Viral Video : शिकायत लेकर आए युवक को एसडीएम ने बनाया 'मुर्गा', जिलाधिकारी ने पद से हटाकर जिला मुख्यालय भेजा, Video हो रहा वायरल

यह बरेली की मीरगंज तहसील में हुई शर्मनाक घटना है। जहां एसडीएम मीरगंज शिकायतकर्ता पप्पू से इस कदर नाराज हो गए कि उन्होंने उसका आवेदन फेंक दिया और उसे मुर्गा बनाने का आदेश जारी कर दिया। सुरक्षाकर्मियों से घिरे तहसील के इतने बड़े अधिकारी के सामने पप्पू को मुर्गा बनने पर मजबूर होना पड़ा।
 
उत्तर प्रदेश के बरेली मीरगंज के एसडीएम कार्यालय में मुर्गा बने एक शख्स की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस मामले में एसडीएम को हटा दिया गया है। जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि मीरगंज के एसडीएम ने शिकायतकर्ता को जमीन पर बैठाकर अपमानित किया। प्रारंभिक जांच में लापरवाही पाई गई है। उन्हें एसडीएम मीरगंज के पद से हटाकर जिला मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। उनके स्थान पर अपर उप जिलाधिकारी देश दीपक सिंह को एसडीएम मीरगंज बनाया गया है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने भी मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। Read Also:-बारामूला में एनकाउंटर में 3 आतंकी ढेर, अनंतनाग में सेना ले रही शहादत का बदला, ड्रोन से भागते दिखे आतंकी,

 

शिकायतकर्ता को बनाया गया 'मुर्गा'
जानकारों का कहना है कि जब शिकायतकर्ता ने श्मशान भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की तो नाराज एसडीएम उदित पंवार ने एक युवक को मुर्गा बना दिया। इससे आहत होकर युवक भी जिद पर अड़ गया। उन्होंने कहा कि जब तक आप समस्या का समाधान नहीं करोगे, आपके सामने मुर्गा बने रहेंगे। वह दो मिनट तक कार्यालय में इसी स्थिति में रहा। यह देख उनके साथ आए ग्रामीणों ने नारेबाजी की और एसडीएम से विरोध जताया। मीरगंज तहसील क्षेत्र के मंडनपुर के ग्रामीण श्मशान भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत लेकर आये थे। 

 यहां देखें वीडियो:-

 

वीडियो इंटरनेट पर हुआ वायरल
साथ आये लोगों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो में एसडीएम हंसते हुए नजर आ रहे हैं। आरोप है कि उन्होंने एक बार भी युवक को जगाने की कोशिश नहीं की। 

 

ग्रामीणों ने कहा, एसडीएम का रवैया तानाशाहीपूर्ण है
ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीएम का रवैया तानाशाहीपूर्ण है। एसडीएम के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उधर पूरे मामले में एसडीएम मीरगंज उदित पवार ने बताया कि वह फरियादियों की बात सुन रहे थे। इसी बीच कार्यालय में एक फरियादी के साथ एक दर्जन लोग आये, जिनमें से एक आते ही मुर्गा बन गया। कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि उनके गांव में कब्रिस्तान तो है, लेकिन श्मशान घाट नहीं है, जबकि खतौनी में दर्ज है। जब मैंने उससे जांच कराने के लिए कहा तब जाकर वह उठा।