चैट से खुलासा: बालाकोट स्ट्राइक हो या 370 हटाने का निर्णय, सरकार के फैसलों का अर्नब गोस्वामी को पहले से पता होता था
अर्नब गोस्वामी की मुश्किलें कम नहीं हो रहीं है। अब एक नया विवाद उनसे जुड़ गया है। दरअसल अर्नब गोस्वामी की एक whatsapp Chat सोशल मीडिया पर जारी की गई है, इस चैट में दावा किया गया है कि अर्नब को बालाकोट स्ट्राइक की जानकारी भी 3 दिन पहले मिल गई थी। अर्नब को कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बारे में भी पहले से पता था।
यह चैट ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने दावा किया है कि सरकार के हर निर्णय का रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को पहले से पता होता था। सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने भी अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि जिस पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हुए, अर्नब ने उसका जश्न मनाया था।
सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अर्नब और दासगुप्ता के बीच यह बातचीत 2019 में हुई थी। इसे मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के पास मौजूद 500 पेज की वॉट्सऐप चैट का हिस्सा बताया जा रहा है। टीआरपी घोटाले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच ने हाल ही में 3,600 पन्नों का सप्लीमेंट्री चार्टशीट मुंबई हाईकोर्ट में दाखिल किया है। इसमें पेज नंबर 1994 से 2504 तक अर्नब और दासगुप्ता के बीच हुई वॉट्सऐप चैट का ब्यौरा है।
https://twitter.com/free_thinker/status/1350107667935625218?s=19पुलिस ने माना- वायरल चैट चार्जशीट का हिस्सा
मीडिया में यह चैट लीक होने के बाद सहायक पुलिस आयुक्त सचिन वजे ने माना कि यह चैट हाईकोर्ट में दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट का हिस्सा है। लेकिन, यह मीडिया तक कैसे पहुंची। इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
अर्नब और BARC के पूर्व CEO के बीच की जो चैट प्रतीक सिन्हा शेयर की है, उसमें अर्नब ने लिखा है कि स्ट्राइक करके चुनाव जीता जाएगा।
प्रशांत भूषण का दावा- चुनाव के लिए नेशनल सिक्युरिटी की भी परवाह नहीं की गई
इससे पहले शुक्रवार को भी प्रशांत भूषण ने सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने एक वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए थे । इनमें एक नाम अर्नब का नजर आ रहा है, जबकि दूसरे नाम के बारे में दावा किया जा रहा है कि वे पार्थो दासगुप्ता हैं। दासगुप्ता ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल यानी BARC के 2013 से 2019 के बीच CEO थे। फेक TRP स्कैम में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। BARC वह संस्था है, जो देश के 45 हजार घरों में टीवी पर लगे बार-ओ-मीटर के जरिए हर हफ्ते बताती है कि कौन सा चैनल कितना देखा जा रहा है।
https://twitter.com/pbhushan1/status/1350341523187986432?s=19हम यहां बता रहे हैं कि वायरल हो रहे इन चैट स्क्रीनशॉट्स में लिखा क्या है...
