बजट 2024: क्या अब इलेक्ट्रिक वाहन होंगे ज्यादा व्यावहारिक? वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह घोषणा की
बजट 2024 (अंतरिम) में इस मुद्दे को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे पर काम किया जाएगा और इसका विस्तार किया जाएगा।
Feb 2, 2024, 00:05 IST
|
अब पूरी दुनिया इलेक्ट्रिक वाहनों को 'मोबिलिटी का भविष्य' मान रही है लेकिन भारत में यह 'मोबिलिटी का भविष्य' फिलहाल व्यावहारिक नहीं दिखता। दरअसल, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बुनियादी ढांचा बहुत अच्छा नहीं है। फिलहाल भारत ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर काफी पीछे है।READ ALSO:-Gyanvapi : मंदिर प्रशासन ने जारी किया व्यास तहखाने में पूजा-आरती का टाइम टेबल, जानिए कब होगी पूजा?
लेकिन, अब बजट 2024 (अंतरिम) में इस बात को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया जाएगा और इसे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार विनिर्माण और चार्जिंग बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देकर इलेक्ट्रिक वाहन पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार और मजबूत करेगी।"
इसके अलावा उन्होंने ई-बसों को अपनाने को बढ़ावा देने की भी बात कही। निर्मला सीतारमण ने कहा कि 'सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क में अधिक से अधिक ई-बसों को अपनाने को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए पेमेंट सिक्योरिटी मैकेनिज्म की मदद ली जाएगी।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर चुनौतियाँ
- कीमत: इलेक्ट्रिक वाहन अभी भी ICE वाहनों की तुलना में अधिक महंगे हैं। इसका कारण यह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों में बैटरी एक महंगा घटक है।
- चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी कम विकसित है। यानी इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को लंबी यात्रा के दौरान चार्जिंग में दिक्कत आती है।
- रेंज: इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज अभी भी ICE वाहनों की तुलना में कम है। यानी इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को क्विक चार्जिंग की जरूरत है लेकिन चार्जिंग स्टेशन की कमी है।
जैसा कि निर्मला सीतारमण ने बताया कि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन और भी तेजी से बढ़ सकता है। हालांकि, इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में अभी भी अच्छी ग्रोथ देखने को मिल रही है।