गांधी ने शेयर किया वीडियो
करीब 12 मिनट के इस वीडियो में सोनीपत की कुछ महिलाओं को दिल्ली लाना, घुमाना और आखिर में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात शामिल है।
Jul 16, 2023, 16:46 IST
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राहुल गांधी ने रविवार को एक वीडियो शेयर किया, जिसमें हरियाणा के सोनीपत की कुछ महिलाएं सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के साथ हरियाणवी गाने पर डांस करती नजर आ रही हैं ।READ ALSO:-पुरे देश में ₹80/प्रति किलो टमाटर बेच रही सरकार, दिल्ली-NCR सहित कई शहरों में बिक्री शुरू, थोक कीमतों में कमी से मिली राहत
This is heart touching ❤️
— Surbhi (@SurrbhiM) July 16, 2023
Sonepat women farmers met Rahul Gandhi ji in his home at New Delhi .
He is changing Indian politics .#किसान_संग_राहुल pic.twitter.com/xrkfJEAFCG
करीब 12 मिनट के इस वीडियो में सोनीपत की कुछ महिलाओं को दिल्ली लाना, घुमाना और आखिर में सोनिया, प्रियंका और राहुल से मुलाकात शामिल है ।
धान की रोपाई, मंजी पर रोटी - किसान हैं भारत की ताकत 🇮🇳🚜
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 16, 2023
सोनीपत, हरियाणा में मेरी मुलाकात दो किसान भाइयों, संजय मलिक और तसबीर कुमार से हुई। वो बचपन के जिगरी दोस्त हैं, जो कई सालों से एक साथ किसानी कर रहे हैं।
उनके साथ मिल कर खेतों में हाथ बटाया, धान बोया, ट्रैक्टर चलाया, और… pic.twitter.com/tUP6TARrJm
वीडियो में राहुल प्रियंका गांधी के आवास पर पहुंची इन महिलाओं से पूछते नजर आ रहे हैं- दिल्ली कैसी रही, आप गईं या नहीं? इसके बाद सोनिया, प्रियंका और राहुल उनके साथ लंच करते नजर आ रहे हैं ।
वीडियो का शुरुआती हिस्सा राहुल और सोनीपत के दो किसानों के बीच बातचीत है। 8 जुलाई को शिमला जाते वक्त राहुल ने सोनीपत के मदीना गांव में इन किसानों से मुलाकात की थी।
राहुल ने खेत में ट्रैक्टर चलाया, धान की रोपाई की और किसानों के साथ खाना भी खाया । तब उन्होंने इन महिलाओं को दिल्ली आने का न्योता दिया था. हालांकि इसका पूरा वीडियो सामने नहीं आया है।
महिला बोली- अपने घर बुलाओ, राहुल बोला- मेरा घर सरकार ने छीन लिया है
वीडियो में राहुल गांधी 8 जुलाई को सोनीपत के मदीना गांव में महिलाओं से बातचीत करते नजर आ रहे हैं । राहुल महिलाओं से उनकी समस्याओं और उनके बच्चों की शिक्षा के बारे में पूछते हैं. इसके बाद एक महिला पूछती है- अपने बारे में कुछ बताएं? इस पर राहुल कहते हैं- मैं दिल्ली से हूं ।
वीडियो में राहुल गांधी 8 जुलाई को सोनीपत के मदीना गांव में महिलाओं से बातचीत करते नजर आ रहे हैं । राहुल महिलाओं से उनकी समस्याओं और उनके बच्चों की शिक्षा के बारे में पूछते हैं. इसके बाद एक महिला पूछती है- अपने बारे में कुछ बताएं? इस पर राहुल कहते हैं- मैं दिल्ली से हूं ।
तब महिला कहती है- हमें भी अपने घर बुलाओ? जवाब में राहुल कहते हैं- सरकार ने मेरा घर छीन लिया है। अच्छा, आओ तुम्हें दिल्ली दिखा दूं। फिर राहुल गांधी ने प्रियंका से बात कराई ।
राहुल ने प्रियंका से कहा कि इन महिलाओं को दिल्ली आना होगा मैं तुम्हें घर पहुंचाऊंगा पिछले शुक्रवार को राहुल गांधी ने प्रियंका से बात करने के बाद विशेष गाड़ी भेजकर इन महिलाओं को दिल्ली बुलाया था. उन्हें इंडिया गेट के आसपास घुमाया गया । इसके बाद सभी महिलाएं प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से भी मिलीं ।
वीडियो के एक हिस्से में राहुल और दो किसानों तस्बीर कुमार और संजय के बीच बातचीत भी है। राहुल ने बातचीत के दौरान किसानों से पूछा- देश में सब कुछ प्राइवेट हो रहा है । इससे किसे फायदा हो रहा है? किसानों ने जवाब में कहा- देश के कुछ बहुत अमीर लोगों को ।
पढ़िए राहुल-किसानों की बातचीत के अंश...
