ट्रैफिक चालान: बच्चे कार, बाइक, स्कूटर चलाते पकड़े गए तो माता-पिता जाएंगे जेल! जानिए क्या है ये नियम है....
भारत में सड़क सुरक्षा एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। हर साल सड़क हादसों में 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। मौत का आंकड़ा कम करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
Oct 27, 2023, 19:52 IST
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भारत में सड़क सुरक्षा एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। हर साल सड़क हादसों में 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। मौत का आंकड़ा कम करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इनमें ट्रैफिक से जुड़े सख्त नियम भी शामिल हैं। भारत में किशोरों के ड्राइविंग के लिए सख्त कानून हैं। नाबालिगों (Under 18 Years Of Age) को कार या अन्य मोटर वाहन चलाने की अनुमति नहीं है। अगर वे गाड़ी चलाते पकड़े गए तो उन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, ऐसी स्थिति में उसके माता-पिता या अभिभावकों को जेल भी जाना पड़ सकता है।READ ALSO:-अब ये सरकारी BIS Care ऐप बताएगा सोना असली है या नकली, ज्वेलरी शॉप पर बैठे-बैठे ऐसे जाने सच
नियम क्या हैं?
नियमों के तहत अगर कोई नाबालिग गाड़ी चलाते हुए पकड़ा गया तो अभिभावक/वाहन मालिक को दोषी माना जाएगा। इसके लिए 25,000 रुपये के जुर्माने के साथ-साथ 3 साल की जेल का भी प्रावधान है। वाहन का रजिस्ट्रेशन 1 साल के लिए रद्द भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं, पकड़े गए नाबालिग को 25 साल की उम्र तक ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिल पाएगा, जबकि सामान्य परिस्थितियों में उसे 18 साल की उम्र में ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाता था।
नियमों के तहत अगर कोई नाबालिग गाड़ी चलाते हुए पकड़ा गया तो अभिभावक/वाहन मालिक को दोषी माना जाएगा। इसके लिए 25,000 रुपये के जुर्माने के साथ-साथ 3 साल की जेल का भी प्रावधान है। वाहन का रजिस्ट्रेशन 1 साल के लिए रद्द भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं, पकड़े गए नाबालिग को 25 साल की उम्र तक ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिल पाएगा, जबकि सामान्य परिस्थितियों में उसे 18 साल की उम्र में ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाता था।
यह नियम क्यों आवश्यक है?
किशोर चालकों से गलतियाँ होने की संभावना अधिक होती है। इससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। वे अनुभवहीन हैं और सड़क पर संभावित खतरों को समझने में सक्षम नहीं हैं। इसके अलावा नाबालिग अक्सर वाहन चलाते समय लापरवाह हो जाते हैं और नियमों का पालन नहीं करते। इससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। नाबालिगों को मोटर वाहन चलाने से रोकना महत्वपूर्ण है।
किशोर चालकों से गलतियाँ होने की संभावना अधिक होती है। इससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। वे अनुभवहीन हैं और सड़क पर संभावित खतरों को समझने में सक्षम नहीं हैं। इसके अलावा नाबालिग अक्सर वाहन चलाते समय लापरवाह हो जाते हैं और नियमों का पालन नहीं करते। इससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। नाबालिगों को मोटर वाहन चलाने से रोकना महत्वपूर्ण है।