Delhi-Mumbai Expressway : टोल टैक्स देना होगा सिर्फ 65 पैसे प्रति KM, 2 घंटे में तय होगा दिल्ली से जयपुर का सफर
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर आपको एक साथ कई सुविधाएं मिलेंगी। हर 100 किमी पर ट्रॉमा सेंटर मिलेगा जहां आपात स्थिति में जरूरतमंदों का इलाज किया जाएगा। वहीं, दिल्ली से मुंबई तक 93 जगहों पर स्टॉपेज की सुविधा मिलेगी।
Wed, 1 Feb 2023
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दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी को राजस्थान के दौसा में देश की जनता को एक और हाईटेक एक्सप्रेसवे समर्पित करने जा रहे हैं, जहां प्रधानमंत्री दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। जानकारी मिली है कि जर्मन तकनीक से बना यह एक्सप्रेस-वे इतना एडवांस है कि अब दिल्ली से मुंबई का सफर पूरी तरह से आधा हो जाएगा। वर्तमान में सोहना (Haryana) से दौसा जिले में बड़ का पाड़ा तक दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का निर्माण कार्य 228 किमी तक पूरा हो चुका है। पीएम के कार्यक्रम के मुताबिक वह नांगल राजावतन में स्थित मीना हाईकोर्ट में दिल्ली-दौसा खंड का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि राजस्थान में दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 374 किलोमीटर होगी, जिस पर 16,600 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। वहीं यह हाईवे राजस्थान के कई जिलों से होकर गुजर रहा है।Read Also:-बजट 2023: इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को तोहफा, सस्ते होंगे वाहन, जानिए बैटरी-ईवी पर क्या हुई बड़ी घोषणाएं
बता दें कि 8 लेन का यह एक्सप्रेसवे देश का पहला एनिमल पास और स्ट्रेचेबल हाईवे है, जिसे जरूरत पड़ने पर 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा यहां जानवरों को ले जाने के लिए जगह-जगह एनिमल पास बनाए गए हैं। आइए जानते हैं क्या हैं इस हाईटेक एक्सप्रेसवे की खासियतें।
"Change in the date"
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) January 30, 2023
Now Hon'ble PM Shri @narendramodi Ji will inaugurate the Sohna-Dausa stretch of the #Delhi_Mumbai_Expressway on 12th February. https://t.co/RrNb9WrcHq
अत्याधुनिक तकनीक और कई सुरक्षा सुविधाएं
बता दें कि एक्सप्रेस को पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा गया है जहां हर आधा किलोमीटर पर सीसीटीवी लगाए गए हैं। इसके अलावा सफर को आरामदायक बनाने के लिए दिल्ली और मुंबई के बीच 93 रेस्ट एरिया बनाए गए हैं। जर्मन तकनीक से बनने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर बूंदी और सवाईमाधोपुर जिलों में पांच ओवरपास बनाए जा रहे हैं, जो देश का एक इकलौता एक्सप्रेस-वे होगा।
वहीं आने वाले 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया गया है, जहां वन्यजीवों के लिए इस हाईवे पर ओवरपास बनाए जाएंगे। यह एशिया का पहला ग्रीन ओवरपास हाईवे होगा, जिसके आठ लेन को बढ़ाकर 12 लेन किया जा सकता है। फिलहाल इस एक्सप्रेसवे के आने के बाद दिल्ली-मुंबई के बीच सड़क की दूरी 130 किमी कम हो जाएगी।
वहीं, हर 100 किलोमीटर पर आपको एक ट्रॉमा सेंटर मिल जाएगा जहां आपात स्थिति में जरूरतमंदों का इलाज किया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली से मुंबई तक सभी 93 जगहों पर स्टॉपेज की सुविधा उपलब्ध होगी जहां यात्री गाड़ी को ठंडा कर सकते हैं।
टोल के लिए लागू होगा नया फॉर्मूला
- वहीं टोल के मामले में इस हाईवे को अलग बनाया गया है जहां आपको कई जगहों पर टोल प्लाजा से नहीं गुजरना पड़ेगा क्योंकि जब आप हाईवे से बाहर निकलेंगे तो किलोमीटर के हिसाब से आपको टोल चुकाना होगा।
- फिलहाल दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स 2.45 पैसे प्रति किलोमीटर लगता है, लेकिन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर आपको सिर्फ 65 पैसे प्रति किलोमीटर टोल टैक्स देना होगा।
दिल्ली से जयपुर सिर्फ दो घंटे में
वहीं इस एक्सप्रेसवे पर आप अपनी कार को 120 की स्पीड से चला सकते हैं जहां पहले दिल्ली से मुंबई जाने में 24 घंटे लगते थे, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद आप इस दूरी को सिर्फ 12 घंटे में तय कर सकते हैं। इससे दिल्ली-मुंबई मेगा एक्सप्रेस वे के जरिए दिल्ली से जयपुर का सफर अब महज दो घंटे में पूरा हो जाएगा।
वहीं इस एक्सप्रेसवे पर आप अपनी कार को 120 की स्पीड से चला सकते हैं जहां पहले दिल्ली से मुंबई जाने में 24 घंटे लगते थे, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद आप इस दूरी को सिर्फ 12 घंटे में तय कर सकते हैं। इससे दिल्ली-मुंबई मेगा एक्सप्रेस वे के जरिए दिल्ली से जयपुर का सफर अब महज दो घंटे में पूरा हो जाएगा।
ज्ञात हो कि इस मेगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास वर्ष 2018 में किया गया था, जिसके बाद राजस्थान के सोहना से दौसा तक 225 किलोमीटर का कार्य प्रथम चरण में पूरा किया जा चुका है।
मेवात क्षेत्र की किस्मत बदलेगी
इसके अलावा राजस्थान के अलवर जिले में उजीना, मेवात में फिरोजपुर झिरका और बड़ौदा मेव के पास शीतल की चौकी के पास इस एक्सप्रेस-वे पर कट बनाए गए हैं, जिसके बाद मेवात के किसान इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से आसानी से अपनी सब्जियां, दूध और अन्य फसलों का परिवहन कर सकते हैं। दिल्ली और अन्य महानगरों में बेच सकते हैं।
इसके अलावा राजस्थान के अलवर जिले में उजीना, मेवात में फिरोजपुर झिरका और बड़ौदा मेव के पास शीतल की चौकी के पास इस एक्सप्रेस-वे पर कट बनाए गए हैं, जिसके बाद मेवात के किसान इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से आसानी से अपनी सब्जियां, दूध और अन्य फसलों का परिवहन कर सकते हैं। दिल्ली और अन्य महानगरों में बेच सकते हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली-मुंबई मेगा एक्सप्रेसवे केंद्र सरकार द्वारा एनएचएआई द्वारा एक लाख करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है, जिसकी कुल लंबाई 1382 किलोमीटर है। वहीं, इस आठ लेन एक्सप्रेस-वे का काम साल 2024 के अंत तक पूरा होने की संभावना है।
