राहुल गांधी ने श्री हरमंदिर साहिब-स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका, भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले केसरिया पगड़ी पहन अमृतसर पहुंचे;

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि राहुल गांधी अमृतसर में कुछ घंटे बिताने के बाद मंगलवार शाम को फतेहगढ़ साहिब पहुंचेंगे। 
 | 
Rahul Gandhi
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज शाम पंजाब में प्रवेश करेगी। इससे पहले यात्रा के तय कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। हरियाणा के अंबाला से निकलकर राहुल गांधी अमृतसर पहुंचे। यहां उन्होंने स्वर्ण मंदिर में माथा टेका। पंजाब में केसरी पगड़ी पहने राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। Read Also:-विवादों में घिरी शाहरुख खान की पठान फिल्म का ट्रेलर रिलीज, भगवा बिकिनी में नजर नहीं आईं दीपिका, बेशरम रंग, विवादित गाना भी नहीं

 भारत जोड़ो यात्रा से पहले गोल्डन टेंपल में नतमस्तक होने पहुंचे राहुल गांधी।

राहुल गांधी करीब 12:30 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरे थे। यहां से वह सीधे होटल रेडिसन ब्लू पहुंचे। जहां उन्होंने पगड़ी पहनी थी। 11:45 बजे राहुल गांधी का काफिला स्वर्ण मंदिर पहुंच चुका था। प्रताप सिंह बाजवा स्वर्ण मंदिर के बारे में राहुल गांधी को जानकारी देते नजर आए। स्वर्ण मंदिर में अचानक गिर गया कैमरामैन तो राहुल गांधी उसे उठाने के लिए दौड़े पड़े। 

 

पहली बार स्वर्ण मंदिर में बैठकर कीर्तन सुना
दोपहर करीब 2 बजे राहुल गांधी स्वर्ण मंदिर के अंदर दर्शन के लिए गए। भीतर सिर झुकाकर कुछ देर कीर्तन सुनने की इच्छा प्रकट की। ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद यह पहला मौका था जब गांधी परिवार का कोई सदस्य कीर्तन सुनने के लिए स्वर्ण मंदिर के अंदर बैठेगा। करीब 20 मिनट तक राहुल गांधी कीर्तन कर रहे सिंह-साहिबों के पीछे बैठे रहे। जहां उन्होंने कीर्तन सुना।

 


राहुल गांधी भले ही तीन लेयर की सुरक्षा के बीच रहे हों, लेकिन उनके साथ न तो एसजीपीसी (SGPC) का कोई सदस्य था और न ही कोई सुरक्षाकर्मी। राहुल गांधी को कुछ सेकंड के लिए एक लाइन रोककर अंदर भेज दिया गया, लेकिन अंदर उन्होंने आम आदमी की तरह मत्था टेका। दरअसल, ब्लू स्टार ऑपरेशन के बाद से गांधी परिवार को VIP ट्रीटमेंट नहीं दिया जाता है। 

 श्री अकाल तख्त साहिब के नीचे नतमस्तक होते हुए राहुल गांधी।

राहुल पहले भी कई बार यहां आ चुके हैं
इससे पहले भी राहुल गांधी कई बार स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने जा चुके हैं, लेकिन हर बार पंजाब में कांग्रेस की सरकार रही या चुनाव हुए। आम आदमी पार्टी की सरकार के बीच यह पहला मौका है जब राहुल स्वर्ण मंदिर पहुंचे हैं।

 

  • जून 2017 में पंजाब में सरकार बनाने के बाद राहुल गांधी अमृतसर पहुंचे और स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका।
  • जनवरी 2022 में भी राहुल चुनाव से पहले स्वर्ण मंदिर पहुंचे थे। इस दौरान विपक्षी अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल के 'राहुल गांधी की जेब कटने' वाले ट्वीट ने खलबली मचा दी थी।
  • अक्टूबर 2010 में प्रियंका गांधी भी स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने पहुंचीं। इसके बाद भी उन्हें कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया गया।

 

जानिए गांधी परिवार को क्यों नहीं मिलता VIP ट्रीटमेंट
1984 में स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया गया। स्वर्ण मंदिर के अंदर श्री अकाल तख्त साहिब को आतंकी भिंडरावाला ने अपना ठिकाना बना लिया था।  जिसके बाद गांधी परिवार की इंदिरा गांधी ने ही प्रधानमंत्री रहते हुए स्वर्ण मंदिर पर हमले का आदेश दिया था।

 इस दौरान राहुल गांधी केसरिया रंग की पगड़ी पहने नजर आए. यहां उन्होंने प्रसाद भी चखा और गुरबानी सुनी. राहुल गांधी के साथ इस दौरान पंजाब कांग्रेस के कई नेता मौजूद थे.

स्वर्ण मंदिर पर सैन्य अभियान के बाद सिखों में काफी गुस्सा था। उन दो सिखों ने ही तत्कालीन इंदिरा गांधी की हत्या की थी। लेकिन ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद से, गांधी परिवार को स्वर्ण मंदिर में वीआईपी ट्रीटमेंट से वंचित कर दिया गया था।

 

भारत जोड़ो यात्रा आज शाम पंजाब पहुंचेगी
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजा वार्डिंग और पंजाब के अन्य नेताओं, राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए। 11 जनवरी से यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी शाम 6 बजे गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेकेंगे। सुबह 6.30 बजे झंडा सौंपने की रस्म होगी और पद यात्रा सुबह 7 बजे ही सरहिंद स्थित दाना मंडी से शुरू होगी।

 कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ''भारत जोड़ो यात्रा का 116वां दिन हरियाणा के अम्बाला में पूरा हुआ. बुधवार को सुबह पंजाब में यह यात्रा शुरू होगी. अमृतसर में पवित्र स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद यात्रा आरंभ करने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता.''

एजेंसियों की ओर से मिले इनपुट के बाद आधा सफर कार में ही कर लिया
राहुल गांधी अगले 10 दिनों के लिए पंजाब में हैं। यहां उनका सफर 350 किलोमीटर का है। चारों ओर है। लेकिन उनका आधा से ज्यादा सफर कार में ही होगा। इसके पीछे की मुख्य वजह सुरक्षा एजेंसियों को पंजाब में खालिस्तानी संगठनों से मिल रहे इनपुट हैं। 

 

इसके अलावा गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे कई खालिस्तानी समर्थक संगठनों ने पंजाब में खालिस्तानी समर्थक नारे लगाते हुए राहुल गांधी को बार-बार पंजाब नहीं आने की धमकी दी है। 

 

sonu

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।