स्क्रीनशॉट 1: स्ट्राइक से 3 दिन पहले कुछ बड़ा होने का अर्नब का दावा
प्रतीक सिन्हा ने जो स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, उसमें अर्नब गोस्वामी कह रहे हैं, कुछ बड़ा होना है। ये स्क्रीनशॉट्स 23 फरवरी 2019 के हैं। यानी बालाकोट स्ट्राइक से 3 दिन पहले। इसी बातचीत में BARC के CEO पूछते हैं, क्या दाऊद? अर्नब बोलते हैं- नहीं, पाकिस्तान। कुछ बड़ा होने वाला है। BARC के CEO पूछते हैं कि क्या स्ट्राइक होने वाली है या उससे बड़ा? चैट में अर्नब दावा करते हैं कि सरकार को भरोसा है कि स्ट्राइक जनता को खुश कर देगी।
स्क्रीनशॉट 2: एयर स्ट्राइक के बाद अर्नब ने कहा- अभी और भी कुछ होना है
ये चैट 27 फरवरी की है। इसमें BARC के CEO कहते हैं कि कल की एयर स्ट्राइक वही है, जिसके बारे में आपने बताया था या फिर कुछ और होने वाला है। इसके जवाब में अर्नब कहते हैं कि और भी कुछ होने वाला है।
स्क्रीनशॉट 3: पुलवामा हमले के दिन को चैनल की बड़ी जीत बताया
इसमें अर्नब कह रहे हैं- इस हमले में हमारे चैनल बड़ी जीत है। ये चैट 14 फरवरी की है। इसमें अर्नब पुलवामा हमले के दौरान की कवरेज का जिक्र कर रहे हैं।
5 अगस्त 2019 को सरकार ने कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाया था। तीन दिन पहले यानी 2 अगस्त को ही दासगुप्ता अर्नब से पूछते हैं कि क्या आर्टिकल-370 हटने वाला है। इसके जवाब में अर्नब कहते हैं मैंने ब्रेकिंग न्यूज में प्लेटिनम स्टैंडर्ड सेट किया है। ये हमारी खबर है। अर्नब चार अगस्त की चैट में कश्मीर में धारा-144 लगाए जाने की खबर भी सबसे पहले ब्रेक करने का दावा करते हैं।
अर्नब ने ऋतिक को बेवकूफ और कंगाना को सिजोफ्रेनिया रोगी बताया
स्क्रीनशॉट 4: इसमें अर्नब एक्टर ऋतिक रोशन और कंगना रनोट को लेकर बात कर रहे हैं। अर्नब कहते हैं कि मेरी नजर में ऋतिक बेवकूफ है और कंगना को सिजोफ्रेनिया है।
चैट के स्क्रीनशॉट्स क्या बता रहे हैं...
https://twitter.com/pbhushan1/status/1349990015531577344?s=19- मार्च 2019 के वॉट्सऐप चैट में अर्नब से एक व्यक्ति कह रहा है कि वे PMO के जरिए मदद की कोशिश करें। इस पर अर्नब कह रहे हैं- noted and will happen. आगे वे लिख रहे हैं कि गुरुवार को वे प्रधानमंत्री से मुलाकात कर सकते हैं।
- अप्रैल 2019 के एक स्क्रीनशॉट के मुताबिक, अर्नब से बातचीत कर रहा व्यक्ति कह रहा है कि क्या वे AS से टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI पर दबाव बनाने को कह सकते हैं? (यहां यह साफ नहीं है कि AS कौन है)।
- अर्नब यह भी कह रहे हैं कि क्या आप मुझे तीन पॉइंट में यह बता सकते हैं कि TRAI की कार्रवाई राजनीतिक तौर पर कैसे AS के खिलाफ जा सकती है।
- जुलाई 2019 की एक चैट में अर्नब ने लिखा- ‘प्लीज देखिए, किस तरह हफ्ते दर हफ्ते मुझ पर असर पड़ रहा है। कोई राहत नहीं मिल पा रही। अब हम ब्रेक स्ट्रैटजी का रिव्यू करने वाले हैं।’
- इस पर PDGA (माना जा रहा है कि ये पार्थो दासगुप्ता हैं) नाम के व्यक्ति का जवाब है, ‘अर्नब, जब तक सरकार मदद नहीं करती, मेरे हाथ बंधे हुए हैं।’
- अगस्त 2019 की चैट में अर्नब कह रहे हैं कि वे कल मुंबई में जावडेकर (केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री) से मिलेंगे। इस पर PDGA मंत्री को यूजलेस बताते हैं। आगे की बातचीत में अर्नब लिख रहे हैं कि PMO को अलग तरह से देखा जा रहा है।
- सितंबर 2019 की चैट में अर्नब कह रहे हैं, ‘मैंने कहा था कि NM (इसे नृपेंद्र मिश्र बताया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव थे) पीएमओ से जाने वाले हैं।’
- अक्टूबर 2019 की चैट में PDGA नाम का व्यक्ति अर्नब से पूछ रहा है, ‘आखिर क्या चल रहा है, कुछ मालूम है?’ जवाब में अर्नब लिख रहे हैं, ‘इससे जुड़े पॉइंट्स उन्होंने कल ही शेयर किए थे।’
- अर्नब से दोबारा सवाल होता है कि ‘किससे शेयर हुए हैं, PMO से या मंत्री से?’ जवाब में वे लिखते हैं- PMO से।
Khabreelal News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… हमारी कम्युनिटी ज्वाइन करे, पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें