अब सिर्फ 6 घंटे में दिल्ली से वैष्णो देवी पहुंच जाएंगे आप, इस एक्सप्रेस-वे पर आपकी कार जमकर भरेगी फर्राटा!
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद दिल्ली और पंजाब के सिख श्रद्धालुओं के लिए स्वर्ण मंदिर, कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी गुरुद्वारा, खंडूर साहिब गुरुद्वारा, गोइंदवाल साहिब गुरुद्वारा, गुरुद्वारा दरबार साहिब जाना बहुत ही आसान हो जाएगा।
Updated: Oct 21, 2023, 20:16 IST
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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को दिल्ली-अमृतसर-कटरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली से वैष्णो देवी और अमृतसर जाना बहुत आसान हो जाएगा। श्रद्धालु सड़क मार्ग से दिल्ली से कटरा तक का सफर महज 6 घंटे में पूरा कर सकते हैं, जबकि अमृतसर पहुंचने में सिर्फ 4 घंटे लगेंगे।READ ALSO:-अब कार ही नहीं, आने वाली है CNG बाइक, देगी जबदस्त फुल माइलेज, जानिए क्या होगी इस CNG बाइक की कीमत....
खास बात यह है कि दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का निर्माण 40 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 669 किलोमीटर है। केंद्रीय मंत्री गडकरी के मुताबिक, इस दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली से कटरा तक का सफर बेहद आरामदायक हो जाएगा। नितिन गडकरी का कहना है कि दिल्ली से कटरा की दूरी 727 किलोमीटर है। लेकिन इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद इसकी दूरी 58 किलोमीटर कम हो जाएगी। ऐसे में वैष्णो देवी जाने वाले यात्रियों का समय और पैसा बचेगा।
पंजाब प्रवास के दौरान आज दिल्ली-अमृतसर-कटरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे और अमृतसर बाईपास का पंजाब के लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री @AAPHarbhajan जी और अमृतसर के सांसद श्री @GurjeetSAujla जी के साथ मुआयना किया।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) October 19, 2023
पंजाब में 29,000 करोड़ रुपए की लागत से पांच ग्रीनफील्ड एवं इकोनॉमिक… pic.twitter.com/DhMzYtLyJ4
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे कई राज्यों से होकर गुजर रहा है। हरियाणा में इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 137 किलोमीटर है, जबकि पंजाब में इसका हिस्सा 399 किलोमीटर है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 135 किलोमीटर है। खास बात यह है कि दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे पंजाब के कई जिलों से होकर गुजरेगा। यह एक्सप्रेसवे पटियाला, लुधियाना, संगरूर, जालंधर, कपूरथला, मालेरकोटला और गुरदासपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्रों से होकर जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगा। ऐसे में इस एक्सप्रेसवे से पंजाब के इन जिलों के लोगों को ज्यादा फायदा होगा।
इस एक्सप्रेसवे कॉरिडोर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके ऊपर एशिया का सबसे लंबा केबल स्टे ब्रिज बनाया जा रहा है। यह पुल ब्यास नदी पर बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 1300 मीटर है। खास बात यह है कि इस एक्सप्रेस-वे से हिंदू श्रद्धालुओं के साथ-साथ सिख श्रद्धालुओं को भी काफी फायदा होगा। क्योंकि यह एक्सप्रेसवे सिख समुदाय के कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को जोड़ेगा।