UP : बरेली में कांवड़ यात्रा में DJ बजाने को लेकर हंगामा, पुलिस ने कांवड़ियों को लाठीचार्ज कर खदेड़ा; RAF और पुलिस फोर्स तैनात
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में दो समुदायों के बीच सड़क पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। कांवरियों की मांग है कि के वो चक महमूद और जोगी नवादा क्षेत्र से डीजे बजा कर निकलेंगे। इस बात को दूसरे समुदाय के लोग इनकार कर रहे हैं।
Updated: Jul 30, 2023, 19:55 IST
रविवार को उत्तर प्रदेश के बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान मुस्लिम समाज का कावड़ियों से विवाद हो गया। बारादरी, जोगी नवादा के कांवड़ियों का जत्था कांवड़ लेने गंगा के कछला घाट जा रहा था। तभी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने डीजे बजाने का विरोध किया। इस पर नारेबाजी शुरू हो गई। जिसके बाद दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गये। READ ALSO:-इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर खरीदारों को लौटानी पड़ सकती है सब्सिडी की रकम, SMEV ने सरकार से कहा- वाहन सब्सिडी ग्राहकों से भी वसूली जाए
तनाव होते ही कांवड़िये धरने पर बैठ गये। उन्होंने नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। SP सिटी राहुल भाटी, PAC और RAF के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कांवड़ियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया। इसके बाद पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ दिया। तभी डीजे वाहन पर चढ़े कांवड़ियों को भी नीचे उतार दिया।
बारादरी, जोगी नवादा के संतोष कुमार, राहुल सिंह, नीरज गंगवार ने बताया कि हम हर साल सावन माह के सोमवार को डाक कांवर लाते हैं। बारादरी से जोगी नवादा होते हुए शहर से निकलेंगे और बदायूं रोड होते हुए कछला घाट पहुंचेंगे। इसके बाद वे गंगा जल लेकर वापस बरेली आएंगे।
कांवरियों का कहना है कि जुलूस में हमारी गाड़ी पर भगवान शिव-पार्वती की मूर्तियां थीं। इस दौरान जोगी नवादा के शाह नूरी मस्जिद के पास मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि वे कांवड़ में डीजे नहीं बजाने देंगे। इस पर कांवड़ियों ने कहा कि यह हमारा मुख्य मार्ग है। हर साल कांवड़ में डीजे बजाया जाता है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध जताया कि मस्जिद के पास डीजे नहीं बजाया जा सकता।
बरेली के SSP प्रभाकर चौधरी ने मिडिया को बताया कि एक पक्ष जुलूस निकालने की कोशिश कर रहा था, जिस पर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई थी। बीच-बचाव की कोशिश कर आप में समझौता भी करवा दिया गया। लेकिन कावड़ियों की भीड़ में बहार से आये कुछ खुराफाती तत्वों ने शांति भंग करने की कोशिश की जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया।
एक सप्ताह पहले इसी स्थान पर कांवड़ियों पर पथराव हुआ था। जिसके बाद चार घंटे तक प्रदर्शन कर कांवरियों ने जाम नहीं लगाया। एक सप्ताह पहले रविवार को भी शाह नूरी मस्जिद के पास पथराव हुआ था। जिसमें कांवड़ियों ने मुस्लिम समुदाय पर पथराव करने का आरोप लगाया था।
इसके बाद मौके पर RAF और PAC ने किसी तरह से कांवरियों को शांत कराया। 25 जुलाई को पुलिस ने 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ बारादरी थाने में केस दर्ज किया था। जिसमें पुलिस ने माना था कि दोनों पक्षों ने पथराव किया था। अज्ञात लोगों ने मस्जिद के सामने चूना पाउडर फेंक दिया, जिसके बाद विवाद बढ़कर पथराव में बदल गया।