Surya Grahan 2024: कहां पर और किस समय दिखेगा सूर्य ग्रहण? यहां जानें पूरी इसकी जानकारी....

आज यानी 2 अक्टूबर 2024 को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण रात 9:13 बजे शुरू होगा और सुबह 3:17 बजे खत्म होगा। इसकी कुल अवधि करीब 6 घंटे 4 मिनट की होगी। इस दिन पितृ पक्ष की अमावस्या तिथि है और अगले दिन शारदीय नवरात्रि का पहला दिन है।
 
आज यानी 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के बाद अगर किसी चीज की चर्चा हो रही है तो वो है सूर्य ग्रहण। आज साल का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण लग रहा है। ये साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी है। ऐसे में कई लोग सूर्य ग्रहण के बारे में जानने को उत्सुक हैं। सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा? भारत में दिखाई देगा या नहीं? सूर्य ग्रहण किस समय लगेगा? क्या भारत में सूर्य ग्रहण के कारण लगने वाला सूतक काल माना जाएगा? क्या सूर्य ग्रहण के दौरान पितरों का श्राद्ध किया जा सकता है? ऐसे अनगिनत सवाल लोगों के मन में घूम रहे हैं। तो आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब क्या हैं?READ ALSO:-बॉलीवुड एक्टर गोविंदा के पैर से निकली गोली की फोटो वायरल, जानिए अब कैसी है एक्टर की तबीयत?

 

सूर्य ग्रहण का समय
भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण आज रात से शुरू हो जाएगा। सूर्य ग्रहण रात 9 बजे के बाद शुरू होगा और करीब 3:30 बजे तक रहेगा। सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को रात 09:13 बजे शुरू होगा और 3 अक्टूबर को दोपहर 03:17 बजे सूर्य ग्रहण समाप्त हो जाएगा। वहीं, दोपहर 12:15 बजे सूर्य ग्रहण का मध्य काल माना जाएगा।

 

सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा?
सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा और क्या यह भारत में दिखाई देगा या नहीं? यह सवाल कई लोगों के मन में आ रहा है। आपको बता दें कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। हालांकि, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका, अटलांटिक, आर्कटिक, अर्जेंटीना, उरुग्वे, उत्तरी अमेरिका, फिजी, न्यू चिली, ब्राजील, मैक्सिको और पेरू जैसे देशों में सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा।

 

भारत में दिखाई न देने का कारण?
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में क्यों नहीं दिखाई देगा? इसका जवाब खगोलीय घटनाओं में छिपा है। क्या आप जानते हैं कि सूर्य ग्रहण क्यों होता है? खगोल विज्ञान के अनुसार, जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, तो चंद्रमा की वजह से सूर्य का आधा हिस्सा छिप जाता है। इसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। भारत में जहां रात होती है, वहीं धरती के दूसरे छोर यानी अमेरिकी उपमहाद्वीप पर दिन होता है। जाहिर है, भारतीय समय के अनुसार अगर सूर्य ग्रहण रात में होता है, तो इसका असर भारत की बजाय दूसरे छोर पर भी देखने को मिलेगा।

 

क्या भारत में सूतक मान्य होगा?
अब सवाल यह है कि जब सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, तो क्या इसे सूतक काल माना जाएगा? इसका जवाब है नहीं। सूर्य ग्रहण का भारत पर कोई असर नहीं होगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। सूर्य ग्रहण के दौरान पितरों का श्राद्ध और पूजा-पाठ जैसे सभी काम किए जा सकते हैं। इस दौरान मंदिर बंद करने की भी जरूरत नहीं होती।