कोरोना के बाद देश में एक और जानलेवा बीमारी ने दी दस्तक! ओडिशा के तीन लोग संक्रमित पाए गए
ओडिशा में इन दिनों एक अजीब बीमारी फैली हुई है। बताया जा रहा है कि यहां लोग एंथ्रेक्स नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। यह कोरोना जैसी ही जान लेवा बीमारी है। इस बीमारी से 3 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
Jun 1, 2024, 00:10 IST
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कोरोना के बाद देश में एक और बीमारी की आहट सुनाई दी है। इस बीमारी का पहला निशाना ओडिशा के 3 लोग बने हैं। तीनों लोग ओडिशा के कोरापुट जिले के रहने वाले हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने को कहा है। संक्रमित पाए गए तीनों लोगों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि वे एक मृत गाय के संपर्क में आए थे जो एंथ्रेक्स से संक्रमित थी। स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक ये तीनों लोग एंथ्रेक्स नामक बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं। यह बीमारी बैसिलस एंथ्रेसीस नामक बैक्टीरिया से होती है।Read also:-एयर होस्टेस प्राइवेट पार्ट में छिपाकर ले जा रही थी एक किलो सोना, एयरपोर्ट पर खुला राज तो अधिकारी भी रह गए हैरान
स्थिति नियंत्रण में
कोरापुट के अतिरिक्त जिला चिकित्सा अधिकारी (Disease Control) सत्य साईं स्वरूप के मुताबिक स्थिति अब नियंत्रण में है और कोई नया मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि एंथ्रेक्स बीमारी से बचाव के उपायों के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास किया गया है। इसके साथ ही प्रभावित इलाकों में सूचना, शिक्षा और संचार पहल शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि मामले पर कड़ी नजर रखी जा रही है और अगले कुछ दिनों तक स्थिति का आकलन करने के लिए गांव और उसके आसपास के इलाकों में पर्याप्त स्वास्थ्य अधिकारियों को तैनात किया गया है।
कोरापुट के अतिरिक्त जिला चिकित्सा अधिकारी (Disease Control) सत्य साईं स्वरूप के मुताबिक स्थिति अब नियंत्रण में है और कोई नया मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि एंथ्रेक्स बीमारी से बचाव के उपायों के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास किया गया है। इसके साथ ही प्रभावित इलाकों में सूचना, शिक्षा और संचार पहल शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि मामले पर कड़ी नजर रखी जा रही है और अगले कुछ दिनों तक स्थिति का आकलन करने के लिए गांव और उसके आसपास के इलाकों में पर्याप्त स्वास्थ्य अधिकारियों को तैनात किया गया है।
क्या है यह एंथ्रेक्स रोग?
यह रोग पहले भी कई जगहों पर हो चुका है। यह मिट्टी में पाए जाने वाले रोगग्रस्त बैक्टीरिया से फैलता है। मिट्टी में घुलने के कारण यह बैक्टीरिया पालतू जानवरों में आसानी से पहुंच जाता है। यह जानवरों के संपर्क में आने या उनके दूध से बने उत्पादों आदि के इस्तेमाल से मानव शरीर में प्रवेश करता है। यह सांस लेने, दूषित भोजन खाने, दूषित पानी पीने या त्वचा पर चोट लगने से शरीर में प्रवेश कर सकता है। यह रोग इतना खतरनाक है कि इससे मौत भी हो सकती है।
यह रोग पहले भी कई जगहों पर हो चुका है। यह मिट्टी में पाए जाने वाले रोगग्रस्त बैक्टीरिया से फैलता है। मिट्टी में घुलने के कारण यह बैक्टीरिया पालतू जानवरों में आसानी से पहुंच जाता है। यह जानवरों के संपर्क में आने या उनके दूध से बने उत्पादों आदि के इस्तेमाल से मानव शरीर में प्रवेश करता है। यह सांस लेने, दूषित भोजन खाने, दूषित पानी पीने या त्वचा पर चोट लगने से शरीर में प्रवेश कर सकता है। यह रोग इतना खतरनाक है कि इससे मौत भी हो सकती है।
ये हैं इसके लक्षण
- त्वचा पर छाले पड़ना।
- तेज बुखार।
- कंपकंपी।
- सीने में तकलीफ या सांस लेने में दिक्कत।
- उल्टी।
- पेट, सिर, शरीर में दर्द।
- दिन भर थकान महसूस होना।
ये है इसका इलाज
किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। चूंकि यह बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करने पर काफी मात्रा में विषाक्त पदार्थ छोड़ता है, इसलिए इसे रोकने के लिए एंटीटॉक्सिन दवाएं दी जाती हैं। इसे रोकने के लिए टीके भी लगाए जा सकते हैं।
किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। चूंकि यह बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करने पर काफी मात्रा में विषाक्त पदार्थ छोड़ता है, इसलिए इसे रोकने के लिए एंटीटॉक्सिन दवाएं दी जाती हैं। इसे रोकने के लिए टीके भी लगाए जा सकते हैं।