केरल : त्रिवेंद्रम में मोरल पुलिसिंग (Moral Policing) के खिलाफ छात्रों ने किया 'लैपटॉप प्रोटेस्ट', लड़कों की गोद में बैठी दिखीं लड़कियां, बोले-हमारा जमाना अलग है

मोरल पुलिसिंग: 'लैपटॉप प्रोटेस्ट' नैतिक कट्टर लोगों के खिलाफ आयोजित किया गया है जो अक्सर अपने नियम दूसरों पर थोपते हैं और 'सभ्य समाज' की आड़ में अपने प्रतिबंध लागू करते हैं।
 | 
Kerala
केरल में नैतिक पुलिसिंग (Moral Policing) के खिलाफ छात्रों का अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। कुछ छात्रों ने 'नैतिकता के ठेकेदार' बनने वाले लोगों को एक अलग ही पाठ पढ़ाया है, जिसे सोशल मीडिया पर खूब वाहवाही मिल रही है। दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, त्रिवेंद्रम के छात्रों की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में लड़कियां बस स्टैंड के वेटिंग शेड में लड़कों की गोद में बैठी नजर आ रही हैं। यह एक तरह का प्रोटेस्ट था, जिसे 'लैपटॉप प्रोटेस्ट' नाम दिया गया था।Read Also:-'भाभी जी घर पर हैं' में मलखान का किरदार निभाने वाले दीपेश भान का निधन, दीपेश भान क्रिकेट खेलते हुए गिरे, अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ा

 

दरअसल, लड़कियों का लड़कों की गोद में बैठना एक विरोध का ही हिस्सा है। यह विरोध उन नैतिक रूप से संविदात्मक लोगों के खिलाफ किया गया था जो अक्सर 'सभ्य समाज' की आड़ में अपने नियम दूसरों पर थोपते हैं और अपने प्रतिबंध लगाते हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने भी ऐसे लोगों को अपने अनोखे तरीके से 'नैतिकता का पाठ' पढ़ाया है। वायरल तस्वीर में कॉलेज के पास स्थित एक पुराने बस स्टैंड पर करीब 7 छात्र और छात्राएं बैठे नजर आ रहे हैं। इस बस स्टैंड पर अक्सर लड़की और लड़का एक साथ बैठते हैं। हालांकि, स्थानीय लोगों को उनके व्यवहार से गुस्सा आता है कि क्यों लड़का और लड़की एक साथ बैठे हैं। उनके मुताबिक यह 'सभ्य समाज' के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है।

 KERALA

सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर
छात्रों को ऐसा करने से रोकने के लिए स्थानीय लोगों ने बस स्टैंड की सीट को तीन हिस्सों में बांट दिया, ताकि छात्र अलग-अलग बैठ सकें। हालांकि छात्रों का यह रवैया लोगों को पसंद नहीं आया। इसलिए लोगों के इस व्यवहार का विरोध करते हुए उन्होंने एक तस्वीर खींची, जिसमें लड़कियां लड़कों की गोद में बैठी नजर आ रही हैं। छात्रों ने यह तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसके बाद देखते ही देखते वायरल हो गई। छात्रों का मानना ​​है कि यह तस्वीर उन लोगों का खंडन करती है जो कक्षा में लड़कियों और लड़कों को अलग अलग बैठने बात करते हैं।

 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 'लैपटॉप का विरोध करने वाले छात्रों ने कहा कि वे लड़कियों और लड़कों के साथ बैठने की बात को सामान्य करना चाहते हैं। वे साथ बैठकर किसी भी गलत बात का महिमामंडन नहीं करना चाहते। प्रदर्शन कर रहे छात्रों में से एक नंदना ने कहा, 'हमारी यह तस्वीर स्थानीय लोगों के विरोध के लिए थी। हम नैतिक पुलिसिंग (Moral Policing) का विरोध कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने वेटिंग शीट की सीटों को अलग कर तीन भागों में बांट दिया। उन्हें अपना विचार बदलने और शिक्षित होने की जरूरत है। हम जिस सदी में जी रहे हैं और जिस सदी में वे पले-बढ़े हैं, वे दो अलग-अलग चीजें हैं। हम जानते हैं कि एक रात में समाज के विचार नहीं बदलेंगे, लेकिन उन्हें छात्रों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। garauv

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।