BJP IT सेल के चीफ अमित मालवीय का दावा-राजेश पायलट ने आइजॉल पर बम गिराए, बेटे और कांग्रेस के नेता सचिन पायलट का पलटवार
BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 5 मार्च, 1966 को आइजोल बम विस्फोट में सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट और कांग्रेस नेता सुरेश कलमाड़ी के शामिल होने का दावा किया था। सचिन पायलट ने अमित मालवीय पर पलटवार किया और उनके दावे को पूरी तरह से गलत बताया।
Aug 16, 2023, 00:00 IST
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इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री बनते ही मार्च 1966 में मिजोरम की राजधानी आइजोल पर वायुसेना की बमबारी के मुद्दे ने फिर राजनीतिक विवाद गहरा दिया। BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 5 मार्च, 1966 को आइजोल बमबारी में सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट और कांग्रेस नेता सुरेश कलमाड़ी के शामिल होने का दावा किया था। सचिन पायलट ने अमित मालवीय पर पलटवार किया और उनके दावे को पूरी तरह से गलत बताया।READ ALSO:-UP : बांके बिहारी मंदिर के पास गिरा तीन मंजिला घर का छज्जा, 5 लोगों की हुई मौत; 11 लोग मलबे के नीचे दबे...
सचिन पायलट ने दावे को कर दिया खारिज
अमित मालवीय के इस ट्वीट पर सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया। सचिन पायलट ने लिखा- एयरफोर्स पायलट के तौर पर मेरे दिवंगत पिता ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में पूर्वी पाकिस्तान पर बमबारी की थी। 1966 में मिजोरम में नहीं। स्व. श्री राजेश पायलट जी दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी - काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हाँ, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिज़ोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका ज़रूर निभाई थी।
अमित मालवीय के इस ट्वीट पर सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया। सचिन पायलट ने लिखा- एयरफोर्स पायलट के तौर पर मेरे दिवंगत पिता ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में पूर्वी पाकिस्तान पर बमबारी की थी। 1966 में मिजोरम में नहीं। स्व. श्री राजेश पायलट जी दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी - काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हाँ, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिज़ोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका ज़रूर निभाई थी।
अमित मालवीय ने क्या दावा किया
आइजोल ऑपरेशन का जिक्र करते हुए अमित मालवीय ने लिखा- 5 मार्च 1966 को आइजोल पर बम गिराने वाले भारतीय वायुसेना के विमान को राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी उड़ा रहे थे। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री बने। यह स्पष्ट है कि इंदिरा गांधी ने उत्तर पूर्व में अपने ही लोगों पर हवाई हमले करने वालों को राजनीति में जगह दी और उन्हें सम्मान दिया।
सचिन पायलट समर्थकों ने मालवीय के खिलाफ खोला मोर्चा
सचिन पायलट के अमित मालवीय को जवाब देने के बाद विवाद और बढ़ गया। सचिन पायलट समर्थकों ने ट्विटर पर अमित मालवीय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अमित मालवीय की पोस्ट पर पायलट समर्थकों ने जोरदार कमेंट करते हुए सवाल उठाए।
सचिन पायलट के अमित मालवीय को जवाब देने के बाद विवाद और बढ़ गया। सचिन पायलट समर्थकों ने ट्विटर पर अमित मालवीय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अमित मालवीय की पोस्ट पर पायलट समर्थकों ने जोरदार कमेंट करते हुए सवाल उठाए।