Indian Reailways: रेल टिकट बुक करने के लिए आपको दलालों के पास चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, जानिए कैसे करें बुक?
यात्रियों को दलालों से मुक्ति दिलाने के लिए रेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। खासकर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को नए फैसले से बड़ी राहत मिलेगी। ट्रेनों से यात्रा करने के लिए लोग डाकघरों से आरक्षित टिकट बुक कर सकेंगे। रेल मंत्रालय और सीएससी-एसपीवी ने मिलकर योजना का पायलट प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश से शुरू किया है। धीरे-धीरे यह सुविधा राज्य के 9000 से अधिक डाकघरों में उपलब्ध होगी, जिससे लोगों को टिकट बुक करने में सुविधा होगी।ये भी पढ़े:- UP Government cut electricity Rate : UP सरकार ने की बड़ी घोषणा, अब आधा हो जाएगा आपका बिजली का बिल, जानें नई दरें
ट्रेनों से आरक्षित वर्ग में यात्रा करने के लिए कई लोगों को टिकट बुक कराने के लिए दलालों का सहारा लेना पड़ता है। खासकर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की मजबूरी में दलालों के पास जाना पड़ता है। क्योंकि शहर दूर हैं, आरक्षण केंद्रों पर टिकट बुक करना महंगा होगा और प्रति यात्री टिकट बुक करने वाले वेंडर भी महंगे हैं। ऐसे लोगों की सुविधा के लिए रेल मंत्रालय के पीएसयू रेलटेल ने इस योजना की शुरुआत की है।
उत्तर प्रदेश डाक एवं दूरसंचार निदेशक अभिषेक सिंह ने न्यूज18 हिन्दी कि खबर के अनुसार डाकघरों में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) हैं, जहां विभिन्न प्रकार के सरकारी कार्यों को संसाधित किया जाता है। अब इन केंद्रों पर ट्रेनों के टिकट भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सुविधा राज्य भर के कुल 9147 डाकघरों के सीएससी में उपलब्ध होगी. टिकट के एवज में लोगों से सामान्य शुल्क लिया जाएगा, जो अन्य सुविधाओं के एवज में लिया जाता है। अभी इसे उत्तर प्रदेश के दो जिलों वाराणसी और प्रयागराज से शुरू किया गया है, धीरे-धीरे इनकी संख्या में इजाफा होगा।
आईआरसीटीसी डाकघरों से टिकटों के लिए संसाधन मुहैया कराएगा। आईआरसीटीसी के मुताबिक, मौजूदा समय में औसतन रोजाना करीब 11 लाख टिकट ऑनलाइन बुक होते हैं। डाकघर सीएससी से टिकट बुकिंग शुरू होने के बाद रोजाना बुक होने वाले टिकटों की संख्या में इजाफा होगा।
सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (सीएससी-एसपीवी) के प्रबंध निदेशक डॉ. दिनेश कुमार त्यागी के अनुसार, ग्रामीण भारत में डिजिटल सेवाओं तक पहुंच अक्सर दूरदराज के गांवों में कनेक्टिविटी की कमी के कारण बाधित होती है। रेलटेल के वाई-फाई और कियोस्क इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता से सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।