मोबाइल नंबर में होने जा रहा है सबसे बड़ा बदलाव, आ रहे हैं नई सीरीज के नंबर, क्या आप पर पड़ेगा इस का असर?
मोबाइल नंबर में जल्द ही सबसे बड़ा बदलाव होने जा रहा है। ट्राई ने एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में और इसका आप पर क्या असर पड़ने वाला है...
Jun 11, 2024, 14:31 IST
भारत में मोबाइल यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आजकल एक व्यक्ति दो सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है। ऐसे में यह लगभग तय है कि आने वाले दिनों में नंबरों की कमी हो जाएगी। इसे देखते हुए ट्राई ने एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया है, जो नेशनल नंबरिंग प्लान से जुड़ा है। भारत में लगातार बढ़ती मोबाइल यूजर्स की संख्या को देखते हुए कंसल्टेशन पेपर में नेशनल नंबरिंग प्लान में बदलाव करने को कहा गया है। आपको बता दें कि नेशनल नंबरिंग प्लान में 21 साल पहले 2003 में बदलाव किया गया था। हालांकि, अब तेजी से बढ़ते यूजर्स और 5G नेटवर्क के विस्तार को देखते हुए इसमें बदलाव किया जा रहा है।Read Also:-उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को लग सकता है बड़ा झटका, नया घरेलू कनेक्शन लेना 44% तक हो सकता है महंगा!
क्या होती है नेशनल नंबरिंग प्लान?
नेशनल नंबरिंग प्लान कुशल संचार और नेटवर्क प्रबंधन में काफी मदद करता है। दूरसंचार विभाग यानी DoT मोबाइल नेटवर्क के लिए दूरसंचार पहचानकर्ताओं का प्रबंधन करता है। जानकारी के मुताबिक, नेशनल नंबरिंग प्लान 2003 में 75 करोड़ टेलीफोन कनेक्शन आवंटित करने के लिए बनाया गया था। दूसरी ओर संचार मंत्रालय का कहना है कि 21 साल बाद नंबरिंग संसाधन बहुत जोखिम में आ गया है।
नेशनल नंबरिंग प्लान कुशल संचार और नेटवर्क प्रबंधन में काफी मदद करता है। दूरसंचार विभाग यानी DoT मोबाइल नेटवर्क के लिए दूरसंचार पहचानकर्ताओं का प्रबंधन करता है। जानकारी के मुताबिक, नेशनल नंबरिंग प्लान 2003 में 75 करोड़ टेलीफोन कनेक्शन आवंटित करने के लिए बनाया गया था। दूसरी ओर संचार मंत्रालय का कहना है कि 21 साल बाद नंबरिंग संसाधन बहुत जोखिम में आ गया है।
टेलीडेंसिटी हुई 85 प्रतिशत के पार
एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में वर्तमान में 1,199.28 मिलियन टेलीफोन उपयोगकर्ता हैं, जिसके कारण 31 मार्च, 2024 तक भारत की टेलीडेंसिटी 85 प्रतिशत के पार हो गई है। जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि टेलीडेंसिटी किसी क्षेत्र में रहने वाले हर सौ लोगों के लिए टेलीफोन कनेक्शन की संख्या है। कहा जा रहा है कि मौजूदा नंबर आवंटन प्रणाली का उपयोग करने में भी समस्या आ रही है। इसीलिए अब जल्द ही नंबरों की नई सीरीज आने वाली है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में वर्तमान में 1,199.28 मिलियन टेलीफोन उपयोगकर्ता हैं, जिसके कारण 31 मार्च, 2024 तक भारत की टेलीडेंसिटी 85 प्रतिशत के पार हो गई है। जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि टेलीडेंसिटी किसी क्षेत्र में रहने वाले हर सौ लोगों के लिए टेलीफोन कनेक्शन की संख्या है। कहा जा रहा है कि मौजूदा नंबर आवंटन प्रणाली का उपयोग करने में भी समस्या आ रही है। इसीलिए अब जल्द ही नंबरों की नई सीरीज आने वाली है।
नई सीरीज के नंबर आने वाले हैं
ताजा रिपोर्ट के अनुसार, नए नंबरिंग प्लान के आने से जियो, एयरटेल, VI जैसी टेलीकॉम कंपनियां नए नंबर जारी कर सकेंगी। इसके साथ ही आपको नया नंबर चुनने में भी ज्यादा विकल्प मिलेंगे। अब DoT ने टेलीकॉम कंपनियों से रिसाइकिल नंबर जारी करने को कहा है। आपको बता दें कि ये वो नंबर हैं जो लंबे समय से बंद हैं। अब इन्हें नए यूजर्स के लिए जारी किया जा रहा है। हालांकि, इससे आप पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार, नए नंबरिंग प्लान के आने से जियो, एयरटेल, VI जैसी टेलीकॉम कंपनियां नए नंबर जारी कर सकेंगी। इसके साथ ही आपको नया नंबर चुनने में भी ज्यादा विकल्प मिलेंगे। अब DoT ने टेलीकॉम कंपनियों से रिसाइकिल नंबर जारी करने को कहा है। आपको बता दें कि ये वो नंबर हैं जो लंबे समय से बंद हैं। अब इन्हें नए यूजर्स के लिए जारी किया जा रहा है। हालांकि, इससे आप पर कोई असर नहीं पड़ेगा।