पितृ पक्ष में खरीदारी के पांच मुहूर्त: 25 सितंबर तक सर्वार्थसिद्धि सहित पांच शुभ योग

श्राद्ध में खरीदारी करना अशुभ नहीं होता है। इन दिनों में पितरों की पूजा करने की बात ग्रंथों में बताई गई है। जो कि शुभ काम ही है। पितृ पक्ष कभी अशुभ नहीं होता। इसलिए इन दिनों में हर तरह की खरीदारी करने का विधान है और इसके लिए पंचांग में शुभ मुहूर्त भी दिए गए हैं।
 

पितृ पक्ष में खरीदारी शुभ है या अशुभ ? इस बारे में अलग अलग पंडितों का कहना है की किसी भी ग्रंथ में ये नहीं लिखा कि श्राद्ध के दौरान खरीदारी नहीं करें। इन दिनों में हर तरह के गलत कामों से बचना चाहिए ना कि शुभ और पवि‍त्र कर्म से। इसलिए इन 16 दिनों खरीदारी की जा सकती है।

श्राद्ध पक्ष मृत्यु या शोक से जुड़ा समय नहीं है। बल्कि पूजा-पाठ, दान और नियम-संयम से रहने का समय होता है। ग्रंथों में कहा गया है कि पूर्वजों की संतुष्टि के लिए किया गया दान और पूजा-पाठ ही श्राद्ध कहलाता है। कई लोगों का मानना है कि श्राद्ध पक्ष में कपड़े, घर, गाड़ी आदि की खरीदारी करने से दोष लगता है या पितृ देव नाराज हो जाएंगे। विद्वानों के मुताबिक ये बातें आधारहीन है। नई चीजें खरीदने और सुख बढ़ने से पितृ देवता कभी नाराज नहीं होते। बल्कि पितरों के प्रसन्न होने से ही घर में समृद्धि आती है। इसलिए श्राद्ध में खरीदारी की जा सकती है।

खरीदारी के शुभ मुहूर्त

श्राद्ध पक्ष में खरीदारी करने के लिए 13, 16, 17, 21 और 25 सितंबर शुभ है। इन पांच दिनों में तीन सर्वार्थ सिद्धि, दो अमृत सिद्धि और रवियोग रहेंगे। साथ ही एक द्वि पुष्कर और बुध पुष्य संयोग बनेगा। इन शुभ योगों में की गई खरीदारी लंबे समय तक फायदा देती है। वहीं, नई शुरुआत में सफलता मिलनी भी लगभग तय होती है। इस लिए पितृ पक्ष में आ रहे पांच मुहूर्त बहुत ही खास रहेंगे।