भारतीय रेलवे : देश में अब वंदे भारत की तरह दौड़ती नजर आएगी वंदे मेट्रो ट्रेन, हाइड्रोजन ईंधन देगा रफ्तार
भारतीय रेलवे: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे मेट्रो शहरों में 50-60 किमी की दूरी तय करने की अवधारणा के साथ आ रही है। प्रोडक्शन और डिजाइन का काम इसी साल किया जाएगा। इसे अगले साल से शुरू करने की योजना है। वंदे मेट्रो 125 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।
Thu, 2 Feb 2023
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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। बजट पेश होने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी भारतीय रेलवे को लेकर कुछ बड़ी घोषणाएं कीं वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद अब रेलवे 2024-25 तक वंदे मेट्रो ट्रेन शुरू करने जा रहा है। Read Also:-RBI ने बैंकों से मांगा अडाणी समूह के कर्ज-निवेश का ब्योरा, संसद में हंगामा; विपक्ष ने कहा-सुप्रीम कोर्ट या संसद की कमेटी जांच करे
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे मेट्रो शहरों में 50-60 किमी की दूरी तय करने की अवधारणा लेकर आ रही है। प्रोडक्शन और डिजाइन का काम इसी साल किया जाएगा। इसे अगले साल से शुरू करने की योजना है। वंदे मेट्रो 125 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। इसका डिजाइन मुंबई सब-अर्बन की तर्ज पर होगा। वंदे मेट्रो ट्रेन 1950 और 1960 के दशक में डिजाइन की गई कई ट्रेनों की जगह लेगी। इंजन पूरी तरह हाइड्रोजन फ्यूल बेस्ड होगा, जिससे प्रदूषण जीरो होगा। इस ट्रेन में आधुनिक ब्रेक सिस्टम, रेड सिग्नल ब्रेकिंग को रोकने के लिए आर्मर सेफ्टी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर, फायर सेंसर, जीपीएस, एलईडी स्क्रीन भी होगी, जो यात्रियों को अगले स्टेशन के बारे में पहले से जानकारी देगी। इस ट्रेन का किराया बेहद कम होगा, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोग भी यात्रा कर सकेंगे।
The concept of the Vande Metro, a rapid, world-class shuttle-like experience for passengers, is underway, with the design expected to be completed this year: Hon’ble MR Shri @AshwiniVaishnaw #AmritKaalBudget #Budget2023 pic.twitter.com/njcT7zJijj
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) February 1, 2023
वंदे भारत ट्रेन अब इन जगहों पर तैयार होगी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कई वर्षों तक निवेश की कमी के कारण रेलवे की क्षमता को हासिल नहीं किया जा सका। रेलवे की इसी क्षमता को पूरा करने के लिए रेलवे के पूंजी निवेश के लिए 2,41,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। यह यात्रियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 1275 रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। इन स्टेशनों में नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-मुंबई जैसे प्रमुख स्टेशन, जोधपुर, जयपुर, गांधीनगर जैसे मध्यम रेलवे स्टेशन और कई छोटे रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उत्पादन तेजी से बढ़ाया जाएगा। अभी तक वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण सिर्फ चेन्नई स्थित आईसीएफ में होता था, लेकिन अब इन प्रीमियम ट्रेनों का उत्पादन सोनीपत, लातूर और रायबरेली में भी शुरू होगा। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के तेजी से निर्माण से देश का हर कोना वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से जुड़ जाएगा।
