बाइडेन बोले- हम बदला लेंगे और तुम्हे ढूंढ-ढूंढ कर मारेंगे, सेना से कहा ISIS-K पर हमले की योजना बनाएं

बाइडेन ने आतंकियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि- 'हमलावर सुन लें, हम तुम्हे माफ नहीं करेंगे। इस हमले को हम भूलेंगे नहीं। हम बदला लेंगे और तुम्हे ढूंढ-ढूंढ कर मारेंगे।'

 
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए सीरियल ब्लस्ट में 90 अफगानी और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं, जबकि 1,338 लोग जख्मी हुए हैं। बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों में 28 तालिबानी लड़ाके थे, जो काबुल एयरपोर्ट के बाहर तैनात थे। एयरपोर्ट पर हुए इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप (ISIS-K) ने ली है।  

उधर हमले से गुस्साए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आतंकियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि- 'हमलावर सुन लें, हम तुम्हे माफ नहीं करेंगे। इस हमले को हम भूलेंगे नहीं। हम बदला लेंगे और तुम्हे ढूंढ-ढूंढ कर मारेंगे।' बाइडेन ने कहा, 'हमें ISIS के उन नेताओं के बारे में पता है जिन्होंने काबुल में हमले का आदेश दिया था। हम बिना किसी बड़े मिलिट्री ऑपरेशन के उन्हें ढूंढ़ निकालने के रास्ते खोज लेंगे, चाहे वे कहीं भी हों।'

 

सही समय और सही जगह पर करारा जवाब देंगे
बाइडेन ने अमेरिकी सेना अमेरिकी सेना को आदेश दिया कि ISIS-K पर हमले की योजना बनाएं। इस दौरान बाइडेन ने कहा कि हम आतंकियों से डरेंगे नहीं और न ही उन्हें अपना मिशन नहीं रोकने देंगे। जरूरत पड़ी तो और ज्यादा सैनिक अफगानिस्तान भेजे जाएंगे, लेकिन काबुल से अमेरिकियों और अफगानियों काे निकालने का मिशन जारी रहेगा।

 

उन लोगों को खोया जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी
बाइडेन ने कहा, 'जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी, जिन्होंने अमेरिका के साथ-साथ दूसरों की सेवा भी की हमने उन लोगों को इस हमले में खो दिया। हम अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक सरकार बनाने के लिए अपने अमेरिकी सैनिकों का बलिदान नहीं दे सकते। अफगानिस्तान एक ऐसा देश है जो इतिहास में एक बार भी एक संयुक्त देश नहीं रहा। यहां 20 साल के युद्ध को खत्म करने का यही समय था।'

 

आईएस से संबद्ध इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने ली धमाकों की जिम्मेदारी

आईएस से संबद्ध इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) ने काबुल सीरियल ब्लॉस्ट की जिम्मेदारी ली है। बताया जाता है कि यह समूह तालिबान से कहीं अधिक कट्टरपंथी है। तालिबान ने हमले की निंदा की है लोगों की माने तो दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों ने इस घटना को अंजाम दिया इस समय हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और अफगानिस्तान से बाहर जाने के इच्छुक लोगों को लाने के लिए वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल किए जा रहे हैं। करीब 5,000 लोग हवाई अड्डे पर उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने संकेत दिए हैं कि वह अतिरिक्त फोर्स सुरक्षा की दृष्टि से काबुल भेज सकता है।  read also : काबुल एयरपोर्ट पर हमले की ISIS ने ली जिम्मेदारी।

 

ब्लास्ट में पाकिस्तान का हाथ हो सकता है : सालेह

अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने काबुल अटैक को लेकर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किया है। सालेह ने ट्वीट कर लिखा है कि तालिबान ने सबकुछ अपने मास्टर यानी पाकिस्तान से ही सीखा है। सालेह ने लिखा कि एयरपोर्ट पर हमला करने वाले आतंकी संगठन आईएस-खुरासन की जड़ें तालिबान और हक्कानी नेटवर्क से जुडी़ हैं। ये पूरी दुनिया जानती है कि हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का संरक्षण हासिल है। आईएस और खुरासन काबुल से ऑपरेट कर रहे हैं। उन्होंने लिखा कि तालिबान आईएस से अपने जुड़ाव की खबरों को खारिज कर रहा है लेकिन तालिबान ये सब अपने मास्टर यानी पाकिस्तान के इशारे पर कर रहा है। 

काबुल एयरपोर्ट पर फिर से हमले का खतरा
फिदायीन हमलों से दहले काबुल एयरपोर्ट पर और भी आतंकी हमले हो सकते हैं। अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी (ABC) के मुताबिक एयरपोर्ट के नॉर्थ गेट पर कार बम ब्लास्ट का खतरा है। ऐसे में काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने नया अलर्ट जारी किया है।