- राहुल: ये आपका ट्रैक्टर है, लोन लेकर खरीदा होगा, क्या आप हमारे साथ चलेंगे?
- किसान: हाँ चलो.
- राहुल: टूटता नहीं. यह ख़राब नहीं होता और इसके उपकरण भी ख़राब नहीं होते, यह कितने साल तक चलता है?
- किसान: 15 से 20 साल हो गए.
- राहुल: आपने ये जमीन लीज पर ली होगी और आप क्या करते हैं?
- किसान: हाँ. मैं मज़दूरी करता हूँ, मुझे फ़सल का एक-चौथाई हिस्सा मिलता है।
- राहुल: एक एकड़ फसल के कितने पैसे मिलते हैं?
- किसान: एक एकड़ फसल से हमें 20 हजार रुपये मिलते हैं.
- राहुल: एक साल में खेत में कितनी फसल होती है?
- किसान: 2 साल में.
- राहुल: 5 एकड़ जमीन तैयार करने में कितना समय लगता है?
- किसान: एक दिन का समय लगता है.
- राहुल: फसल बोने के लिए खेत तैयार करने में कितना खर्च आता है?
- किसान: ट्रैक्टर में 10 हजार रुपए का डीजल लगता है, 10 लेबर लगती है। इसकी कीमत भी 35 सौ रुपये है.
- राहुल: आपको क्या लगता है, ये सब प्राइवेट होने से किसे फायदा होने वाला है?
- किसान: इसका फायदा देश के बड़े लोगों को हो रहा है.
- राहुल: मान लीजिए आपने इसमें 5 साल काम किया तो मुनाफा कितने साल और घाटा कितने साल रहेगा?
- किसान: 2 साल घाटा होता है, 3 साल फसल मुनाफा देती है।
- राहुल: 10 साल पहले खेती करना आसान था या अब?
- किसान: पहले किसानों के लिए खेती करना आसान था, पहले बीमा का पैसा समय पर मिलता था, लेकिन यह सरकार निकम्मी है.
