कोटा में भीषण हादसा, हॉस्टल में ब्लास्ट, लगी भीषण आग, 7 छात्र झुलसे; जान बचाने के लिए खिड़की से लगाई छलांग,
कोटा में हॉस्टल में लगी भीषण आग में छात्र बुरी तरह झुलस गए। करीब 70 छात्र फंसे हुए हैं और बचाव अभियान जारी है। बताया जा रहा है कि आग एक जोरदार धमाके के बाद लगी। हॉस्टल में लगे ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट हो गया था
Updated: Apr 14, 2024, 12:13 IST
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कोटा के एक हॉस्टल में रविवार सुबह 6 बजे ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। घटना के वक्त 6 मंजिला हॉस्टल में कुल 70 छात्र थे। सुबह अधिकांश छात्र गहरी नींद में थे। हंगामा होने पर भगदड़ मच गई। वहीं, 7 झुलस गए हैं। पहली मंजिल पर कुछ छात्रों ने बालकनी में चादर बांधकर नीचे उतरने की कोशिश की। इसमें एक छात्र गिरकर घायल हो गया। एक छात्र सीढ़ियों पर फिसल गया, जिससे उसका पैर टूट गया। यहां इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्र रहते थे।READ ALSO:-UP : महिला शौचालय में घुस गए BJP प्रत्याशी, सवाल पूछा तो जोड़ने लगे हाथ-बोले-गलती हो गई भाई! वीडियो जमकर वायरल
घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। जान बचाने के लिए खिड़की से कूदे छात्रों को फ्रैक्चर हो गया। बताया जा रहा है कि हॉस्टल में करीब 70 छात्र रहते थे, जो इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा आए हैं। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।
ऊंची-ऊंची लपटें देख छात्रों में भगदड़ मच गई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसा कोटा शहर के कुन्हाड़ी इलाके के आदर्श हॉस्टल में हुआ। ग्राउंड फ्लोर पर बिजली का ट्रांसफार्मर लगा हुआ था, जिसमें अचानक जोरदार विस्फोट हो गया। इसके बाद भीषण आग लग गई, जिसने ऊपरी मंजिलों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग की ऊंची-ऊंची लपटें देख छात्रों में भगदड़ मच गई।
छात्र अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इससे मची भगदड़ में 7 छात्र आग में जलकर बुरी तरह घायल हो गए। अन्य छात्रों ने चादरें लपेट लीं और खिड़की से कूदने लगे। अर्पित पांडे नाम का छात्र सीधे खिड़की से कूद गया और उसका पैर टूट गया। अर्पित को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। झुलसे छात्रों की हालत भी खतरे से बाहर है।
2 घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझी
कोटा नगर निगम के सीएफओ राकेश व्यास के मुताबिक, हादसे के वक्त छात्र गहरी नींद में सो रहे थे। सुबह पढ़ाई कर रहे कुछ छात्रों को जब खिड़कियों के बाहर आग की लपटें दिखीं तो उन्हें हादसे की जानकारी हुई। सूचना मिलते ही कोटा फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी।
कोटा नगर निगम के सीएफओ राकेश व्यास के मुताबिक, हादसे के वक्त छात्र गहरी नींद में सो रहे थे। सुबह पढ़ाई कर रहे कुछ छात्रों को जब खिड़कियों के बाहर आग की लपटें दिखीं तो उन्हें हादसे की जानकारी हुई। सूचना मिलते ही कोटा फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी।
ट्रांसफार्मर में हुए धमाके की जांच बिजली विभाग के साथ कुन्हाड़ी थाना पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि हॉस्टल के अंदर लगाए गए ट्रांसफार्मर के लिए अनुमति और एनओसी ली गई थी या नहीं। दमकल कर्मियों ने खिड़की में सीढ़ी लगाकर फंसे छात्रों को बचाया। सभी बच्चे सुरक्षित हैं, कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन आर्थिक नुकसान काफी हुआ।