पहाड़ दरकने से भिवानी में दबे 20-25 लोग, तीन शव निकाले गए, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मजदूर दब कर मरे, बचाव अभियान जारी

 हरियाणा के भिवानी जिले के दादम क्षेत्र में शनिवार को हुए लैंड स्लाइड के कारण आधा दर्जन डंपर ट्रक और कुछ मशीनें दब जाने से अब तक कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। 
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हरियाणा के भिवानी जिले के तोशाम इलाके में शनिवार सुबह 8:30 बजे खनन के दौरान पहाड़ में दरार आ गई, जिसमें 20 से 25 लोग दब गए। फिलहाल तीन मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए हैं। पहाड़ की दरार से गिरे सैकड़ों टन वजनी पत्थरों के नीचे कई पोकलेन मशीनें, ट्रक और अन्य वाहन भी दब गए। वहीं पहाड़ का जो हिस्सा गिरा है वह इतना बड़ा है कि उसे हटाना मुश्किल है। पुलिस और प्रशासन ने मीडिया के मौके पर जाने पर रोक लगा दी है।

एनजीटी के प्रतिबंध के कारण तोशाम के दादम इलाके में खनन कार्य पर रोक लगा दी गयी थी। प्रतिबंध हटने के बाद शुक्रवार को ही यहां खनन का काम शुरू हो गया था। सुबह साढ़े आठ बजे खनन के दौरान पूरा पहाड़ गिर गया और 20 से ज्यादा लोग उसके नीचे दब गए।ये भी पढ़े:- Mata Vaishno Devi : माता वैष्णों देवी मंदिर में कहासुनी के बाद मची भगदड़ की जांच को लेकर कमेटी गठित, यात्रा फिर से शुरू हुई

साथ ही मौके पर परिवहन के लिए खड़े वाहन और खनन के लिए इस्तेमाल की जा रही मशीनें भी दब गईं। सूचना मिलते ही प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है। मलबे के नीचे से तीन लोगों के शव निकाले गए हैं।

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बचाव कार्य में हो रही परेशानी
घटना की सूचना के बाद प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। पहाड़ में दरार पड़ने के बाद गिरे पत्थरों को हटाकर लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। बड़े-बड़े पत्थर गिरने से उन्हें निकालने में दिक्कत हो रही है। प्रशासन ड्रिल मशीन से पत्थरों को काटकर निकालने का प्रयास कर रहा है। दफनाए गए लोगों की संख्या के बारे में अभी कोई स्पष्ट आंकड़ा नहीं है। आम लोगों को मौके से दूर कर दिया गया है।

मौके पर पहुंचे कृषि मंत्री दलाल व एसपी
तहसीलदार रवींद्र कुमार ने बताया कि पत्थरों के नीचे से तीन शव निकाले गए हैं।  मृतक छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मजदूर हैं। भिवानी के सिविल सर्जन रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि हादसे में बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका है। वहीं, कृषि मंत्री जेपी दलाल और भिवानी के एसपी अजीत सिंह शेखावत टीम के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। 

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डार्का पर्वत वन क्षेत्र की ओर
खनक-दादाम क्रशर एसोसिएशन के अध्यक्ष मास्टर सतबीर रतेरा ने कहा कि जब घटना हुई तब वहां कोई खनन कार्य नहीं चल रहा था। खनन क्षेत्र दोनों ओर से वन क्षेत्र से घिरा हुआ है। हजारों टन पहाड़ वन क्षेत्र से खनन क्षेत्र में आए। इसमें अब तक पांच वाहनों के दबे होने की पुष्टि हो चुकी है, इनकी संख्या और भी हो सकती है।

दो दिन पहले जारी हुए कनेक्शन
प्रदूषण के कारण लंबे समय से प्रशासन द्वारा खनन कार्य बंद रखा गया था। दो दिन पहले प्रदूषण विभाग की एनओसी के बाद खनन कार्य के लिए बिजली कनेक्शन जारी किए गए थे। लंबे समय तक खनन पर प्रतिबंध लगा रहा। इसके विरोध में खनन कार्य से जुड़े लोग धरना प्रदर्शन कर रहे थे।

शुक्रवार को ही शुरू हुआ था खनन
भिवानी के तोशाम क्षेत्र में खनक व दादम में बड़े पैमाने पर पर्वतीय खनन का कार्य है। दो माह पूर्व प्रदूषण के कारण खनन कार्य बंद कर दिया गया था। एनजीटी ने गुरुवार को खनन कार्यों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी। एनजीटी से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार से खनन कार्य शुरू हो गया। दो माह से खनन कार्य बंद होने से निर्माण सामग्री की किल्लत भी महसूस हुई। इस कमी को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर ब्लास्टिंग की भी संभावना है।

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