New Parliament : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नया संसद भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे; इसके बारे में जानिए सब कुछ
नए संसद भवन के निर्माण में भविष्य में संसद के दोनों सदनों में सांसदों की संख्या बढ़ने की संभावना का ध्यान रखा गया है। इसमें 1,224 (888 लोकसभा और 384 राज्यसभा) सांसदों के बैठने की व्यवस्था है।
May 19, 2023, 00:20 IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई 2023 को नवनिर्मित संसद भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। उन्होंने नए संसद भवन का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया। लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, नए संसद भवन का निर्माण अब पूरा हो गया है। नया भवन आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक है।READ ALSO:-इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी कम करेगी सरकार, सब्सिडी कटौती के बाद और महंगे होंगे इलेक्ट्रिक स्कूटर, 15% बढ़ेंगे दाम
जानकारी के मुताबिक नए चार मंजिला संसद भवन में मंत्रियों और पार्टियों के अलावा सांसदों का भी अपना कमरा होगा। पुरानी संसद के मुकाबले इसमें सबकुछ बदला हुआ नजर आएगा। संसद से जुड़े मार्शल और स्टाफ नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) द्वारा डिजाइन किए गए नए परिधानों में नजर आएंगे।
2020 में रखी गई थी आधारशिला
5 अगस्त, 2019 को लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने सरकार से संसद के लिए एक नया भवन बनाने का आग्रह किया था। इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन की आधारशिला रखी। नवनिर्मित संसद भवन का निर्माण रिकॉर्ड समय में गुणवत्ता के साथ किया गया है। अब संसद का नवनिर्मित भवन जहां एक और जहां भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा, वहीं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर ढंग से करने में भी मदद करेगा।
5 अगस्त, 2019 को लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने सरकार से संसद के लिए एक नया भवन बनाने का आग्रह किया था। इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन की आधारशिला रखी। नवनिर्मित संसद भवन का निर्माण रिकॉर्ड समय में गुणवत्ता के साथ किया गया है। अब संसद का नवनिर्मित भवन जहां एक और जहां भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा, वहीं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर ढंग से करने में भी मदद करेगा।
लोकसभा में 888 सदस्य बैठ सकेंगे
संसद के वर्तमान भवन में लोकसभा में 550 जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों की बैठक का प्रावधान है। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 और राज्य सभा में 384 सदस्यों की बैठक कराने की व्यवस्था की गई है। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में ही होगा।
संसद के वर्तमान भवन में लोकसभा में 550 जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों की बैठक का प्रावधान है। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 और राज्य सभा में 384 सदस्यों की बैठक कराने की व्यवस्था की गई है। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में ही होगा।
सेंट्रल हॉल नहीं होगा, होगा कमेटी हॉल
- नए संसद भवन में सेंट्रल हॉल नहीं होगा। इसकी जगह कमेटी हॉल होगा। इसमें विशेष रूप से बेहद खूबसूरत संविधान कक्ष बनाया गया है। इसके अलावा लाउंज, लाइब्रेरी, कैंटीन की सुविधा मिलेगी।
- मार्शल निफ्ट की डिजाइन की हुई यूनिफॉर्म में नजर आएंगे।
भविष्य का ख्याल रखा
नए संसद भवन के निर्माण में भविष्य में संसद के दोनों सदनों में सांसदों की संख्या बढ़ने की संभावना का ध्यान रखा गया है। इसमें 1,224 (888 लोकसभा और 384 राज्यसभा) सांसदों के बैठने की व्यवस्था है।
नए संसद भवन के निर्माण में भविष्य में संसद के दोनों सदनों में सांसदों की संख्या बढ़ने की संभावना का ध्यान रखा गया है। इसमें 1,224 (888 लोकसभा और 384 राज्यसभा) सांसदों के बैठने की व्यवस्था है।
1971 के बाद से सांसदों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है
दरअसल, 1971 के बाद से लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है। कई बार संख्या बढ़ाकर 33 प्रतिशत करने पर विचार किया गया। वर्तमान में 25 लाख की आबादी पर एक सांसद है जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। इसे पुराने संसद भवन से 17,000 वर्ग मीटर बड़ा बनाया गया है।
दरअसल, 1971 के बाद से लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है। कई बार संख्या बढ़ाकर 33 प्रतिशत करने पर विचार किया गया। वर्तमान में 25 लाख की आबादी पर एक सांसद है जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। इसे पुराने संसद भवन से 17,000 वर्ग मीटर बड़ा बनाया गया है।

नई संसद की विशेषता
- वर्तमान में, लोकसभा में 590 लोगों के बैठने की क्षमता है। नई लोकसभा में 888 सीटें हैं और दर्शक दीर्घा में 336 से अधिक लोगों के बैठने की जगह है।
- अभी राज्यसभा में 280 लोगों के बैठने की क्षमता है। नई राज्यसभा में 384 सीटें हैं और दर्शक दीर्घा में 336 से ज्यादा लोग बैठ सकेंगे।
- लोकसभा में इतनी जगह होगी कि दोनों सदनों के संयुक्त सत्र के दौरान लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद एक साथ बैठ सकेंगे।
- संसद के प्रत्येक महत्वपूर्ण कार्य के लिए अलग-अलग कार्यालय होते हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए हाईटेक कार्यालय सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
- कैफे और डाइनिंग एरिया भी हाईटेक हैं। समिति की बैठक के विभिन्न कमरों में हाईटेक उपकरण लगाए गए हैं।
- कॉमन रूम, लेडीज लाउंज और वीआईपी लाउंज भी हैं।