ATM कार्ड के फायदे: ATM कार्ड पर फ्री में मिलता है 5 लाख तक का बीमा, जानिए क्लेम करने का पूरा तरीका

एटीएम कार्ड के फायदे: क्या आप जानते हैं कि एटीएम कार्ड से हमें 5 लाख रुपये तक का मुफ्त बीमा भी मिलता है। इसके लिए हमें बैंक में जाकर अपना या आश्रितों को क्लेम करना होगा। आज हम आपको इस के बारे में डिटेल्स में बताते हैं।
 
आज के दौर में आपकी जेब में एटीएम कार्ड होना जरूरी हो गया है। इस कार्ड ने न केवल लोगों की नकदी पर निर्भरता कम की है बल्कि उनके पैसे को और भी सुरक्षित किया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एटीएम कार्ड आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा भी करता है। जी हां, बहुत कम लोगों को पता होगा कि हर एटीएम कार्ड पर लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त बीमा मिलता है, जिसे वे किसी भी तरह की जान जाने पर क्लेम कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है इसकी पूरी विधि।Read Also:-देश के 10 शहरों में शुरू हुई गूगल की गूगल स्ट्रीट व्यू (Google Street View) सर्विस, जानिए क्या आपका शहर भी इसमें शामिल, इस तरह कर पाएंगे इस सर्विस का इस्तेमाल

 

कार्ड के अनुसार बीमा उपलब्ध है
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि यह बीमा किसे मिल सकता है। आरबीआई (RBI) के नियमों के मुताबिक, जो व्यक्ति कम से कम 45 दिन पहले किसी राष्ट्रीयकृत या गैर-राष्ट्रीयकृत बैंक के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है, वह इस बीमा का हकदार हो जाता है। इस राशि की राशि कितनी होगी, यह सब आपको मिलने वाले एटीएम कार्ड की श्रेणी पर निर्भर करता है।

 

बैंक अलग-अलग टाइप के कार्ड्स जारी करते हैं 
दरअसल, बैंकों को क्लासिक, प्लेटिनम और सामान्य कार्ड जारी किए जाते हैं। लोगों को सामान्य मास्टर कार्ड पर 50 हजार रुपये, क्लासिक एटीएम कार्ड पर 1 लाख रुपये, वीजा कार्ड पर 1.5 से 2 लाख रुपये और प्लेटिनम कार्ड पर 5 लाख रुपये का बीमा मिलता है। वहीं जन-धन योजना के तहत खुले खातों में उपलब्ध रुपे कार्ड पर लोगों को 1 से 2 लाख रुपये तक का बीमा मिलता है।

 

मृत्यु होने पर 5 लाख तक का दावा कर सकते हैं
यदि एटीएम कार्ड उपयोगकर्ता के साथ कोई दुर्घटना होती है, तो उसके कार्ड की श्रेणी के अनुसार बीमा राशि उसे दी जाती है। मृत्यु होने पर परिवार को कार्ड के अनुसार 1 से 5 लाख रुपए तक का बीमा मिलता है। वहीं एक हाथ या एक पैर खराब होने पर 50 हजार रुपये और दोनों पैर या दोनों हाथ खराब होने पर 1 लाख रुपये तक की बीमा राशि मिलती है।

 

बैंक में ही जाकर आवेदन करना होगा
बीमा की यह राशि अपने आप नहीं मिलती है, बल्कि बैंक में जाकर क्लेम करना होता है। इसके लिए एटीएम कार्ड रखने वाले कार्डधारक के नॉमिनी को संबंधित बैंक के पास जाना होगा। इसके बाद वहां आवेदन देकर मदद की गुहार लगानी है। इसके बाद अस्पताल में इलाज का सबूत और एफआईआर की कॉपी लगाकर आवेदन किया जाता है। वहीं मृत्यु होने पर आश्रित का प्रमाण पत्र, प्राथमिकी की प्रति, मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज संलग्न करने होंगे। यह कागजी कार्रवाई पूरी होने के कुछ दिनों बाद पीड़ित परिवार को क्लेम मिल जाता है।