UP Police Recruitment: UP पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द, 6 महीने में दोबारा होंगे एग्जाम; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ऐलान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द कर अगले 6 महीने में दोबारा परीक्षा आयोजित की जाए। 
 
उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती के लिए परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने UP पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि ओप पुलिस भर्ती परीक्षा 6 महीने में दोबारा आयोजित की जाएगी। उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने इसे युवाओं के हित में फैसला बताया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि अगले 6 महीने में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित की जाएगी।READ ALSO:-देश में 1 जुलाई से लागू होगा नया आपराधिक कानून, IPC की जगह लेगा, जानिए नए कानून की अहम बातें

 

6 महीने में दोबारा एग्जाम करवाने के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर पोस्ट कर बताया कि पुलिस पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को रद्द करने और अगले 6 महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित करने के आदेश दिए गए हैं। परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे उपद्रवी तत्वों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होना तय है।

 


पेपर लीक करने वालों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त
UP पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने के आदेश के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी साफ कर दिया है कि पेपर लीक करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वे कोई भी हों, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।'

 

UP पुलिस भर्ती परीक्षा कब हुई थी?
मालूम हो कि UP पुलिस भर्ती परीक्षा इसी महीने 17 और 18 तारीख को आयोजित की गई थी। परीक्षा उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित की जाएगी। पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए करीब 48 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। लेकिन अब परीक्षा रद्द कर दी गई है और उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 महीने में दोबारा परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है। 

 

सरकार ने अभ्यर्थियों की मांगें मान लीं
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे। अभ्यर्थियों का आरोप था कि पेपर लीक हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्यर्थियों की मांग मान ली है और परीक्षा रद्द कर दी है।