पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब : इमरान की पार्टी की नेता बोली- तालिबान हमारे साथ है, वह हमें कश्मीर फतह करके देंगे

इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की नेता नीलम इरशाद शेख ने एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान कहा- तालिबान हमारा साथी है, और वो हमें कश्मीर फतह करके देगा।

 

अफगानिस्तान की जनता के साथ ही वहां के पूर्व राष्ट्रपति हमेशा आरोप लगाते हैं कि अफगानिस्तान में दहशतगर्दी, हिंसा और तबाही के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। अब पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से भी यह साफ हो रहा है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से सबसे ज्यादा पाकिस्तान ही खुश है। 

दरअसल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की नेता नीलम इरशाद शेख ने एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान कहा- तालिबान हमारा साथी है, और वो हमें कश्मीर फतह करके देगा। नीलम के इमरान खान से पारिवारिक रिश्ते भी हैं। इमरान की पत्नी बुशरा बीबी और नीलम काफी करीबी दोस्त हैं।

दरअसल नीलम बोल टीवी के लाइव शो पर बात कर रही थीं। इसी दौरान इमरान खान सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि तालिबान हमसे कहता है कि वह हमेशा हमारे साथ है और वह हमें कश्मीर फतेह करके देगा।

इस पर एंकर ने नीलम को जमकर लताड़ लगाई। एंकर ने कहा कि - मैडम, जरूर आपके पास कोई वॉट्सअप आया होगा। आपको किसने ये ख्वाब दिखाया कि तालिबान हमें कश्मीर फतह करके देंगे। अगर ऐसा है तो फिर हमारी फौज क्या कर रही है? इस प्रोग्राम को दुनिया देख रही है। जानती हैं आपने क्या कह दिया। इस बयान के बाद हमारी क्या हालत होगी? 

पाकिस्तान में लहरा रहे हैं तालिबान झंडे

तालिबान पर काबुल के कब्जे के बाद पाकिस्तान के कबायली इलाकों में ही नहीं बल्कि मुल्क की राजधानी में भी जश्न का माहौल है। हालात ये हैं कि इस्लामाबाद की लाल मस्जिद पर तालिबान के झंडे फहराए जा रहे हैं। कबायली इलाकों में तो तालिबान के समर्थन में जलसे और जुलूस तक निकाले गए हैं।

अफगान जनता पाकिस्तान के खिलाफ
अफगानिस्तान की पूर्व अशरफ गनी गनी ने तो करीब दो महीने पहले दुशांबे में एक मीटिंग के दौरान इमरान खान के सामने कह दिया था कि उनके मुल्क में हिंसा और तबाही का जिम्मेदार पाकिस्तान है और दुनिया को भी ये मालूम है। गनी सरकार के दौरान नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर रहे हमदुल्ला मोहिब ने पाकिस्तान को वेश्यालय तक कह दिया था। मोहिब ने कहा था- अगर पाकिस्तान तालिबान की मदद बंद कर दे तो अफगानिस्तान दो महीने में प्रगति के मार्ग पर चलने लगेगा।