Google बताएगा सर्च रिजल्ट्स भरोसेमंद हैं या नहीं, अलर्ट भी करेगा- इस विषय पर ठोस सूचनाएं नहीं हैं

अगर आप कोई ब्रेकिंग न्यूज देखते हैं तो सबसे पहले उसके बारे में ऑनलाइन सर्च करते हैं। सर्च रिजल्ट्स में पहले हुई किसी घटना का फॉलो-अप दिखाया जाएगा तो गूगल इससे रिलेटेड दूसरे लिंक्स भी साथ में डिस्प्ले करेगी
 

Google Search Result : लोग सबसे ज्यादा यकीन गूगल पर करते हैं, लेकिन कई बार ऐसा हो जाता है कि जो जानकारी गूगल दिखाता है वह गलत होती है। ऐसे में फेक न्यूज सर्कुलेट होने का डर बना रहता है, लेकिन अब गूगल ऐसे फीचर पर काम कर रही है जिससे यूजर्स को पता चल सकेगा कि यह जानकारी भरोसेमंद नहीं है या इसमें बार-बार बदलाव किया जा रहा हे। यदि किसी जानकारी में ऐसा हुआ तो गूगल इसके बारे में सूचित करेगा। 

यानि गूगल ने भी फेक न्यूज के खिलाफ जंग शुरू कर दी है। खासतौर पर 2020 के विवादास्पद अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और कोरोना महामारी को लेकर फैलाई गई गलत सूचनाओं के मद्देनजर टेक कंपनी ने यह कदम उठाया है। इसके तहत गूगल ब्रेकिंग विषयों पर यूजर्स को अतिरिक्त जानकारी और संदर्भ देने का काम कर रहा है। टेक विशेषज्ञों का दावा है कि फिलहाल यह फीचर कुछ सर्च में ही दिखाई दे रहा है।

गूगल सर्च के पब्लिक लाइजनिंग प्रमुख डैनी सुलिवन के मुताबिक जब भी कोई गूगल पर कुछ सर्च करता है, तो सबसे उसे प्रासंगिक और विश्वसनीय जानकारी दिखाने की कोशिश की जाती है। लेकिन बहुत सी ऐसी चीजें मिलती हैं, जो पूरी तरह से नई हैं। ब्रेकिंग खबरों और अपडेट हो रहे विषयों के बारे में अक्सर ऐसा होता है कि पहले से दी गई जानकारी सबसे ज्यादा भरोसमंद नहीं रह जाती।

अगर आप कोई ब्रेकिंग न्यूज देखते हैं तो सबसे पहले उसके बारे में ऑनलाइन सर्च करते हैं। सर्च रिजल्ट्स में पहले हुई किसी घटना का फॉलो-अप दिखाया जाएगा तो गूगल इससे रिलेटेड दूसरे लिंक्स भी साथ में डिस्प्ले करेगी। वहीं, अगर कोई स्टोरी पूरी तरह नई है और इससे जुड़ा कोई आर्टिकल पहले शेयर नहीं किया गया है तो गूगल बता देगी कि उस टॉपिक से जुड़ी जानकारी तेजी से बदल रही है।

गूगल ने पिछले साल अप्रैल में यूजर्स को यह बताना शुरू किया था कि नतीजे देने के लिए किसी विषय विशेष के लिए अच्छे और पर्याप्त मिलान नहीं हैं। इस साल फरवरी में कंपनी ने ‘अबाउट’ बटन पेश किया, जो अतिरिक्त संदर्भ देता है। कई बार आरोप लगते रहे हैं कि गूगल में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (एफएक्यू) सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित होते हैं, कंपनी इस पर भी काम कर रही है। एफएक्यू अक्सर किसी यूजर के सवालों का अनुमान लगाने में मददगार होते हैं।

प्रामाणिक सूचना न होने पर दिखेगा- नतीजे तेजी से बदल रहे हैं

  • गूगल यूजर्स को चुनिंदा रिजल्ट्स के साथ नोटिस दिखाएगी और उन्हें अलर्ट करेगी।
  • इस अलर्ट में लिखा होगा, "ऐसा लगता है कि ये रिजल्ट्स तेजी से बदल रहे हैं।"
  • नोट के साथ मेसेज भी लिखा होगा कि यह टॉपिक बिल्कुल नया है और भरोसेमंद सोर्स से इससे जुड़े और रिजल्ट्स आने में वक्त लग सकता है।
  • कंपनी ने कहा कि पहले भी ऐसे नोटिस यूजर्स को दिखाए जाते थे, जब उन्हें सर्च टर्म से जुड़ा कोई रिजल्ट नहीं मिलता था।

यूजर्स को दिखेगा 'अबाउट दिस रिजल्ट पैनल'

  • सर्च इंजन कंपनी ने बताया कि यूजर्स को 'अबाउट दिस सर्च रिजल्ट' सेक्शन भी दिखाया जाएगा।
  • इस पैनल में यूजर्स को दिखाया जाएगा कि उन्हें रिजल्ट्स में दिखाई जा रही जानकारी के सोर्स क्या हैं।
  • इस तरह यूजर्स को भरोसा दिलाया जाएगा कि उनको दिखाई जा रही जानकारी सही और विश्वसनीय है।
  • सर्च इंजन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स आसानी से तय कर पाएंगे कि वे किस लिंक या URL पर क्लिक करना चाहते हैं।