Meerut News: मेरठ पहुंचा शहीद सूबेदार रामसिंह का पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
16वीं गढ़वाल रायफल्स के सूबेदार राम सिंह भंडारी को 2019 में 48 आरआर बटालियन जम्मू-कश्मीर में तैनाती मिली थी। वे फरवरी 2022 को सेना से रिटायर होने वाले थे।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) सूबेदार राम सिंह भंडारी का पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम को उनके निवास स्थान ईशापुरम पर पहुंचा। पार्थिव शरीर पहुंचते ही हर तरफ मातम पसर गया। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे। यहां सूरजकुंड क्षेत्र के श्मशान घाट में गार्ड ऑफ ऑनर देकर जवान के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग पहुंच रहे हैं। मेरठ के बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी यहां शहीद के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे।
पति के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद से ही पत्नी अनिता भंडारी का रो रोकर बुरा हाल है। बड़ी। शहादत की खबर से पूरे परिवार और क्षेत्र में मातम छाया हुआ है। स्वजन के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट पर किया गया। उनके दोनों भाई सुंदर भंडारी व सतीश सिंह गुरुवार शाम ही ईशापुरम पहुंच गए थे। Read Also : सूबेदार रामसिंह ने एक आतंकवादी को ढेर किया, दूसरे को तलाश रहे थे उसने अंधाधुंध फायरिंग कर दी; तीन गोलियां लगीं
शहीद द्वार बनाने की मांग
शहीद के घर आसपास के लोगों का तांता लगा है। घर पर आने वाले अधिकतर लोग आसपास रह रहे सेना से सेवानिवृत्त सैनिक हैं। इसके पूर्व ईशापुरम में शहीद सूबेदार राम सिंह के घर पर शुक्रवार सुबह एडीएम सिटी अजय तिवारी व एसपी सिटी विनीत भटनागर स्वजन से मिले। 16 गढवाल से सेवानिवृत्त कैप्टन बीर सिंह रावत ने एडीएम सिटी अजय तिवारी व एसपी सिटी विनीत भटनागर से मवाना रोड स्थित तलवार पेट्रोल पंप के पास रक्षापुरम डिवाइडर पर शहीद द्वार बनाने की मांग की। अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से लोहा लेते हुए मेरठ निवासी जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) राम सिंह गुरुवार को शहीद हो गए। जेसीओ राम सिंह ने अंतिम समय में भी मातृभूमि के लिए अपना फर्ज अदा किया।
दो साल पहले मिली थी तैनाती: शहीद राम सिंह 15 दिन पहले ही छुट्टी से लौटे थे। वे हसमुख और मिलनसार व्यक्तित्व के इंसान थे। 16वीं गढ़वाल रायफल्स के सूबेदार राम सिंह भंडारी को 2019 में 48 आरआर बटालियन जम्मू-कश्मीर में तैनाती मिली थी। वे फरवरी 2022 को सेना से रिटायर होने वाले थे। राम सिंह भंडारी IMA देहरादून और मद्रास में जवानों को ट्रेनिंग देते थे।
आर्मी से रिटायर कैप्टन वीर सिंह रावत ने बताया कि रामसिंह उनके बहुत अच्छे मित्र थे। कैप्टन वीर सिंह के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान राम सिंह ने अपने साथियों को अपना एक वीडियो भेजा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि यहां तीन आतंकवादी हैं। उन्हाेंने दो आतंकवादियों को गोली मार दी है, जिसमें से एक मर गया है, जबकि एक बाकी को वे तलाश रहे हैं।
तीन गोली लगीं
आर्मी से रिटायर कैप्टन वीर सिंह रावत ने बताया कि रामसिंह उनके बहुत अच्छे मित्र थे। कैप्टन वीर सिंह के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान राम सिंह ने अपने साथियों को अपना एक वीडियो भेजा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि यहां तीन आतंकवादी हैं। उन्हाेंने दो आतंकवादियों को गोली मार दी है, जिसमें से एक मर गया है, जबकि एक बाकी को वे तलाश रहे हैं। कैप्टन वीर सिंह रावत के मुताबिक राम सिंह के साथियों से पता चला है कि छुपे हुए आतंकवादी ने राम सिंह पर फायरिंग कर दी। राम सिंह को तीन गोली लगी थीं, एक गोली पेट के नीचे, एक सीने पर और एक गोली कूल्हे पर लगी। राम सिंह लहूलुहान हालत में जमीन पर गिर गए। उनके साथी उन्हें अस्पताल लेकर गए उन्हें मृत घोषित कर दिया।