हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत, विदेश मंत्री भी नहीं रहे, पहाड़ी पर मिला हेलीकॉप्टर का मलबा...

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर दुख जताया है। रायसी के काफिले के हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। उनके हेलीकॉप्टर का मलबा एक पहाड़ी पर मिला था। 
 
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। उनके साथ विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियान की भी जान चली गई। राष्ट्रपति का विमान रविवार को अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।  इसके बाद ईरानी सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिला। 

 

इमरजेंसी लैंडिंग में विमान क्रैश हो गया
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के विमान को शनिवार को खराब मौसम के कारण अजरबैजान के जंगलों में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी, जिसके कारण हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की मेहनत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिल गया। ईरान ने आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की मौत की पुष्टि की।

 


विमान जलकर राख हो गया
ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने कहा कि बचाव दल दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के कोई निशान नहीं मिले। इस बीच, ईरानी समाचार एजेंसी ने बताया कि इस दुर्घटना में किसी के भी बचने की उम्मीद नहीं है क्योंकि राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर पूरी तरह नष्ट हो गया है। 


ईरान के प्रेस टीवी के मुताबिक, बचाव दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी जीवित बचे व्यक्ति का कोई निशान नहीं मिला है। सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि एजेंसियों ने ज्यादा जानकारी नहीं दी, लेकिन स्थिति अच्छी नहीं है। हेलीकॉप्टर के मलबे तक 73 टीमें पहुंच चुकी हैं। 

 

राष्ट्रपति अजरबैजान से लौट रहे थे
आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने पूर्वी अजरबैजान का दौरा किया था।  वह अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान की सीमा से लगे जुल्फा शहर के पास यह दुर्घटना घटी। हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियान, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।