अंतरिक्ष की यात्रा करके लौटे ब्रैन्सन, भारत की बेटी सिरिशा समेत 4 लोग भी उनके साथ 60 मिनट तक स्पेस में रहे

भारत की सिरिशा बांदला समेत 5 लोगों ने अंतरिक्ष की यात्रा कर इतिहास रच दिया। ये सभी वर्जिन गैलेक्टिक रॉकेट प्लेन से 60 मिनट की अंतरिक्ष यात्रा करके लौटे। इस सफर में  ब्रैन्सन और अन्य चारों यात्री अंतरिक्ष के किनारे तक गए और वहां भारहीनता का अनुभव भी किया। 

 

वर्जिन ग्रुप के फाउंडर रिचर्ड ब्रैन्सन, भारत की सिरिशा बांदला समेत 5 लोगों ने अंतरिक्ष की यात्रा कर इतिहास रच दिया। ये सभी वर्जिन गैलेक्टिक रॉकेट प्लेन से 60 मिनट की अंतरिक्ष यात्रा करके लौटे। इस सफर में  ब्रैन्सन और अन्य चारों यात्री अंतरिक्ष के किनारे तक गए और वहां भारहीनता का अनुभव भी किया।

ब्रैन्सन ने कहा, 'यह जिंदगी का यादगार अनुभव है। वर्जिन गैलेक्टिक पर 17 साल से काम कर रही हमारी बेहतरीन टीम को बधाई। इतने लंबे वक्त तक उनकी बेहद कड़ी मेहनत से ही हम यहां तक पहुंच सके।' तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक रिचर्ड ब्रैन्सन की अंतरिक्ष यात्रा 150 मिनट की रहने वाली थी, लेकिन वे 60 मिनट यानी एक घंटे में ही अपना सफर पूरा करके लौट आए।

वर्जिन गैलेक्टिक के पैसेंजर रॉकेट प्लेन VSS यूनिटी को शाम 6.30 बजे उड़ान भरनी थी, लेकिन खराब मौसम की वजह से लॉन्चिंग का वक्त डेढ़ घंटे आगे बढ़ा दिया गया था। जिसके बाद प्लेन ने रात 8.10 बजे (भारतीय समय के मुताबिक) न्यू मैक्सिको से उड़ान भरी थी।

आपके नाती-पोतों की अंतरिक्ष यात्रा के सपने को साकार करना मेरा मिशन

उड़ान से पहले ब्रैन्सन ने कहा कि मेरा मिशन स्टेटमेंट है, मेरे नाती-पोतों, आपके नाती-पोतों और सबके लिए अंतरिक्ष यात्रा का सपना सच करना। उनके इस सफर को देखने के लिए टेस्ला के CEO एलन मस्क भी पहुंचे हैं। उनकी कंपनी स्पेसएक्स भी स्पेस टूरिज्म की बड़ी खिलाड़ी बनने की कोशिशों में जुटी है।

अगले साल शुरू करेंगे कॉमर्शियल टूर

ब्रैन्सन ने कहा कि अगले साल कॉमर्शियल टूर शुरू करने से पहले वे खुद इसका अनुभव लेना चाहते हैं। अगर यह उड़ान कामयाब रहती है तो उनकी कंपनी वर्जिन अंतरिक्ष के लिए कॉमर्शियल टूर शुरू करने की ओर सबसे बड़ा पड़ाव पार कर लेगी।

रॉकेट में भारत की सिरिशा समेत कुल 6 लोग
रिचर्ड बतौर मिशन स्पेशलिस्ट स्पेसशिप-2 यूनिटी से जुड़े हैं। उनके साथ भारत की बेटी आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के चिराला में जन्मीं सिरिशा बांदला समेत 5 और लोगों ने उड़ान भरी। इसी के साथ वे अंतरिक्ष का सफर करने वाली भारत में जन्मीं दूसरी महिला बन गईं। इससे पहले हरियाणा में जन्म लेने वाली कल्पना चावला ने अंतरिक्ष की उड़ान भरी थी। इनके अलावा स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स भी अंतरिक्ष की यात्रा कर चुके हैं। 34 साल की सिरिशा एयरोनॉटिकल इंजीनियर हैं।

4 साल की उम्र में अकेली गईं थीं अमेरिका

आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के चिराला में 1987 में सिरिशा का जन्म हुआ। उनके पिता बी मुरलीधर और मां अनुराधा अमेरिका में जॉब करते थे। वो सिरिशा को दादा-दादी के पास छोड़कर अमेरिका चले गए। जब सिरिशा महज 4 साल की थीं, तो उन्होंने बिना पेरेंट्स के भारत से अमेरिका की उड़ान भरी थी।