गोमूत्र पीने पर ही मिलेगी गरबा में एंट्री, BJP नेता के बयान से मचा बवाल, जानिए क्या है गौमूत्र पिलाने की वजह?
नवरात्रि के चलते गरबा पंडाल भी सजने लगे हैं। हालांकि, मध्य प्रदेश के एक भारतीय जनता पार्टी के नेता ने गरबा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि गरबा देखने आने वाले लोगों को गोमूत्र पिलाया जाना चाहिए।
Oct 2, 2024, 02:00 IST
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नवरात्रि के नजदीक आते ही देश के अलग-अलग हिस्सों में दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। भव्य पंडालों से लेकर गरबा तक की चर्चाएं जोरों पर हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश बीजेपी के जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा का बयान सत्ता के गलियारों में सुर्खियां बटोर रहा है। चिंटू वर्मा ने गरबा में प्रवेश करने वालों को गोमूत्र पिलाने की सलाह दी है। उनका कहना है कि जो भी गरबा में आए उसे गोमूत्र पिलाया जाना चाहिए। READ ALSO:-बॉलीवुड के हीरो नंबर वन गोविंदा को लगी गोली, अस्पताल में भर्ती, जानें अब कैसी है तबीयत?
गोमूत्र पिलाने का क्या है कारण?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गरबा पंडालों में हजारों लोग शामिल होते हैं। इसमें दूसरे धर्म के लोग भी शामिल होते हैं। भीड़ का फायदा उठाकर ये लोग लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं। इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए बीजेपी नेता चिंटू वर्मा ने लोगों को गोमूत्र पिलाने का सुझाव दिया है। इंदौर जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा का बयान सोशल मीडिया पर जबदस्त वायरल हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गरबा पंडालों में हजारों लोग शामिल होते हैं। इसमें दूसरे धर्म के लोग भी शामिल होते हैं। भीड़ का फायदा उठाकर ये लोग लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं। इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए बीजेपी नेता चिंटू वर्मा ने लोगों को गोमूत्र पिलाने का सुझाव दिया है। इंदौर जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा का बयान सोशल मीडिया पर जबदस्त वायरल हो रहा है।
गोमूत्र की जगह आधार कार्ड क्यों नहीं?
चिंटू वर्मा ने कहा कि गरबा में प्रवेश करने वालों को गोमूत्र पिलाया जाना चाहिए। हिंदू धर्म के लोगों को गोमूत्र पीने में कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन अगर वे दूसरे धर्म के लोग हैं तो वे कभी गोमूत्र नहीं पीएंगे। ऐसे में जब चिंटू वर्मा से पूछा गया कि क्या गोमूत्र ही एकमात्र तरीका है, जिससे लोगों का आधार कार्ड भी चेक किया जा सकता है। इस पर चिंटू वर्मा ने जवाब दिया कि आधार कार्ड आसानी से एडिट हो जाते हैं। इसलिए लोग गलत आधार कार्ड दिखाकर भी गरबा में प्रवेश कर सकते हैं।
ऐसी ही मांग छत्तीसगढ़ में भी उठी थी मांग
चिंटू वर्मा ने यहां तक कहा कि गैर हिंदू लोग भी गरबा में भाग लेने के लिए तिलक लगाते हैं। ऐसे में उनकी पहचान करना संभव नहीं है। इसलिए गोमूत्र ही एकमात्र तरीका है, जिससे दूसरे धर्म के लोगों को गरबा में प्रवेश करने से रोका जा सकता है। पिछले दिन छत्तीसगढ़ में भी इसी तरह की मांग उठी थी। विश्व हिंदू परिषद समेत कई संगठनों ने गरबा में आने वाले लोगों को गंगाजल देने की पेशकश की थी।
चिंटू वर्मा ने यहां तक कहा कि गैर हिंदू लोग भी गरबा में भाग लेने के लिए तिलक लगाते हैं। ऐसे में उनकी पहचान करना संभव नहीं है। इसलिए गोमूत्र ही एकमात्र तरीका है, जिससे दूसरे धर्म के लोगों को गरबा में प्रवेश करने से रोका जा सकता है। पिछले दिन छत्तीसगढ़ में भी इसी तरह की मांग उठी थी। विश्व हिंदू परिषद समेत कई संगठनों ने गरबा में आने वाले लोगों को गंगाजल देने की पेशकश की थी।