जिन कैमरों को खरीदने की ली रिश्वत, उन्होंने ही खोली पोल, 2.31 करोड़ रुपये नकद और एक किलो सोना मिलने के मामले में DOIT जॉइंट डायरेक्टर हिरासत में....

जयपुर पुलिस ने राजस्थान के योजना भवन के बेसमेंट में बंद अलमारी से 2.31 करोड़ रुपये नकद और एक किलो सोना जब्त किया है।
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JAIPUR
राजस्थान में योजना भवन के बेसमेंट में बंद अलमारी से 2.31 करोड़ रुपये नकद और एक किलो सोना बरामद करने के मामले में जयपुर पुलिस ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DOIT) के संयुक्त निदेशक को हिरासत में लिया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच के लिए आरोपी वेद प्रकाश यादव को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) को सौंप दिया है।  वहीं, पुलिस द्वारा खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज में वेद प्रकाश यादव अलमारी खोलकर  रखते व निकालते दिख रहा है।READ ALSO:-बिना स्लिप और I-Card के ही बदले जाएंगे 2 हजार के नोट, SBI ने कहा-नहीं भरना होगा फॉर्म, एक बार में बदल सकेंगे 10 नोट

 

जयपुर के पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार को योजना भवन के DOIT विभाग में करोड़ों की नकदी और एक किलो सोना मिलने की घटना में पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक एवं स्टोर प्रभारी वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज में वेद प्रकाश यादव अलमारी खोलकर, बैग रखते हुए और उसे बाहर निकालते हुए नजर आ रहा है।

 


कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने कहा, एक महीने की लंबी अवधि तक करीब 50 कर्मचारियों से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद हमें आरोपी के अलमारी के अंदर एक बैग रखने की जानकारी मिली। 

 


श्रीवास्तव ने कहा कि पूछताछ के दौरान यादव ने स्वीकार किया कि उसने यह रकम अलग-अलग लोगों से रिश्वत के रूप में ली थी और इसे घर ले जाने के बजाय कार्यालय में रखता था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी अधिकारी के अंबाबाड़ी स्थित आवास की भी तलाशी ली है, जहां से उसे कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। श्रीवास्तव के मुताबिक आरोपी यादव कई साल से सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में कार्यरत है। उन्हें एक प्रोग्रामर के रूप में भर्ती किया गया और 20 वर्षों तक विभाग के प्रभारी बने रहे। वर्ष 2019-20 में उन्हें इस विभाग में संयुक्त निदेशक बनाया गया।

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पुलिस ने कहा कि यादव सीसीटीवी कैमरे, कंप्यूटर और एलईडी मुहैया कराने वाली कंपनियों के संपर्क में था, जो अपने उत्पादों को बेचने के लिए अधिकारियों को रिश्वत देती थीं। एक अधिकारी के मुताबिक एसीबी ने वेद प्रकाश यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि एसीबी जांच में विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों को भी आरोपी बनाएगी, क्योंकि रिश्वत देना भी अपराध है। आपको बता दें कि शुक्रवार की रात योजना भवन के बेसमेंट में एक अलमारी में रखे सूटकेस से 2000 और 500 रुपये के नोट मिले थे। नोटों की गिनती करने पर कुल रकम 2.31 करोड़ रुपये निकली। साथ ही अलमारी में एक किलो सोना भी मिला।
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