इमरान खान का नंबर भी पेगासस की लिस्ट में, पाकिस्तान ने कहा मोदी सरकार ने कराई जासूसी,अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाएंगे मुद्दा

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सर्विलांस लिस्ट में भारत के 1,000 नंबर और पाकिस्तान के 100 नंबर शामिल हैं, जिनमें इमरान खान का नंबर भी शामिल है।

 

पेगासस जासूसी केस में अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के खुलासे ने भारत के बाद अब पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली स्पायवेयर पेगासस से जिन नंबरों की जासूसी करवाई गई है, उसमें एक नंबर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस्तेमाल कर चुके हैं।

वाशिंगटन पोस्ट के खुलासे के बाद अब पाकिस्तान में हंगामा खड़ा हो गया है।  पाकिस्तानी मीडिया डॉन न्यूज के मुताबिक पाकिस्तान के IT मंत्री फवाद चौधरी ने इमरान की जासूसी का आरोप भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाया है। चौधरी ने पाक PM की जासूसी का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की धमकी दी है।

भारत के 1,000 नंबर सर्विलांस लिस्ट में
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सर्विलांस लिस्ट में भारत के 1,000 नंबर और पाकिस्तान के 100 नंबर शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ कांग्रेस के नेता ही नहीं बल्कि केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल और संसद में सरकार का बचाव करने वाले IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव के फोन भी हैकिंग टारगेट पर थे।

रिपोर्ट में जिन नामों का जिक्र किया गया है, उनमें से प्रमुख लोग ये हैं..

विपक्ष के नेता राहुल गांधी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी

2. संसद में सरकार का बचाव करने वाले IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव

3. चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का नाम भी इस लिस्ट में बताया गया है। उन्होंने ही 2014 में मोदी की ब्रांडिंग की थी।

4. पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा का नाम भी लिस्ट में शामिल है। लवासा ने 2009 के चुनाव में मोदी-शाह के खिलाफ हुई शिकायत पर चुनाव आयोग के फैसले से असहमति जताई थी।

विदेशों में भी हुई पत्रकारों की जासूसी
रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में पेगासस के क्लाइंट्स ने ऐसे पत्रकारों की जासूसी कराई, जो सरकार की नाकामियों को उजागर करते रहे हैं या जो उसके फैसलों की आलोचना करते रहे हैं। एशिया से लेकर अमेरिका तक में कई देशों ने पेगासस के जरिए पत्रकारों की जासूसी की या उन्हें निगरानी सूची में रखा। रिपोर्ट में दुनिया के कुछ देशों के नाम भी दिए गए हैं, जहां पत्रकारों पर सरकार की नजरें हैं।

किस देश में कितने पत्रकारों पर नजर

अजरबैजान: देश में दमन और भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले कम से कम 48 पत्रकारों पर सरकार निगरानी रख रही है।

मोरक्को: सरकार के भ्रष्टाचार और मानवाधिकार उल्लंघन की आलोचना करने वाले कम से कम 38 पत्रकार निगरानी सूची में हैं।

UAE: फाइनेंशियल टाइम्स के एडिटर और द वॉल स्ट्रीट जर्नल के इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर समेत कम से कम 12 पत्रकारों की निगरानी की जा रही है।

भारत: देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचकों समेत 38 पत्रकारों की निगरानी की जा रही थी।

इनके अलावा मैक्सिको, हंगरी, बहरीन, कजाकिस्तान और रवांडा में भी सरकारों ने पत्रकारों की जासूसी कराई।