UP : SP ऑफिस में युवक ने खुद को लगाई आग, ऑफिस परिसर में खुद पे डाला पेट्रोल, सुनवाई न होने से था परेशान...हालत गंभीर, अस्पताल में भर्ती 

उन्नाव में एक शख्स ने एसपी ऑफिस जाकर खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया और आग लगा ली। पुलिस कर्मियों ने आनन-फानन में पीड़ित को जिला अस्पताल भेजा, जिसके बाद उसे KGMC लखनऊ रेफर कर दिया गया। पीड़ित के भाई का आरोप है कि विवाद को लेकर दर्ज मुकदमे में पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है। बार-बार अनुरोध के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद पीड़ित ने एसपी कार्यालय में ही खुद को आग के हवाले कर दिया। 
 
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बुधवार को पुरवा कोतवाली क्षेत्र के भूलेमऊ गांव का एक युवक एसपी कार्यालय पहुंचा। पुलिस पर दो आरोपियों के नाम केस से निकालने का आरोप लगाते हुए उसने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। घटना के वक्त एएसपी, सीओ समेत बहुत से पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे। लेकिन कोई भी उसे रोक नहीं सका। जैसे ही युवक ने खुद को आग लगाई तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवक को बचा लिया और इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। युवक की हालत गंभीर होने पर उसे बेहतर इलाज के लिए KGMC लखनऊ रेफर कर दिया गया है। आत्महत्या करने वाले युवक के परिजनों ने उन्नाव पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। READ ALSO:-केंद्र सरकार की बड़ी कार्रवाई, मुस्लिम लीग J&K पर लगाया बैन, देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप, UAPA के तहत हुई कार्रवाई

 

जानकारी के मुताबिक भूले मऊ गांव निवासी श्रीचंद्र पासी का गांव के ही कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। विवाद के चलते मारपीट हो गई, जिसमें मुकदमा भी दर्ज हुआ। पीड़ित युवक के भाई का आरोप है कि वह न्याय की गुहार लगा रहा था और कई बार अधिकारियों के यहां चक्कर भी लगा चुका था। 

 

पीड़ित युवक के भाई का आरोप है कि पुलिस उसे लगातार परेशान कर रही थी और जो मुकदमा लिखा गया था उसमें CO पुरवा ने तीन लोगों के नाम भी हटा दिये थे।  पीड़ित युवक के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों की मदद कर रही है। उसने आरोप लगाया कि पुलिस ने उल्टा उनके परिवार के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया। 

 

पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस इस मामले में विरोधियों से मिली हुई है और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। कोई सुनवाई न होने पर पीड़ित युवक को मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा।

 

पीड़ित युवक के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि CO ने मारपीट के मामले में एकतरफा कार्रवाई की। कई बार आवेदन देने के बाद भी जब उसे न्याय नहीं मिला तो उसका भाई दुखी होकर एसपी कार्यालय पहुंचा और अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। 

 

बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त एएसपी अखिलेश सिंह और CO सिटी आशुतोष कुमार अपने ऑफिस में बैठे हुए थे। बताया कि पहले उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया और फिर उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। वहीं, अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के मामले में पुलिस ने कहा कि जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, उनके तहत गिरफ्तारी नहीं हो सकती है।