मुज़फ्फरनगर : फरमानी नाज ने 'हर हर शंभू' गाने को इस्लाम के खिलाफ बोलने वाले कट्टरपंथियों को दिया ऐसा जवाब, चारों और हो रही तारीफ

कट्टरपंथियों को फरमानी नाज संदेश: कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों को गायिका फरमानी नाज के द्वारा भजन गाना पसंद नहीं आया। कुछ लोग इनका विरोध कर रहे हैं, फरमानी ने इस विवाद का जवाब दिया है...
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Farmani Naaz
मुज़फ्फरनगर की इंडियन आइडल फेम सिंगर फरमानी नाज भजन गाकर मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गई हैं। फरमानी ने हिंदू देवता भगवन शिव के लिए एक भजन गाया है, जिसके बोल 'हर हर शंभू' हैं। कई मुसलमान इसका विरोध कर रहे हैं, जबकि देवबंद उलेमा का कहना है कि यह इस्लाम के खिलाफ है। फरमानी ने इस भजन को जुलाई में पोस्ट किया था। धीरे-धीरे वायरल होने के बाद देवबंद उलेमा ने इस पर आपत्ति जताई है।  इस मामले पर बढ़ते विवाद को देखते हुए फरमानी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक मैसेज पोस्ट किया है, जिसका लोग समर्थन कर रहे हैं। जानिए भजन गाने वाली गायिका फरमानी की कहानी।Read Also:-काम की खबर : आधार को वोटर कार्ड से लिंक करें, आज से शुरू हुआ हर घर दस्तक अभियान, एसएमएस और कॉल के जरिए भी कर सकते हैं लिंक

 

फरमानी नाज़ ने इस विरोध का कट्टरपंथियों दिया जवाब 
फरमानी नाज इंडियन आइडल की कंटेस्टेंट रह चुकी हैं। उनका जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है, जो शो के दौरान सुर्खियों में आया था। अपने बीमार बेटे की वजह से फरमानी को शो छोड़ना पड़ा। शो के बाद भी वह अपने यूट्यूब चैनल पर एक्टिव हैं। उनके गाने यूट्यूब पर काफी पॉपुलर हैं। उन्होंने पिछले महीने एक भजन गाते हुए पोस्ट किया था जो मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्यों को पसंद नहीं आया। लोग इसे इस्लाम के खिलाफ बताकर इसका बहिष्कार कर रहे हैं। गाने के विवादों में आने के बाद फरमानी ने यूट्यूब चैनल पर इसे इस्लाम के खिलाफ कहने वालों के लिए एक मैसेज पोस्ट किया है। कई लोग इस संदेश का समर्थन कर रहे हैं।

 

मोहम्मद रफी का दिया उदाहरण (Example)
फरमानी ने लिखा है, गायक और संगीत का कोई धर्म नहीं होता। मास्टर सलीम और रफ़ी साहब जैसे बुलंद गायकों ने भी भजन गाए हैं, इसलिए सभी से हाथ जोड़कर अनुरोध किया जाता है कि कोई भी गायन और संगीत को धर्म से न जोड़े।

 

उलेमा ने फरमानी के लिए कही थी ये बात
फरमानी के गाने पर उलेमा मुफ्ती असद कासमी का बयान वायरल हो रहा है। एबीपीलाइव की रिपोर्ट के मुताबिक, उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने फरमानी के गाने पर कहा था कि इस्लाम में किसी भी तरह का नाच गाना जायज नहीं है। यह हराम है और मुसलमानों को इससे बचना चाहिए। इस महिला ने जो गाया है वह उचित नहीं है, उसे अल्लाह से तौबा करना चाहिए।

 

फरमानी जब इंडियन आइडल के मंच को बीच में ही छोड़कर चली गई थी तो जजों समेत उनके फैंस भी काफी दुखी थे। फरमानी मुजफ्फरनगर के मोहम्मदपुर लोहड्डा का रहने वाला है। इनकी शादी मेरठ के हसनपुर गांव में हुई थी। फरमानी ने बेटे को जन्म दिया था जिस के बाद से ही फरमानी की जिंदगी मैं संघर्ष शुरू हुआ।

 

ससुराल वालों ने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए बच्चे के इलाज के लिए पैसे देने से इनकार कर दिया। इस पर फरमानी बेटे को लेकर मायके आ गई थी। वहां भी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। वह अच्छा गाती थी। उसका वीडियो बना कर गांव के ही लड़कों ने यूट्यूब पर डाला था। इस वीडियो को काफी पसंद किया गया था। इसके बाद लोगों ने उन्हें इंडियन आइडल में जाने की सलाह दी और सिलेक्शन हो गया।  garauv

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