काम की खबर : ऑनलाइन बैंक धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगा ये नया सिस्टम, जानिए कैसे काम करेगा

Card tokenization, ये शब्द आप पिछले कुछ दिनों से सुनते आ रहे होंगे। आज हम इससे जुड़े काम की खबर लेकर आए हैं। इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि कैसे आसान स्टेप्स से कार्ड टोकनाइजेशन किया जा सकता है। 
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Card tokenization
कार्ड टोकनाइजेशन (Card tokenization) ये शब्द आप पिछले कुछ दिनों से सुनते आ रहे होंगे। आज हम इससे जुड़े काम की खबर लेकर आए हैं। इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि कैसे आसान स्टेप्स से कार्ड टोकनाइजेशन (Card tokenization) किया जा सकता है। टोकनाइजेशन (Card tokenization) के तहत, कार्ड के माध्यम से लेनदेन के लिए एक अद्वितीय वैकल्पिक कोड यानी टोकन उत्पन्न होता है। ये टोकन ग्राहक के विवरण का खुलासा किए बिना भुगतान करने की अनुमति देंगे। टोकन प्रणाली का उद्देश्य ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी को रोकना है।Read Also:- Bank Holidays: अगस्त में त्योहारों पर कब-कब कहां पर बंद रहेंगे बैंक, यहां चेक करें पूरी लिस्ट

 

टोकन के लिए कोई शुल्क नहीं
आप में से कई लोगों ने शॉपिंग ऐप या वेबसाइट पर सिक्योर योर कार्ड या सेव एज पर आरबीआई (RBI) के दिशा-निर्देश लिखे देखें होंगे। इसे सेव करने और ओटीपी डालने के बाद आपका कार्ड टोकनाइज हो जाएगा। रिजर्व बैंक ने कहा कि कार्डधारक को कोई शुल्क नहीं देना है। टोकन होने से किसी भी शॉपिंग वेबसाइट या ई-कॉमर्स वेबसाइट पर अपने कार्ड की जानकारी को सेव करने के बजाय टोकन को सेव किया जा सकता है।

 

यह टोकन केवल उस विशेष व्यापारी और उस विशेष उपकरण के लिए मान्य होगा जिसके लिए टोकन की अनुमति होगी। कोई तीसरा व्यक्ति इसका उपयोग नहीं कर सकता। दरअसल, टोकनाइजेशन मोबाइल फोन और टैबलेट तक ही सीमित है। यह प्रक्रिया स्मार्टवॉच या अन्य डिवाइस के माध्यम से नहीं की जा सकती है। इधर, आरबीआई यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी ने कार्ड टोकन सिस्टम लागू करने की डेडलाइन 30 सितंबर तक बढ़ा दी है। पहले यह समय सीमा 1 जुलाई थी।

 

किन चरणों का पालन करना है
30 सितंबर के बाद से, विक्रेता को ग्राहक के डेबिट और क्रेडिट कार्ड डेटा को हटाना होगा। इसका मतलब यह है कि अगर ग्राहकों ने कार्ड टोकन के लिए सहमति नहीं दी है, तो उन्हें हर बार ऑनलाइन भुगतान करने पर कार्ड सत्यापन मूल्य यानी सीवीवी दर्ज करने के बजाय अपने सभी कार्ड विवरण जैसे नाम, कार्ड नंबर और कार्ड की वैधता दर्ज करनी होगी। दूसरी ओर, यदि कोई ग्राहक कार्ड को टोकन करने के लिए सहमत होता है, तो उसे लेनदेन करते समय केवल सीवीवी और ओटीपी विवरण दर्ज करना होगा। आइए अब जानते हैं कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड को टोकन कैसे किया जाता है। garauv

 

  • सबसे पहले, आपको पसंदीदा शॉपिंग वेबसाइट या ऐप पर जाकर चीजों या सेवाओं को खरीदने के लिए भुगतान करना होगा।
  • इसके बाद चेकआउट के समय अपना पसंदीदा कार्ड भुगतान विकल्प चुनें और सीवीवी विवरण दर्ज करें।
  • फिर, आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार सिक्योर योर कार्ड या सेव कार्ड पर क्लिक करें।
  • अब सेव पर टैप करें और ओटीपी डालें।
  • इसके बाद आपका क्रेडिट या डेबिट कार्ड टोकन हो जाएगा।

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