किसानों से मुलाकात के बाद राहुल की अहम बातें: -
भारत को जोड़ने में किसानों का बड़ा योगदान
भारत को एकजुट करने में किसानों का बहुत बड़ा योगदान है - उनका उगाया हुआ अनाज देश की हर थाली का हिस्सा है, लेकिन उनकी तपस्या को सही फल और सम्मान नहीं मिलता है। भारत जोड़ो यात्रा अपने अगले चरण में हरियाणा के सोनीपत के खेतों में रुकी।
भारत को एकजुट करने में किसानों का बहुत बड़ा योगदान है - उनका उगाया हुआ अनाज देश की हर थाली का हिस्सा है, लेकिन उनकी तपस्या को सही फल और सम्मान नहीं मिलता है। भारत जोड़ो यात्रा अपने अगले चरण में हरियाणा के सोनीपत के खेतों में रुकी।
किसानों को सरकारी मदद की जरूरत है
मेरी मुलाकात दो किसान भाइयों, संजय मलिक और तसबीर कुमार से हुई। वे बचपन के सबसे अच्छे दोस्त हैं, जो कई वर्षों से एक साथ खेती कर रहे हैं। जहां संजय जी ने सरकार से जमीन लीज पर ली है, वहीं तसबीर जी उनके साथ 25% कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि खेती में हर पांच साल में से तीन साल मौसम की वजह से नुकसान झेलना पड़ता है और ऐसे में उन्हें सरकार की मदद की जरूरत होती है।
मेरी मुलाकात दो किसान भाइयों, संजय मलिक और तसबीर कुमार से हुई। वे बचपन के सबसे अच्छे दोस्त हैं, जो कई वर्षों से एक साथ खेती कर रहे हैं। जहां संजय जी ने सरकार से जमीन लीज पर ली है, वहीं तसबीर जी उनके साथ 25% कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि खेती में हर पांच साल में से तीन साल मौसम की वजह से नुकसान झेलना पड़ता है और ऐसे में उन्हें सरकार की मदद की जरूरत होती है।
महिलाओं ने घर पर खिलाई रोटी, जताई दिल्ली देखने की इच्छा
पुरुष, महिलाएँ, बच्चे सभी खेतों में मौजूद थे - धान की रोपाई के लिए यह एक विशेष दिन था। उनके साथ मिलकर हमने खेतों में हाथ बंटाया, ट्रैक्टर चलाया, धान की बुआई की, बहुत कुछ खुले दिल से हुआ। महिलाओं ने घर में बनी रोटियां खिलाईं और अपने जीवन के बारे में बात की। इनमें से किसी ने भी अब तक दिल्ली नहीं देखी थी. उन्होंने दिल्ली देखने की इच्छा व्यक्त की और मुझे सबके साथ अधिक समय बिताने का मौका मिला।
पुरुष, महिलाएँ, बच्चे सभी खेतों में मौजूद थे - धान की रोपाई के लिए यह एक विशेष दिन था। उनके साथ मिलकर हमने खेतों में हाथ बंटाया, ट्रैक्टर चलाया, धान की बुआई की, बहुत कुछ खुले दिल से हुआ। महिलाओं ने घर में बनी रोटियां खिलाईं और अपने जीवन के बारे में बात की। इनमें से किसी ने भी अब तक दिल्ली नहीं देखी थी. उन्होंने दिल्ली देखने की इच्छा व्यक्त की और मुझे सबके साथ अधिक समय बिताने का मौका मिला।
किसान सीधे, लेकिन अधिकार पहचानते हैं
भारत के किसान सरल, सच्चे और समझदार हैं, वे अपने अधिकारों को भी पहचानते हैं। जरूरत पड़ी तो काले कानूनों के खिलाफ डटकर खड़े होने के साथ ही एमएसपी और बीमा की सही मांग भी उठाएंगे। अगर हम उनकी बात सुनें, उनकी बात समझें तो देश की कई समस्याएं सुलझ सकती हैं।
भारत के किसान सरल, सच्चे और समझदार हैं, वे अपने अधिकारों को भी पहचानते हैं। जरूरत पड़ी तो काले कानूनों के खिलाफ डटकर खड़े होने के साथ ही एमएसपी और बीमा की सही मांग भी उठाएंगे। अगर हम उनकी बात सुनें, उनकी बात समझें तो देश की कई समस्याएं सुलझ सकती हैं।
राहुल गांधी ने किसानों के साथ धान की रोपाई की,खेतों में ट्रैक्टर चलाया; दिल्ली से शिमला जाते वक्त सोनीपत के मदीना गांव में रुके।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार सुबह अचानक हरियाणा के सोनीपत में रुके। यहां उन्होंने किसानों के साथ खेतों में धान की रोपाई की। उन्होंने ट्रैक्टर चलाकर खेत की जुताई भी की। इस दौरान किसानों और खेत मजदूरों के साथ खेती-किसानी पर बातचीत भी की। राहुल ने किसानों के साथ ही बैठकर नाश्ता भी किया
