अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कांधार पर तालिबान का कब्जा, काबुल अब सिर्फ 150 किमी दूर

तालिबान ने शुक्रवार को दावा किया क अब सिर्फ अफगानिस्तान की राजधानी काबुल ही उनके कब्जे से बची हुई है। काबुल के बाद वहां के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर उन्होंने कब्जा कर लिया है। 

 

अफगानिस्तान में तालिबान तेजी से पांव पसार रहा है। 6 दिन में 34 प्रांतीय राजधानी में से 12 पर तालिबान काबिज हो गया है। तालिबान की दहशत का आलम यह है कि बिना लड़े ही सुरक्षा बल तालिबान के आगे हथियार डाल रहे हैं और पीछे हट रहे हैं।

यहां जारी खूनी संघर्ष के बीच तालिबान ने अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर भी शुक्रवार को कब्जा कर लिया है। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, तालिबान ने शुक्रवार को दावा किया क अब सिर्फ अफगानिस्तान की राजधानी काबुल ही उनके कब्जे से बची हुई है। काबुल के बाद वहां के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर उन्होंने कब्जा कर लिया है। 

अधिकारियों ने कहा कि कंधार के सरकारी अधिकारी और उनका दल हवाई मार्ग से शहर से भाग गए। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान की पकड़ धीरे-धीरे मजबूत होती जा रही है। कंधार पर कब्जा करने से पहले गुरुवार को तालिबान ने प्रांतीय राजधानी गजनी और हेरात पर कब्जा कर लिया था। इस तरह से आतंकवादी संगठन अब तक 12 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुका है। गजनी में उग्रवादियों ने श्वेत झंडे फहराए।

तालिबानी लड़ाके काबुल से महज 130 किलोमीटर दूर है और उनका अगला टारगेट काबुल ही है, मगर अभी काबुल खतरे से बाहर दिख रहा है। कई दिनों से जारी लड़ाई पर अफगान सुरक्षा बल और सरकार कोई टिप्पणी करने को तैयार नहीं हैं। लगातार बढ़त बना रहे तालिबान से काबुल को सीधे कोई खतरा नहीं है, लेकिन उसकी तेज बढ़त सवाल खड़े करती है कि अफगान सरकार अपने पास बचे इलाकों को आखिर कब तक नियंत्रण में रख पाएगी।

इस जगहों पर हो चुका कब्जा

1. जरांज
2. शेबरगान

3.सर-ए-पुल
4. कुंदुज

5. तालोकान
6. ऐबक

7. फराह
8. पुल ए खुमारी

9. बदख्शां
10. गजनी

11. हेरात
12. कंधार

यहां है भीषण लड़ाई
1. लश्कर गाह