UP : नया रुट, कांवड़ियों पर पत्थबाजी और फिर लाठीचार्ज…बरेली के SSP प्रभाकर चौधरी हटाए गए, इंस्पेक्टर सहित दो निलंबित

उत्तर प्रदेश के बरेली के जोगी नवादा में रविवार को पुलिस ने कांवरियों पर लाठीचार्ज किया। दावा किया गया कि पहले तो कांवड़ियों में शामिल किसी शख्स ने फायरिंग की, उसके बाद फिर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। इसके बाद शासन ने SSP प्रभाकर चौधरी को हटा दिया है। 
 
रविवार को उत्तर प्रदेश के बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान हुए बवाल में शासन ने SSP प्रभाकर चौधरी को हटा दिया। पूरा विवाद नये रूट को लेकर हुआ, जिसे मानने को कांवड़िये तैयार नहीं थे। वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया। कांवड़ियों की संख्या बढ़ने पर पुलिस प्रशासन भी बैकफुट पर आने लगा। READ ALSO:-UP : बरेली में कांवड़ यात्रा में DJ बजाने को लेकर हंगामा, पुलिस ने कांवड़ियों को लाठीचार्ज कर खदेड़ा; RAF और पुलिस फोर्स तैनात

 

अंत में जब कुछ लोगों ने हवाई फायरिंग कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे पहले DM शिवाकांत द्विवेदी और SSP प्रभाकर चौधरी कांवरियों को समझाने का प्रयास करते रहे। पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करने पर सहमत हुई। 

 

 

इसमें नवादा के एक रास्ते से कांवड़िये जोगी डीजे कांवड़ लेकर जा रहे थे। बारादरी में शाह नूरी मस्जिद के सामने से कांवडि़यों ने डीजे की गाड़ी निकाली। यहां मुस्लिमों ने विरोध किया और कहा कि यह कांवड़ियों का रूट नहीं है, यहां नई परंपरा डाली जा रही है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसे नई परंपरा बताते हुए मस्जिद के पास विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। 

 

जिसके बाद विवाद बढ़ गया और देखते ही देखते नारेबाजी होने लगी और फिर तनाव बढ़ गया। पुलिस के साथ RAF भी मौके पर पहुंची। जिसके बाद कांवड़ियों की भीड़ बढ़ गयी।

 

कांवरियों की संख्या जब 500 से भी अधिक हो गयी। जोगी नवादा में डीजे बंद कर दिया गया। इस डीजे की ऊंचाई 15 फीट थी। जबकि बारादरी कस्बे की सड़कें संकरी हैं। कांवरियों ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि हमारी कोई नई परंपरा नहीं है, यही रूट रहेगा। डीजे भी बजेगा और रूट भी यही रहेगा।  देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण होने लगा। 

 

डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी भी पहुंच गए। यहां अधिकारी कांवड़ियों से बातचीत करने लगे। लेकिन कांवड़िये लगातार नारे लगाने लगे। करीब 2 घंटे तक माहौल ऐसा ही बना रहा। तभी कुछ दूरी पर अज्ञात लोगों ने हवाई फायरिंग की तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने डीजे को आगे नहीं बढ़ने दिया।

 

बारादरी के जोगी नवादा में रविवार को जिस स्थान पर बवाल हुआ था। इसी स्थान पर 23 जुलाई को भी कांवड़ियों पर पथराव हुआ था। जिसके बाद कांवड़िये 4 घंटे तक धरने पर बैठे रहे। पुलिस ने 25 जुलाई को बारादरी थाने में FIR दर्ज की, जिसमें पुलिस ने कहा कि दोनों पक्षों के 250 लोगों ने पथराव किया। दोनों पक्षों की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। जिसमें पुलिस ने FIR में लिखा कि शाहनूरी मस्जिद के सामने अज्ञात लोगों द्वारा चूने जैसा सफेद पाउडर उड़ाया गया, और उसके बाद पथराव किया गया। 

 

28 जुलाई को जमात रजा-ए-मुस्तफा से जुड़े मोइन खान के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाएं IG कार्यालय पहुंचीं। शाहीन ने लिखित शिकायत दी। जिसमें महिला ने कहा कि 23 जुलाई को ढोल-नगाड़े और डीजे बजाते हुए कांवरिये मस्जिद के सामने पहुंचे। भीड़ ने मस्जिद के सामने चूना पाउडर, ईंट-पत्थर फेंके। जब मुस्लिम समुदाय ने विरोध किया तो ये लोग हमारे घरों में घुस गये। महिलाओं से छेड़छाड़ कर लूटपाट की। महिलाओं के पहने हुए आभूषण भी लूट लिये गये।