उत्तराखंड : देहरादून में निर्भया जैसी हैवानियत, बस में किशोरी से पांच लोगों ने किया था सामूहिक दुष्कर्म; अब SIT करेगी जांच

उत्तराखंड में दिल्ली के निर्भया जैसा हैवानियत का मामला सामने आने के बाद प्रशासन सख्त है। बस के अंदर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने एसआईटी (SIT) टीम गठित कर उसे जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। यह टीम एसपी सिटी प्रमोद कुमार की निगरानी में काम करेगी। एसआईटी (SIT) दिल्ली से देहरादून तक के पूरे रूट की फुटेज भी खंगालेगी।
 
ISBT पर बस के अंदर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले की विस्तृत जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने एसआईटी (SIT) गठित की है। एसपी सिटी प्रमोद कुमार की निगरानी में एसआईटी (SIT) में दो सीओ, दो इंस्पेक्टर, दो महिला कांस्टेबल और एक फील्ड यूनिट कांस्टेबल को शामिल किया गया है। एसआईटी (SIT) पूरी घटना की जमीनी स्तर पर जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी। READ ALSO:-UP : डॉक्टर ने नर्स को बंधक बनाकर किया दुष्कर्म, नर्स और वार्ड बॉय ने जबरदस्ती कमरे में धकेलकर बंद किया दवाज़ा, चींखती रही, नहीं पसीजा दिल, तीनों गिरफ्तार;

 

एसआईटी (SIT) दिल्ली से देहरादून तक के पूरे रूट की फुटेज भी खंगालेगी। उधर, किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के पांचों आरोपियों तीन चालक, कंडक्टर और कैशियर को पटेल नगर कोतवाली पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। 

 

आरोपियों को जज के समक्ष पेश किया जाएगा 
आरोपियों को मंगलवार को फिर से नियमित जज के समक्ष पेश किया जाएगा। आरोपियों की ओर से कोई अधिवक्ता कोर्ट में पेश नहीं हुआ। 12 अगस्त की देर रात दिल्ली से देहरादून पहुंची किशोरी से आईएसबीटी पर बस के अंदर आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। बाल कल्याण समिति की काउंसलिंग के बाद 17 अगस्त को मामला पुलिस के पास पहुंचा। 

 

18 अगस्त को पटेल नगर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में धर्मेंद्र कुमार निवासी ग्राम बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला (Driver), देवेंद्र निवासी चुरियाला, भगवानपुर हरिद्वार (Conductor), रवि कुमार निवासी ग्राम सिला थाना नवाबगंज जिला फर्रुखाबाद (Driver), राजपाल राणा निवासी बंजारावाला ग्रांट थाना बुग्गावाला हरिद्वार (Driver) और राजेश कुमार सोनकर निवासी माजरा पटेल नगर (Cashier) को गिरफ्तार किया। 

 

कस्टडी रिमांड ली जाएगी 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि साक्ष्य मजबूत करने के लिए पुलिस जल्द ही आरोपियों की कस्टडी रिमांड लेगी। उन्होंने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता से जांच करने के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया गया है। 

 

एसआईटी (SIT) की ओर से दिल्ली से दून तक बस, बीच में ढाबों आदि पर रुकने और आईएसबीटी (ISBT) तक की फुटेज लेने के लिए सर्विलांस टीम लगाई गई है। पूरे रूट की फुटेज मिलने पर काफी साक्ष्य मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि एसआईटी में नियुक्त सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मामले के सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जाएं। साथ ही साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में मजबूत मुकदमा दर्ज कराया जाए। एसएसपी स्वयं एसआईटी द्वारा की जा रही कार्रवाई की प्रतिदिन नियमित समीक्षा करेंगे।

 

ये अधिकारी एसआईटी (SIT) में किए गए हैं शामिल
  • प्रमोद कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर एसआईटी प्रभारी
  • अनिल जोशी, क्षेत्राधिकारी सदर
  • रीना राठौर, क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर
  • कमल कुमार, प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर
  • शंकर सिंह बिष्ट, प्रभारी एसओजी नगर
  • ज्योति कन्याल, महिला उपनिरीक्षक, कोतवाली थाना
  • विनीता चौहान, महिला उपनिरीक्षक, कैंट कोतवाली
  • आशीष कुमार, उपनिरीक्षक, फील्ड यूनिट
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पीड़िता के परिजनों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की मुलाकात
पीड़िता के परिजनों ने सोमवार को एसएसपी से मुलाकात कर दुष्कर्म के दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की। पीड़िता घर से कब निकली, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि वह 7-8 अगस्त को घर से बैग लेकर निकली थी। इस बीच वह कहां रही, इसकी भी जानकारी नहीं मिल पा रही है। 

 

पीड़िता के पिता भी स्पष्ट रूप से नहीं बता पा रहे हैं कि उनकी बेटी घर से कब निकली। वहीं पीड़िता भी बार-बार अपना बयान बदल रही है। पुलिस द्वारा पीड़िता की मेडिकल प्रक्रिया पूरी की जा रही है। एक-दो दिन में मेडिकल रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इसके अलावा पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज कर लिया है, अब उसका मजिस्ट्रेट बयान दर्ज किया जाएगा। 

 

पुलिस ने पीड़िता के कपड़े और आईएसबीटी का डीवीआर सील किया 17 अगस्त को किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आने पर पुलिस ने सबसे पहले बस में लगे कैमरे और रिकॉर्डिंग जब्त की। हालांकि बस में लगे कैमरे बंद थे। इसके अलावा घटना वाले दिन पीड़िता ने जो कपड़े पहने थे, उन्हें भी पुलिस ने सील कर दिया है। वहीं आईएसबीटी (SIT) में लगे सभी कैमरों की डीवीआर (DVR) भी जब्त कर सील कर दी गई है। इन कैमरों में पूरी घटना कैद है। पुलिस इन साक्ष्यों को कोर्ट में पेश करेगी।

 

काउंसलिंग और मजिस्ट्रेट के बयानों के आधार पर होगी कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़िता की ओर से बाल कल्याण समिति और मजिस्ट्रेट के बयान में जो भी सामने आएगा, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बयानों में अगर यह बात सामने आती है कि पीड़िता के साथ अन्य स्थानों पर भी दुष्कर्म हुआ है, तो उसकी भी जांच की जाएगी। पीड़िता की मेडिकल जांच कराई जाएगी। इसके बाद उसका मनोचिकित्सक से इलाज भी कराया जाएगा।