Earthquake: इन 38 दिनों में 10 बार भूंकप कांपा भारत…कल वाला भूंकप था सबसे अब तक जोरदार, क्या कोई चिंता की है बात?
भारत समेत 9 देशों में काफी देर तक भूकंप के झटके महसूस किए गए और 40 सेकेंड तक धरती हिलती रही। दहशत के मारे लोग घरों से बाहर निकल आए।
Mar 22, 2023, 14:52 IST
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मंगलवार की रात भारत समेत कई देशों के लिए दहशत की रात बन गई। 6.6 तीव्रता के भूकंप के कारण दिल्ली-एनसीआर समेत भारत के कई राज्यों के लोग सड़कों पर आने को मजबूर हो गए। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद से 133 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.6 रही। पाकिस्तान में भूकंप से एक इमारत गिरी। यहां 11 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। लेकिन सवाल यह है कि क्या अब भारत पर कोई बड़ा खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि पिछले 38 दिनों में भारत की धरती 10 बार कांप चुकी है। कल का भूकंप इन 38 दिनों में सबसे शक्तिशाली था।Read Also:-RBI On Financial Year Closing : 31 मार्च तक खुले रहेंगे सभी बैंक, RBI का सालाना क्लोजिंग का निर्देश , सभी सरकारी ट्रांजैक्शन निपटाएं
भूकंप विशेषज्ञों के मुताबिक भारत में भूकंप के कई डेंजर जोन हैं। ये डेंजर जोन गुजरात, हिमाचल प्रदेश, बिहार, असम, मणिपुर, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में हैं।
भारत में 5 भूकंप क्षेत्र हैं।
- जोन 1 - पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और ओडिशा के कुछ हिस्से।
- जोन 2 - तमिलनाडु, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से।
- जोन 3 - केरल, बिहार, पंजाब, महाराष्ट्र, पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से।
- जोन 4 - मुंबई, दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल, पश्चिम गुजरात, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार-नेपाल सीमा क्षेत्र
- जोन 5- कश्मीर घाटी, पश्चिमी हिमाचल, पूर्वी उत्तराखंड, गुजरात का कच्छ, उत्तर बिहार, सभी उत्तर पूर्वी राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
पिछले 38 दिनों में कब कब कांप उठी धरती?
- 12 फरवरी को सिक्किम के मंगन में भूकंप आया था। इसकी तीव्रता 4.0 थी।
- 16 फरवरी को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र बांग्लादेश के सिलहट में था। इसकी तीव्रता थी 4.3
- 22 फरवरी को फिर धरती कांप उठी। इसका केंद्र नेपाल के जुमला में था। इसकी तीव्रता थी 4.8
- 24 फरवरी को भी झटके महसूस किए गए थे। इसका केंद्र पड़ोसी देश पाकिस्तान के इस्लामाबाद में था। इसकी थी तीव्रता 4.1
- 2 मार्च को नेपाल के पूर्वी क्षेत्र लोबुज्या में भूकंप आया, भारत में भी झटके महसूस किए गए। इसकी थी तीव्रता 4.0
- 3 मार्च को अरुणाचल प्रदेश में भूकंप आया। इसकी थी तीव्रता 4.1
- 7 मार्च को अंडमान और निकोबार में भूकंप के झटके आए। इसकी तीव्रता थी 4.9
- पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान में 8 मार्च को धरती कांप उठी। इसकी तीव्रता 4.0
- 12 मार्च को मणिपुर के वांगजिंग में भूकंप आया। इसकी तीव्रता थी 4.8