कोरोना के संकट से नहीं निपट पा रही दुनिया, अब कहर बरपाने को आया 'फ्लोराना'; इस देश में मिला पहला मामला

 पूरी दुनिया इस समय कोरोना संकट से जूझ रही है। दुनिया के कई देशों में चौथी लहर का कहर जारी है। ऐसे में जहां दुनिया कोरोना संकट से जूझ नहीं पा रही है, वहीं अब एक और बीमारी ने दस्तक दे दी है, जिसका नाम है फ्लोरा। 
 
पूरी दुनिया इस समय कोरोना संकट से जूझ रही है। भारत में जहां कोरोना की दो भयानक लहरें बीत चुकी हैं और तीसरी का खतरा मंडरा रहा है, वहीं चौथी लहर दुनिया के कई देशों में कहर बरपा रही है. ऐसे में जहां दुनिया कोरोना संकट से जूझ नहीं पा रही है, वहीं अब एक और बीमारी ने दस्तक दे दी है, जिसका नाम फ्लोरोना है.ये भी पढ़े:- सरकार ने माना, भारत में डेल्टा की जगह ओमिक्रॉन वैरिएंट ने लेनी शुरू कर दी है, 80% विदेशी यात्री इस वैरिएंट से पीड़ित

इजराइल में मिला पहला मामला
अरब न्यूज ने गुरुवार को कहा कि इज़राइल ने "फ्लोरोना" बीमारी के अपने पहले मामले की सूचना दी। इसने कहा कि यह बीमारी COVID-19 और इन्फ्लूएंजा का दोहरा संक्रमण है। अरब न्यूज ने ट्वीट किया, "इजरायल में फ्लोरोना रोग, COVID19 के दोहरे संक्रमण और इन्फ्लूएंजा का पहला मामला दर्ज किया गया है।" इस बीच, इज़राइल के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रदाताओं ने शुक्रवार को कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों को COVID-19 के खिलाफ चौथा टीका देना शुरू कर दिया।

क्या फ्लोरा एक गंभीर बीमारी बन सकती है?
इस संकट का खुलासा इजरायली अखबार 'येडियट अहरोनोट' ने किया है। अखबार के मुताबिक इसी हफ्ते राबिन मेडिकल सेंटर में बच्चे को जन्म देने आई एक गर्भवती महिला में दोहरा संक्रमण का पहला मामला दर्ज किया गया है। वैसे आपको बता दें कि अभी तक इस बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की ओर से कोई बयान नहीं आया है। इसलिए, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या इन दोनों वायरस के संयोजन से अधिक गंभीर बीमारी हो सकती है। हालांकि इजराइल में यह अब तक का एकमात्र मामला है, लेकिन माना जा रहा है कि 'फ्लोरोना' अन्य मरीजों में भी मौजूद हो सकता है, जो जांच के अभाव में सामने नहीं आया।

इस्राइल में दी जा रही चौथी बूस्टर डोज
इस बीच, टाइम ऑफ इज़राइल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक, नचमन ऐश ने आज ओमिक्रॉन वेरिएंट की लहर के कारण कम प्रतिरक्षा वाले लोगों के लिए बूस्टर डोज की अनुमति दी। आपको बता दें कि इजराइल दुनिया का पहला और फिलहाल अकेला देश है जहां कोरोना से बचाव के लिए दो बूस्टर डोज लगाए जा रहे हैं। शुक्रवार की सुबह, ASH ने वृद्ध रोगियों के लिए जेरियाट्रिक सुविधाओं में वैक्सीन को भी मंजूरी दे दी।