Meerut: यूपी चुनाव 2022 के लिए BJP ने तैयार की '100 दिन की रणनीति, नेताओं को मिला ये टास्क
BJP पदाधिकारियों ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए दो अक्टूबर से 10 जनवरी, 2022 तक का 100 दिन तक टास्क 14 जिलों के वर्करों को सौंपा गया है।
Sep 29, 2021, 15:12 IST
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उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) की हलचल भी शुरू हो गई है। बीजेपी ने प्रदेश में चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर आला नेताओं ने पश्चिम उत्तरप्रदेश के 14 जिलों के नेताओं को 100 दिनों के टास्क भी दे दिए हैं। स्थानीय नेताओं को केन्द्र और राज्य सरकार के कार्यों की जानकारी आम जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। 3 महीना 10 दिन के अभियान में पार्टी का मुख्य फोकस किसानों पर है मगर उद्यमियों, महिलाओं पर पार्टी की खास नजर है। महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, किसान मोर्चा, जातिगत मोर्चों व प्रकोष्ठों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
अब तक तय शेड्यूल के मुताबिक, अगले साल मई में यूपी समेत 5 राज्यों के विधानसभा के चुनाव होने हैं। हालांकि अभी तक चुनाव को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई हलचल नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक दल स्थानीय स्तर पर अपनी तैयारियां शुरू कर चुके हैं। यूपी में फिर से भाजपा ने सरकार बनाने को लेकर कमर कसनी शुरू कर दी है। Read Also : दिनेश खटीक के मंत्री पद पर मेरठ भाजपा में घमासान, पार्टी के Ex MLA ने कहा BJP का यह आत्मघाती कदम कौरव सेना को ले डूबेगा
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिए निर्देश
जानकारी के मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर स्थानीय नेताओं को निर्देश दिए हैं। इसके तहत विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए दो अक्टूबर से 10 जनवरी, 2022 तक का 100 दिन तक टास्क 14 जिलों के वर्करों को सौंपा गया है। इसके तहत वेस्ट यूपी के चुनाव प्रभारी और करनाल के सांसद संजीव भाटिया, वेस्ट यूपी के प्रभारी जेपीएस राठौर, वेस्ट यूपी के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने क्षेत्रीय टीम समेत 14 जिलों की महानगर और जिला टीमों के साथ बैठक कर उन्हें दो अक्टूबर से 10 जनवरी, 2022 तक के कार्यक्रम दिए हैं। मोर्चा, प्रकोष्ठ और विभाग बनाकर सभी को टास्क सौंपे गए हैं।
इन कार्यक्रमों के तहत पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता किसानों और बेरोजगारों के साथ ही कारोबारियों और उद्यमियों को साधेगी। किसानों के घरों तक पहुंचकर उन्हें सरकार द्वारा किए जा रहे काम गिनवाएगें और विरोधियों की घेराबंदी तोड़ेंगे। गन्ना किसानों का रेकॉर्ड बकाया भुगतान करने और प्रदेश सरकार ने प्रति क्विंटल 25 रुपये रेट बढ़ाने को किसान हितैषी होने के तौर पर पेश करेंगे। इसके अलावा कोविड टीकाकरण और आयुष्मान भारत योजना का कार्ड बनवाने, उज्जवला योजना में लाभ दिलाना, गन्ने के पेमेंट की समस्या दूर कराना, बिजली संबंधी परेशानी, गरीबों को राशन वितरण कराने से लेकर किसानों की समस्याओं को दूर के साथ ही सरकारी योजनाओं में मदद करने का काम भी करेंगे।
दरअसल 100 दिनों के बहाने बीजेपी वेस्ट यूपी में अपने लिए चुनावी प्लेटफार्म तैयार करना चाहती हे। इसमें दलितों, जाटों, पिछड़ों, किसानों को प्रमुखता पर रखा गया है। जनप्रतिनिधियों से लेकर फ्रंटल कार्यकर्ता, प्रकोष्ठों, मोर्चों और इकाईयों का हर नेता, सदस्य जनता के बीच जाकर सरकार के कार्य का प्रचार करे, साथ ही जनता की परेशानी को हल करे।